RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
अहह.....हइईई......एक अजब सा नशा छा गया मेरे शरीर में......
वो भी मेरी चूत को अंदर तक चाटे जा रहा था और अपनी ज़ुबान से चोद रहा था.उधर मैं भी उसके लंड को अपने मुँह का गीलापन दे रही थी. वो अहसास इकट्ठे एक दूसरे को चूसना.....बयान करना मुश्किल है. बहुत देर तक हम ऐसे ही एकदूसरे के गुप्त अंगों को चूस्ते रहे. फिर मेरे बाय्फ्रेंड ने मुझे सीधा किया और मैं उसके उपर आ गई. मुझे ज़ोर से लिपट कर कहने लगा
बाय्फ्रेंड- जान...क्या मस्त माल हो तुम....पता है कितने लड़के तेरी मारना चाहते है?
मे- ओह जान...तुम्हारी वजह से तो इतना मस्त माल बनी हूँ.....बताओ कितने लड़के?
बाय्फ्रेंड- अरे मेरी जान सारी दुनिया के लड़के तेरे जैसी मस्त दूध और गान्ड वाली लड़की को चोदना चाहते है. उनका बॅस चले तो सारी रात तेरी चूत और गान्ड ठोकते रहे......
मे- हाई जान......तुम्हारा दिल नही करता .....सारी रात मेरी चूत और गान्ड को ठोकने का?
बाय्फ्रेंड- ओह मेरी रानी....तू आज देखना तो सही कैसे तुझे चोदता हूँ अभी सारी रात...वो भी तेरे घर पे....तेरे ही बेड पे जान.
मे- ओह माइ जानू....लव यू सो मच.....आज मुझे बहुत आग लगी हुई है......आज मुझे छोड़ना मत....जो कहोगे वो मिलेगा.......
बाय्फ्रेंड- आजा मेरी जान.....गले लग जा.......
फिर हम दोनो ने मज़े से एक लंबा सा किस किया. तभी उसने कहा कि जान अब लेट जाओ मेरे नीचे. मैं लेट गई तो उसने मेरी दोनो टाँगों को खोला और अपना बिल्कुल तना हुआ पत्थर सा लंड मेरी चूत क उपर रखा. हइईई जान......अब रहा नही जाता ..प्लीज़ डाल दो ना......फिर थोड़ी देर मुझे तडपाने के बाद उसने अपना लंड थोड़ा सा अंदर डाला.....
मे-अहह जान......कितना मज़ा दे रहा है.......पूरा डाल दो ना जानू.....
बाय्फ्रेंड- नही जान....आज तो तुझे तरसाउंगा......
मे- जान मैं कॉन सा फर्स्ट टाइम चुद रही हूँ तुमसे,,,,पूरा धक्के से डाल दो.....फिर देखो मैं कैसे मज़े दूँगी.
बाय्फ्रेंड- नही मेरी रानी......मैं तो आज ऐसे ही करूँगा...
फिर उसने थोड़ा थोड़ा सा और अंदर डाला.....मुश्किल से उसका आधा लंड ही अंदर गया था. मुझे तो तडपा दिया था उसने.मुझसे तो रहा नही जा रहा था. मन कर रहा था अपने बाय्फ्रेंड को पकड़ कर नीचे गिरा दूं और उसके उपर चढ़ जाउ और ऐसे चोदु इसे जैसे कि यह सारी ज़िंदगी याद रखे.....
.मे- प्लीज़ जान मेरी चूत फाड़ दो.....डाल दो अंदर.....
बाय्फ्रेंड- जान , तुझे तडपाने का मज़ा ही कुछ और है....मैं तो आज ऐसे ही करूँगा.
मैं सोचने लगी कि अगर इसने थोरी देर ट्के मुझे अपना पूरा लंड नही डाला तो मैं कुछ ऐसा करूँगी कि यह याद रखेगा....
फिर उसने अपना लंड बाहर निकाला तो मैने कहा "जान क्या कर रहे हो जल्दी से डालो ना अपनी जान की चूत में".
