RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
मैं सोचने लगी कि अब क्या करूँ. मुझे फिर एक आइडिया सूझा. मैं अपने कमरे से बाहर निकली और ऐसे ही नाइटी मे नौकर के कमरे के पास गई.दरवाज़ा बंद था. मैने दरवाज़े पर कान रख दिए और पूरा ध्यान लगाकर अंदर की आवाज़ें सुनने की कोशिश करने लगी. लेकिन जो मैने सुना मैं सुन्न रह गई. अंदर पता चल रहा था कि टीवी चल रहा है और उसमे ऐसी आवाज़ें आ रही थी जैसे ब्लू फ़िल्मो मे होता है. मुझे समझने मे देर ना लगी कि नौकर ब्लू फिल्म देख रहा है.दरवाज़े मे हल्का सा की होल था. मैने उसमे से झाँका तो मुझे नौकर दिखाई दिया जो लेटा हुआ था.
मैं वो सीन देखकर सकते मे आ गई. ध्यान से देखने पर पाया कि नौकर अपने हाथ से अपने काले लंड को सहला रहा था. ओहूऊऊऊ नौकर मूठ मार रहा था. यह सोचते ही मुझे झटका सा लगा और कुछ अजीब सा लगा. लेकिन मैने पाया कि नौकर का लंड कितना मोटा है.
मेरा दिल इतना कमीना हो चुका था कि मुझे उत्तेजना हुई कि मैं और अच्छे से उसका लंड देखु. तो मैं अपने आप को रोक नही पाई और पूरे ध्यान से की होल से जितना देख सकता था पूरा देखने लगी. मैने देखा कि उसका लंड पूरा काले रंग का था लेकिन उसका सुपाडा हल्का लाल था. एकदम कड़क और खड़ा हुआ लंड था नौकर का. उसकी दोनो गोलियाँ नीचे लटक रही थी लेकिन वो भी मोटी थी. पूरा लंड बहुत भारी था. ऐसा मोटा लंड मैने पहली बार देखा था.
मैने तो कई लंड लिए थे जिनमे अब तक नौकर का लंड सबसे मोटा दिख रहा था. मेरे अंदर शरारत सूझी कि मैं क्या करूँ?????. नौकर को पकड़ लूँ कि क्यूंकी उसका लंड देखकर मेरी उत्तेजना बहुत बढ़ गई. बाय्फ्रेंड से तो पहले भी चुदाई करवाई थी. अब नये और मोटे लंड के अनुभव का दिल करने लगा था.
फिर मन मे ख्याल आया कि तू क्या कर रही है? यह तेरा नौकर है. तुझसे कितना अलग है. सब बातों मे तेरे ऑपोसिट है.और तेरे जैसी माल पर तो कितने जान लुटाते है और तू नौकर को ऐसे देख रही है. तेरे लिए तो लड़के पैसे देने के लिए भी तैयार हो जाए और तू नौकर का काला लंड लेने की सोच रही है. मन मे कई विचार आपस मे टकरा रहे थे लेकिन कोई भी नतीज़ा मेरे दिमाग़ मे नही पनप रहा था.
मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था कि मैं क्या करूँ?. अभी 1 बजे मेरा बाय्फ्रेंड आने वाला है तो मैं क्या करूँ? उससे चुदवाऊ या इस नौकर से. मेरा मन बीच मे लटका हुआ था
मैने फ़ैसला किया नही बल्कि मेरा फ़ैसला मेरे शरीर ने कर दिया. मेरी चूत मे से पानी लगातार बहने लगा. इतना मोटा लंड जो देख लिया था. मैने उसी वक़्त फटाफट सोचा कि बाय्फ्रेंड को आज नही दूँगी. वो तो पहले भी सेक्स कर चुका है मेरे साथ. अब तो मैं बस नौकर का काला लंड ही लूँगी. मैने जल्दी से अपने बाय्फ्रेंड को मेसेज किया कि “जानू सॉरी सॉरी प्लीज़. आज काम नही बन सकता. सब जाग रहे है. प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो.”. मैं जल्दी से वेट करने लगी उसके रिप्लाइ का. एक तो यह भी डर था कोई आ ना जाए. या नौकर ना दरवाज़ा खोल दे. आख़िरकार उसका रिप्लाइ आ ही गया. “ओके जान. चलो फोन पर बात करते है”.
उफ्फ यह भी कितना पीछे पड़ा है. मेरे दिल से ज़ोर की आवाज़ आई. मैने उसे मसेज किया. सॉरी जान आज नही.मैं सोने लगी हूँ. पंगा हो सकता है आज. तब जाकर वो माना और उसने मेसेज करके गुड बाइ कहा.
बस फिर क्या था मेरा तन-मन तयार था आज नौकर से चुदने के लिए. मैने अंदर देखा तो नौकर अभी भी अपना काला लंड पकड़े हुए मूठ मार रहा था. मैने दरवाज़ा खटखटाया. “ठक्क ठक्क”. थोड़ी देर के बाद आवाज़ आई “कॉन?”.
