RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
फिर सुबह आई और रोज़ की तरह मेरे मम्मी पापा अपने जॉब पे चले गये. मेरा बाथरूम अपना है इसीलिए वहाँ मैने अपने बाय्फ्रेंड को छुपाए रखा. जैसे ही मैने मौका पाया मैने उसे बाहर निकाल दिया. तब जाके मैने चैन की साँस ली. अभी 2 हॉलिडेज़ थे नेक्स्ट एग्ज़ॅम से पहले. सो मुझे इतनी टेन्षन नही थी. लेकिन मुझे पास होने की बहुत टेन्षन थी. पिछले एग्ज़ॅम्स तो मज़े से हो गये थे और अब बाकी एग्ज़ॅम्स में पास होने की टेन्षन थी. वैसे तो सर है ही मेरे साथ लेकिन फिर भी डर रहता था कि सब कुछ ठीक रहे. मैने सर को फ़ोन लगाया कि मुझे कुछ समझा दें. सर ने कहा कि वो आज घर पर हैं और उनकी पत्नी भी है.मैने तो कह दिया कि सर मुझे नही पता मैं तो आउन्गी. सर ने कहा ठीक है आ जाओ लेकिन आज मौका नही मिलेगा कुछ भी करने का.
मैं फिर मस्त नहा धो के तैयार होने लगी. मैने अपना टाइट पाजामी सूट निकाला जो ब्लॅक शेड में था. मैने ब्रा डाल ली लेकिन पैंटी नही डाली. फिर मैने सूट पहेन लिया. जाने से पहले मैने शीशे में देखा तो मैं मस्त लग रही थी. पाजामी कसी हुई थी मेरी गान्ड और थाइस में. मेरे दूध उभरे हुए थे...कोई भी देखता तो उसके मूह में पानी आ जाता. मैं फिर अपनी अक्तिवा पर बैठी और बस सीधा सर के घर पहुँच गई.
मैने बेल बजाई तो सर की वाइफ ने दरवाज़ा खोला. वो ऑरेंज साड़ी में थी और बिल्कुल मस्त माल थी. रंग गोरा और दूध 35 के उपर की लग रही थी. मैने नमस्ते की और उन्होने मुझे अंदर आने को कहा.
मे- नमस्ते आंटी जी....मैं सोनम......सर की स्टूडेंट हूँ...उन्होने.......
वाइफ- नमस्ते बेटा. हाँ उन्होने बताया है.....आजाओ अंदर
मैं अंदर आ गई. वो मेरे आगे चल रही थी जिससे मैने देखा कि उनकी गान्ड तो मुझसे भी ज़्यादा वाइड है और टाइट है(40 साइज़ तो होगा ही). मैं सोफे पर बैठ गई और वो अंदर सर को बुलाने चली गई.बहुत ही अच्छा घर था सर का. मैं अभी दीवार पर लगी हुई तस्वीरें देख रही थी कि सर आ गये.
सर- हेलो बेटा........हाउ आर यू????????
मे- (खड़े होकर) हेलो सर....गुड मॉर्निंग.......आइ म फाइन......सर आप कैसे हैं?
सर (सामने वाले सोफे पर बैठते हुए)- आइ म फाइन टू.......तो और बताओ एग्ज़ॅम कैसे चल रहे है?
मे- (बैठते हुए)सर आपके होते हुए अच्छे ही होंगे.....मैने हल्की सी मुस्कान चेहरे पर लाते हुए कहा
सर (मेरी गान्ड की तरफ देखते हुए)- वो तो है बेटा (हल्की सी स्माइल)......तो शुरू करे नेक्स्ट एग्ज़ॅम की तैयारी......बड़ा टफ एग्ज़ॅम है.......
मे- हां सिर.......मुझे बहुत डर लग रहा है.......
सर- डोंट वरी बेटा......यू विल डू गुड ईवन इन दिस एग्ज़ॅम टू......डोंट वरी........
(फिर सर ने बुक उठाई और मुझे समझाने लगे...सर की वाइफ अपने रूम में चली गई.....इधर 10-15 मिनिट्स तक सीरियस्ली पढ़ने के बाद मुझसे रहा नही जा रहा था......मुझे सुस्ती पकड़ने लगी थी.......मैं सुस्ती को रोकने की असफल कोशिश कर रही थी कि तभी
सर- अरे बेटा इतनी जल्दी थक गयी......
मे- सर प्लीज़्ज़्ज़्ज़ मत कराओ और......मुझसे नही होगा......मेरा सिर दर्द करने लगा है
सर- बेटा तो फिर फिर से उसी तरह पास होना है.......
जैसे ही सर ने यह कहा मैं अपनी सीट से उठकर सर की गोद में आकर बैठ गई. जिससे उनका बैठा लंड मेरी टाइट गान्ड को छूने लगा और मैने उनके हाथ अपने दोनो मोटे दूध के उपर टिका दिए.......
मे- सर हां बिल्कुल.......इसी की तो आस लेकर आपके पास आई हूँ.....आपके होते हुए मैं फैल नही हो सकती..आइ नो सर.
सर के चेहरे पर हसीन सी रौनक आ गई और सर ने कहा 1 मिनट मे आता हूँ......सर अपने रूम की तरफ गये........मैं भी उनके पीछे आ गई.........सर डोर के पास जाकर रुक गये और चुपके से देखने ल्ग्गे........मैं भी उनके साथ आ गई और अंदर झाकने लगी.......
हम ने देखा कि उनकी वाइफ बेड पे आँखें बंद करके लेटी हुई है और टीवी चल रहा है.....सर ने फिर मेरी तरफ देखा.........मैने भी सर की तरफ देखा..
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