RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
फिर राजू ने दौड़ते हुए मुझे गले लगा लिया और बेड पर गिरा दिया . राजू अब नौकर से मालिक बन रहा था. अपने मालिक की बेटी को चोदने और चूसने का मौका वो कैसे जाने देता. अहह उसकी सख़्त छाती मेरे बड़े से मम्मों से टकरा गई और उसका बालों से भरा लंड मेरी चिकनी चूत से चिपकने लगा. अहह मेम्साब क्या माल है आप. और राजू अपने काले गंदे होंठों से मेरे रसीले होंठों को मूह मे लेकर चूसने लगा.
अहह मैं अपने ही नौकर का थूक अंदर ले रही थी और वो मेरी जीब को जम के बच्चे की तरह चूस्ता जा रहा था. अहह राजू क्या जम कर चूस्ते हो….अहह…..म्म्म्म ममममममम…..राजू मेरे होंठों को चूस्ता ही जा रहा था. और उसके हाथ मेरे दोनो बड़े बड़े मम्मों को खीच रहे थे. उसका शरीर मेरे शरीर से बिल्कुल चिपका हुआ था. मैं पागल हो रही थी. उसका लंड मेरी चूत के अंदर हल्का हल्का सा जा रहा था. वो किसी भूके कुत्ते की तरह मुझ पर टूट पड़ा था.
गुलूप्प्प्प्प्प्प्प्प….गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प……वो कुत्ते की तरह अब मेरे मम्मों के निपल्स चूसने लगा. मेरे दोनो मम्मो के कस कस के चुप्पे लेने लगा राजू. मैं सिसकियाँ भरने लगी थी. मैं सब भूल सी गई थी. कितने दिनो बाद एक नया लंड मिला था. राजू मेरे शरीर को ऐसे चाट और चूस रहा था जैसे ज़िंदगी मे कभी कोई लड़की ना देखी हो.
अहह रजुउुुुउउ मस्त है यार……और चूस ..जम के चूस्स्स्स्स्स्स्सस्स……..राजू मेरे मम्मों को अच्छे से निचोड़ने के बाद मेरी नाभि मे जीब घुसाने लगा…..अहह……नाभि को कितनी देर तक जीब से चूसा…..फिर नीचे मेरी एक दम क्लीन शेव चूत मे मूह डालकर अंदर जीब फेरने लगा……मेरी चीखे निकलने लगी…अहह//////राजू कुत्तीईई…..साले भेन्चोद्द्द्द्द्द्द्द……और अंदर डाल…..मेरी आवाज़ों से राजू और तेज़ होता गया.
मैं अपनी टाँगें उठा उठा के उससे चूत चुदवा रही थी. एक दम रंडी की तरह मैं उसे अपनी चूत का पानी पिला रही थी. फिर उसने मेरी टाँगों तक अपनी जीब फिराई. पूरी टाँगें गीली कर दी. और फिर मुझे उल्टा किया और मेरी गर्दन से लेकर नीचे गान्ड तक जीभ फेरता चला गया कुत्ता राजू.अहह राजू तुम तो कमाल हो…ऐसा माज़ा तो बाय्फ्रेंड के साथ भी नही आया. राजू मेरे चुतड़ों को चाटने लगा…..अपनी पूरी जीब मेरे दोनो चुतड़ों पर जम के फेरी उसने. मेरे दोनो चुतड़ों के छेद खोलकर उसमे अपनी लंबी जीब घुसा दी. अहह राजू अपनी मालकिन की गान्ड को चाटो. अहह……राजू अपनी जीब से मेरे चूतद्द्ड़ चोदने लगा…..अहह अंदर तक घुसा रहा था राजू अपनी जीब. पूरी गांद खोलकर मेरी गंद चाटी उसने . फिर मुझे सीधा लिटाया और अपना लंड मेरे मूह मे डाल दिया.