लेकिन वो अपने चेहरे पर शैतानी सी हँसी लिए हुए ना में सिर हिलाए जा रहा था. तभी मुझे गुस्सा आया और मैने उसके बालों से पकड़ लिया और बेक पे लिटा दिया और मैं उसके उपर आ गई. वो कुछ कहता ही इससे पहले मैने उसका लंड पूरा अपने मूह में ले लिया और बॉल्स तक मेरे लिप्स लगने लगे. मैं किसी भूखी रंडी की तरह उसका लंड निगल गई थी. मैने गपॉगप चूसने लगी. ज़ोर ज़ोर से खीचने लगी उसके लंड को अपने मूह से. वो पागल हो गया. मैं फिर उसका लंड मूह से निकाला तो वो मेरे सलाइवा से पूरा गीला हो गया था मैं तुरंत ही उसके लंड को पकड़ कर अपनी चूत में घुसा दिया...
हइईईईई......अहह. तब जा के कहीं असीम शांति मिली. पूरे का पूरा लंड अंदर चला गया . मेरे बाय्फ्रेंड की तो साँसें थम गई और मज़े में स्ककककककक स्ककककककककककक.....करने लगा. मैने थोड़ी देर धीरे धीरे उपर नीचे किया. और फिर मैं तेज़ी से जंप मारने लगी. अहह.....अहह. चुदाई की आवाज़ें तेज़ हो गई. पिचह पिछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ों से रात की खामोशियाँ टूटने लगी. मैं बहुत ज़ोरे ज़ोर से उसे चोदने लगी और अपने अंदर छुपी हवस को मिटाने लगी. मेरे बाय्फ्रेंड को बहुत मज़ा भी आ रहा था लेकिन वो हैरान भी था कि मैं ऐसा कर रही हूँ क्यूंकी पहले कभी मैने ऐसे नही किया था. मैने उसे हग कर लिया लेकिन अपनी गान्ड को हिलाती गई और अपने बाय्फ्रेंड को चोदती गई. पॅट्ट्ट्ट पथत्तटतत्त,,,,,,पिचह.......पीउचह........हइईए...........अहह....मर गई......ओह्ह गॉड.......अहमम्म्मम....ऐसी आवाज़ें और भी मज़ा दे रही थी.
अभी 5 ही मिनट ही हुए थे उसे इस तरह तेज़ तेज़ चोदते हुए कि वो कहने लगा"जान मेरा निकालने वाला है....रुक जाओ.....छूट जाएगा अंदर." मुझे यह सुनके बहुत मज़ा आया और मैने कहा " नही जान.....अब तो मैं नही रुकूंगी....चाहे जो मर्ज़ी हो जाए,,,,," मुझे इस बात ने इतना मज़ा दिया कि मैं उसे चोदते चोदते झड गई....हइईई ......ज़ाआाआअँ.....म्म्म्म.मममममम...........मुझे बहुत सुकून मिला था लेकिन मैने उसे चोदना ख़त्म नही किया था.....मैं जितनी ज़ोर से हो सके उसे चोद रही थी.....तभी उसके मूह से आवाज़ आई" जान रुक जऊऊ........अहह...........अहह". मैं रुकी नही और चोदती गई कि तभी मुझे अपनी चूत में उसके गरम वीर्या के छूटने का एहसास हुआ.......हइईईई......मैं तो दोबारा झड गई.........अहह जान........ओह गॉड......
फिर हम रिलॅक्स हो गये और एकदूसरे से लिपटे रहे . उठने की हिम्मत नही रह गई थी. एक दूसरे से लिपटे हुए हम पता नही कब सो गये. फिर अचानक 1-2 घंटे बाद मेरे बाय्फ्रेंड ने कहा कि सुबह होने वाली है. अब हमे ध्यान रखना चाहिए. मैने कहा मेरे बाथरूम में छिप जाना जब कोई आएगा. और जैसे ही सभी बाहर चले जाएँगे और मुझे मौका मिलेगा मैं गेट से तुम्हे बाहर भेज दूँगी. फिर उसने कहा" जान रात को ऐसा मज़ा आया जैसे पहले कभी नही आया था...अरे तुम तो माल हो यार. " फिर हम एक और लंबी किस करने लगे और रंगीन ख़यालों में डूब गये...
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