RE: Antarvasnasex रूम सर्विस
स्टीव ने एक वॉटर बेस्ड ल्यूब की बॉटल ली और उसमे से थोड़ा सा ल्यूब अपनी उंगलियों पे लगाया. ऋतु की दोनो टॅंगो को चौड़ा करके उसने गान्ड के छेद पे खूब सारा ल्यूब लगा दिया. अब हल्के से एक उंगली से उस ल्यूब को अंदर धकेला. ऋतु की साँसें भारी होती जा रही थी और स्टीव यह देख के बहुत खुश था. स्टीव ने धीरे धीरे पूरी उंगली अंदर कर दी. ऋतु ने झूठ मूठ दर्द होने का नाटक किया. स्टीव ऋतु के इस दर्द से और पागल हो उठा. उसने दो उंगलियाँ अंदर कर दी. ऋतु ने उची आवाज़ में दर्द का इज़हार किया.
अब स्टीव ने अपने लंड पे खूब सारा ल्यूब लगाया. वो ऋतु की कुँवारी गान्ड को फाड़ने के लिए तैयार था. उसका लंड बेताब हो रहा था की गान्ड में घुसे. उसने लंड का सिरा गान्ड के छेद पे टीकाया और एक ही ज़ोरदार झटके में लंड को आधा गान्ड के अंदर धकेल दिया. स्टीव का फिरंगी लंड करण के देसी लंड के मुक़ाबले बहुत चौड़ा था और ऋतु की सचमुच दर्द के मारे चीख निकल पड़ी. उसकी आँखों के किनरो से आँसू भी आने लगे. यह देख के स्टीव को ऐसा जोश चढ़ा की उसने एक और झटके में लंड पूरा गान्ड में घुसा दिया.
दर्द के मारे ऋतु तिलमिला उठी. उसे लगा की आज उसकी मौत पक्की हैं.. दर्द के मारे. स्टीव एक पल के लिए रुका ताकि ऋतु की गान्ड अच्छी तरह से खुल जाए और उसके बाद और धक्के देना शुरू करेगा. आज तक स्टीव ने बहुत गान्ड मारी थी लेकिन इतनी टाइट और मज़ेदार कोई नही. कुछ देर के बाद स्टीव ने हल्का सा लंड बाहर निकाला और वापस गान्ड में घुसा दिया. ऋतु को अभी भी दर्द हो रहा था लेकिन पहले से कम. उसने हाथ टाँगों के नीचे से बढ़ा कर स्टीव के टटटे पकड़ लिए. स्टीव एक पल के लिए हैरान हो गया. लेकिन जब ऋतु ने हल्के हल्के हाथ से टॅटू को दबाया तो उसको बहुत अच्छा लगा. स्टीव आन थोड़ी स्पीड से गान्ड के अंदर बाहर कर रहा था अपना लंड. ऋतु को भी अब दर्द ज़्यादा नही था और मज़ा आने लगा था.
ऋतु उसके टटटे दबाब रही थी और स्टीव के हाथ ऋतु के बूब्स पे . स्टीव उनको आछे से मसल रहा था. ऋतु के निपल जो की हल्के भूरे रंग के थे इस मसालने की व्जाह से अब एकद्ूम लाल हो गये थे. ऋतु को गान्ड मरवाने में मज़ा आ रहा था. वो स्टीव को उत्साहित कर रही थी कुछ ना कुछ बोलके
“ओह स्टीव .. यू आर सो गुड…..युवर कॉक इस सो बिग …. फक माइ आस स्टीव…. शो मी हू दा मॅन ईज़… मेक मी युवर लिट्ल इंडियन होर स्टीव… ऊह एसस्स.., युवर कॉक फील्स सो गुड बेबी…. माइ आस ईज़ स्ट्रेच्ड… दिस ईज़ दा बेस्ट फक ऑफ माइ लाइफ”
स्टीव भी इन सब बातों को सुन के ज़ोर ज़ोर से पंप करने लगा. थोड़ी ही देर में उसके लंड में प्रेशर बनने लगा. उसने स्पीड और तेज़ कर दी. ऋतु उसके टॅटन को हल्के से दबाए जा रही थी. स्टीव से रहा ना गया और उसने ऋतु की गान्ड में अपने वीर्य की बौछार कर दी. वो अभी भी पंप करे जा रहा था. फाइनली स्टीव रुका और उसने लंड ऋतु की गान्ड से बाहर निकाला. वो थक कर बैठ गया. ऋतु की गान्ड से स्टीव का वीर्य बह कर बाहर आ रहा था. ऋतु भी पसीने से लथपथ पड़ी हुई थी.
स्टीव ने उसको बड़ी तबीयत से चोदा था और ऋतु भी अरसे बाद चुदी थी. दोनो एक दूसरे के आस पास पड़े रहे.
कुछ देर बाद स्टीव उठा और आल्मिराह में से अपने वॉलेट निकाल के उसमे से $200 निकाल के ऋतु को दिए.
“हियर स्वीटहार्ट.. गेट उर्सेलफ ए गिफ्ट”
ऋतु ने स्टीव के हाथ में $100 के 2 नोट देखे और उसको एक पल के लिए यह एहसास हुआ की वो क्या बन चुकी हैं. यह सोचते ही उसका मन एकदम से विचलित हुआ लेकिन अगले ही पल उसने यह ख़याल हटा के मुस्कुराते हुए स्टीव से वो पैसे लिए और उसको किस किया और कहा.
“ओह स्टीव डार्लिंग… दिस वाज़ दा बेस्ट नाइट ऑफ माइ लाइफ. यू आर ए स्ट्रॉंग मॅन!! आइ होप वी गेट टुगेदर सून”
“सून बेबी. गुड नाइट.”
“गुड नाइट डार्लिंग”
ऋतु ने अपने कपड़े पहने और स्टीव के रूम से चली आई. उसने रूम सर्विस बखूबी प्रवाइड की और उसके काम से खुश होके स्टीव ने उसे अच्छी टिप भी दी थी. चलते चलते ऋतु की आँखों के सामने उसकी ज़िंदगी चलने लगी.. कैसे वो पाठकोट से दिल्ली आई थी ट्रेन में.. पूजा के साथ हॉस्टिल में… पहली जॉब.. करण के साथ गुज़ारे हसीन पल… दोनो का प्यार… करण और ऋतु के बीच की ग़लतफहमी… ऋतु का अकेलापन.. उसके घर की परेशानियाँ… होटेल की नौकरी… और एक एंप्लायी से एक कॉल गर्ल बनने तक की जर्नी. चलते चलते ऋतु की आँखों से आँसू आने लगे लेकिन ऋतु ने उनको पोछा और दिल मज़बूत किया. पर्स से फोन निकाला और लास्ट डाइयल्ड नंबर को रिडाइयल किया. दूसरी तरफ से कोई आवाज़ नही आई
ऋतु बोली “रूम सर्विस डन!!” और फोन कट किया.
दोस्तो ये थी कहानी एक मासूम लड़की की जो दुनिया के एशो आराम के लिए अपने परिवार के लिए एक वेश्या बन चुकी थी हमारे समाज मैं आज भी ऐसी बहुत लड़कियाँ है जिनकी कहानी ऋतु से मिलती है जो किसी के प्यार मैं आकर अपना शरीर लड़को को न्योछावर कर देती है जब वो भंवरे उनका रस पीकर उड़ जाते है तब उनके पास सिर्फ़ यही काम बचता है जिसका नाम है रूम सर्विस . दोस्तो कहानी कैसी लगी बताना मत भूलना आपके जबाब के इंतजार मैं
आपका दोस्त
राज शर्मा
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