मैं राजू से कुतिया की तरह चुद रही थी. राजू का बड़ा काला लंड मेरे मूह मे पूरा नही आ रहा था. मेरी आँखों मे अपनी आ गया जब राजू ने अपना लंड मेरे अंदर तक पहुँचा दिया. मुझे खाँसी आई लेकिन राजू मुझे बालों से पकड़ कर चोदे जा रहा था. बहुत देर तक उसने अच्छे से मेरे मूह की ठुकाई की.
फिर मुझे सीधा लिटा कर कुतिया की तरह मेरी टाँगें अपने शोल्डर्स पर रखी और अपना काला लंड मेरी चूत मे एक झटके के साथ घुसा दिया. अहह……चूत इतनी गीली दी कि ज़ोर से पछ्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ आई और उसका लंड फिसलता हुआ पूरा अंदर तक चला गया………अहह राजू की भी हल्की सी चीख निकली. फिर राजू मुझे कस कस के धक्के मारने लगा. मैने अपने नाख़ून राजू की पीठ मे गढ़ा दिए. लेकिन राजू इतनी ज़ोर से धक्के मार रहा था कि जैसे मेरी चूत फाड़ देगा.मैने उसको कस के गले लगाया हुआ था और उसका लंड अपनी चूत के अंदर तक ले रही थी. लेकिन तभी किसी ने दरवाजा खटखटाया…..मैं बिल्कुल डर गई.यह कॉन हो सकता है बाहर. राजू भी डर गया और उसने फटाफट अपना लंड बाहर निकाला और मुझे आल्मिराह के पीछे छुपा दिया. फिर उसने कपड़े पहने और दरवाज़ा खोला. मैं छुप के देख रही थी. मैं देख कर दंग रह गई. वो तो मेरा बाय्फ्रेंड था. मैं सोच मे पड़ गई कि वो यहाँ क्या करने आया है. उसे तो मैने मेसेज कर दिया था. वो सीधा अंदर आने लगा. राजू ने उसे रोकने की कोशिश की लेकिन वो रुका नही और मेरा नाम बोलता हुआ अंदर तक आ गया. वो सीधा चल कर मेरे सामने आकर खड़ा हो गया.
बाय्फ्रेंड- हां साली. यहाँ चुदवा रही हो...
मे- नही जान मेरी बात सुनो....
बाय्फ्रेंड- चुप कर साली....मुझे बेवकूफ़ बनाकर खुद मज़े से लंड ले रही है.
मे- लेकिन तुम यहाँ वापिस क्यू आगये?
बाय्फ्रेंड- साली मुझे शक था. मैने तुझे देख लिया था इसके कमरे के अंदर जाते हुए. हरम्खोर कुत्ति ......
मे- जान प्लीज़ आइ एम सॉरी...मुझे माफ़ कर दो.
बाय्फ्रेंड- ऐसे कैसे माफ़ कर्दु......तुझे तो मैं मज़ा चखा कर रहूँगा....अब तुझे हम दोनो चोदेन्गे....
मे- नही जान.मुझे डर लगता है......प्लीज़्ज़्ज़्ज़्ज़.
बाय्फ्रेंड- चुप कर साली....
इतना कहते ही उसने मुझे पकड़ा और मुझे नंगी को बेड पर फैंक दिया. राजू चुपचाप सब देख रहा था. लेकिन बदनामी से बचने के लिए वो भी राज़ी हो गया. मुझे भी लगा कि यह सज़ा तो मेरे लिए भी मस्त है. मैने खुद बखुद अपनी टाँगें खोल दी. मेरे बाय्फ्रेंड ने एक मिंट भी नही लगाया कपड़े खोलने मे और अपना मोटा लंड मेरे मूह मे घुसेड दिया.....राजू फिर से मेरी चूत को चोदने लगा......अहह.........अहह......मेरे मूह से आवाज़े खुद ब खुद निकल रही थी और मेरे मूह मे बाय्फ्रेंड का लंड भी जा रहा था. राजू मेरी टाँगें उठा उठा के चोद रहा था और मेरे बाय्फ्रेंड ने मेरे मूह के अंदर तक अपना लंड घुसाया हुआ था. मैं पानी पानी होती जा रही थी.
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