RE: Antarvasnasex रूम सर्विस
रूम सर्विस -लास्ट पार्ट
ऋतु रूम नंबर 137 के सामने पहुचि. यह होटेल के सबसे बढ़िया रूम्स में से एक था. उस रूम का टॅरिफ हर किसी के बस की बात नही थी. उस कमरे के बाहर खड़े खड़े ऋतु ने अपना मन मज़बूत किया, एक लंबी साँस ली और हल्के से खटखटाया. अंदर से “कम इन” की आवाज़ आई.
ऋतु ने दरवाज़ा खोला और कॉन्फिडेंट्ली अंदर गयी. अंदर स्टीवन रोब पहने सोफा पे बैठा हुआ था. ऋतु उसकी तरफ बढ़ी और हाथ बढ़ाया मिलाने के लिए
“हाय आइ आम ऋतु”
स्टीवन उठा और उसने ऋतु का हाथ अपने हाथ में लिया और बोला “आइ आम स्टीवन” और यह कहते हुए उसने धीरे से ऋतु के हाथ को चोंमा. “बट यू कॅन कॉल मी स्टीव.”
स्टीव की नज़रें ऋतु पे से हट नही रही थी. ऋतु भी पुर शबाब में थी. स्टीव ऋतु को लेके सूयीट की बार की और गया और वहाँ ऋतु के लिए एक ड्रिंक बनाने लगा.
“ऋतु हियर इस युवर ड्रिंक.”
“थॅंक्स हनी.”
“आइ लव इंडियन गर्ल्स. दे आर सो ब्यूटिफुल. सो एग्ज़ोटिक. सो मस्की. आंड सो टाइट”
ऋतु हंस दी… “ओह रियली स्टीवन… लगता हैं तुमने बहुत इंडियन गर्ल्स के साथ टाइम बिताया हैं.”
“वेल… आइ आडमाइर ब्यूटी.. आंड योउ कॅन कॉल मी स्टीव”
“ओके स्टीव”
“लेट्स गो टू दा बाल्कनी आंड हॅव अवर ड्रिंक्स देअर.”
दोनो सूयीट की बाल्कनी की तरफ चल दिए. बाल्कनी से नज़ारा बहुत खूबसूरत था…
दूर हाइवे पर चलती गाड़ियों की हेडलाइट्स ऐसे लग रही थी जैसे किसी नदी में असंख्या दिए तेर रहे हो. हल्की हल्की रात की हवा. नीचे स्विम्मिंग पूल जिसमे और उसके किनारे बैठे लोग. सामने लॉन में टहलते हुए लोग. उपर आसमान में टिमटिमाते तारे और स्टीव के पहलू में खूबसूरत शोख ऋतु. पूरा समा बहुत ही खूबसूरत था.
हवाएँ ऋतु की ज़ुल्फो से खेल रही थी और उसकी एक दो लट उसके गालो को मुसल्सल चूम रही थी. ऋतु ने उनको अपने कान के पीछे किया और स्टीव की और देख के हल्के से मुस्कुराइ. स्टीव ऋतु की अदाओं का दीवाना हो रहा था. उसका लंड ऋतु की चूत में घुसने के ख़याल से ही झूम रहा था…. उसके रोब में टेंट सा बन गया था. ऋतु की नज़रें उसपे पड़ी तो उसने स्टीव से कहा
“ईज़ दट ए गन इन यू पॉकेट ऑर आर यू ग्लॅड टू सी मी?” इस बात पे दोनो ज़ोर ज़ोर से हासणे लगे. स्टीव ऋतु के करीब गया और बोला “वाइ डॉन’ट यू चेक आउट फॉर युवरसेल्फ.”
ऋतु ने हाथ बढ़ाया और रोब के उपर रखा. रखते ही उसे स्टीव के लंड की गरमाई का एहसास हुआ. उसने आछे से हाथ में ले लिए लंड को और वो चौंक गयी.
स्टीव का लंड कम से कम 10 इंच लंबा था और ऋतु के दोनो हाथों में भी पूरा नही आ रहा था. गोलाई भी बहुत थी. एक पल के लिए तो ऋतु डर गयी और उसे लगा की आज वो मर ही जाएगी. लेकिन तभी उसे ख़याल आया की स्टीव को खुश करना ही उसका मकसद हैं और उसके लिए वो कुछ भी करेगी.
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