मैने कहा” मैं हूँ राजू”
तो नौकर कहने लगा” ओह मेम्साब. अभी आता हूँ 1 मिनट”. मैने कीहोल से देखा कि नौकर ने फटाफट अपना पाजामा पहना और सीडी बंद करके बाहर दरवाज़ा खोलने के लिए आने लगा. दरवाज़े खोलते ही उसने मुझे देखा तो वो दंग रह गया. मेरा शरीर नाइटी मे देखकर तो जैसे उसकी आँखें ही खुल गई. ट्रॅन्स्परेंट नाइटी मे मेरे बड़े मम्मे और चूत सॉफ दिख रही थी.उपर से नाइटी भी छोटी थी जिससे मेरी मोटी जांघे सॉफ नंगी उसकी नज़रो के सामने थी.
नौकर- जी मेम्साब…क्या हुआ….इतनी रात गये.?
मैं कमरे के अंदर आ गई थी ताकि कोई बाहर ना देख ले.
मे- बस मेरा दिल नही लग रहा था. तो बाहर निकली तो देखा आपके कमरे की लाइट ऑन थी सो आ गई.
नौकर- अच्छा मेम्साब…
मे- अगर कोई प्राब्लम है तो मैं चली जाती हूँ
नौकर- ना ना मेम्साब ऐसी कोई बात नही है…आप मालकिन आपका घर है……
मे- मुझे अच्छा लगा जानकर.
नौकर- आप भी कमाल करती है.आप ही का तो घर है आपकी सेवा करना मेरा फ़र्ज़ है….
मे- अगर मैं कोई सेवा करवाना चाहूं तो करोगे…..
नौकर- मेम्साब आपकी सेवा करना मेरा फ़र्ज़ है….धर्म है..आप हुकुम करें…..
मैने दरवाज़ा बंद किया और कुण्डी लगाई और फिर सीधा चल कर उसके बेड के पास पहुँची और उसके बेड के उपर अपने दोनो हाथ रखे और धीरे धीरे नीचे झुकती हुई अपने चूतड़ बाहर को करते हुए बोली” क्या मेरी इस बड़ी सी चीज़ की सेवा करोगे?”.
नौकर- मेम्साब यह क्या कह रही हो आप?
मे- अच्छा…फिर क्यू कह रहे थे कि मालकिन की सेवा करना तुम्हारा फ़र्ज़ है?
नौकर- मेम्साब यह आपको क्या होगया है?
मे- देखो रात भर सेवा करवाउन्गी…अगर खुश कर दिया तो उस सामने घर मे जो नौकरानी आती है ना…उससे बात शुरू करवा दूँगी.
नौकर यह सुनकर चोंक गया. उसे इस बात का इतना शॉक लगा कि मुझे कैसे पता कि वो उस नौकरानी पे लाइन मारता है.
नौकर-मेम्साब आपको कैसे पता???
मे- बस सब पता रहता है मुझे राजू…अब बोलो क्या बोलते हो? ब्लू फ़िल्मो मे बहुत देख लिया अब लाइव मे देखो और करो ना यार
नौकर यह सुनकर और भी हक्का बक्का रह गया.. और उसके मूह से बस यही निकला”मेम्साब आप.को…..
मे- बस सब पता है पर किसी को नही बताउन्गी. बस जो मैं तुमसे करवाऊ वो करो….
नौकर- जी मेम्साब.
और नौकर मेरी बड़ी सी गान्ड को आँखों से निहारने लगा.
मे- जैसे दिल करता है सेवा करो…तुम्हारे उपर है/
नौकर- वाह मेम्साब क्या खूब लगती है यह..ग..आपकी
मे- कोई बात नही राजू खुल कर बोल….जो भी बोलना है और खुल के कर.जो भी करना…मेरी गान्ड अब तेरी है…
नौकर मेरी यह बात सुनकर जैसे चूहे से शेर बन गया और मुझ पर भूखे कुत्ते की तरह टूट पड़ा..
अहह मेम्साब क्या गान्ड है आपकी….उसने मेरी गान्ड को नाइटी के उपर से पकड़ा और सहलाया. मेरे तो जैसे शरीर मे करेंट दौड़ गया. उसने ज़रा भी देर ना लगाते हुए मेरी नाइटी शरीर से अलग कर दी.
अहह मेरा सारा शरीर अब उसके सामने बिना कपड़ो के था. मेरी एक एक चीज़ उसके सामने बिल्कुल नंगी थी. नौकर मेरा मेरी जवानी से भरा कॅसा हुआ शरीर देखकर मदहोश होने लगा.
मे- अब अपना भी कोई जलवा दिखाओ ना राजू….
नौकर- जी मेम्साब……यह कहते हुए उसने अपनी शर्ट उतारी तो उसकी छाती को देखकर मेरी चुचियाँ और टाइट हो गई. घने बालो से भरी पड़ी थी. और फिर उसने अपना पाजामा नीचे उतारा और दूर फैंक दिया. अहह उसका खड़ा हुआ काला लंड मेरी आँखों के सामने था. मेरी चूत मे पानी का समंदर भरने लगा. मैने कहा”वाह राजू….क्या तकड़ा लंड है तेरा….आज मज़ा दे दे मुझे इसका”
नौकर- जी मेम्साब सब कुछ आपके लिए ही है…..
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