RE: Desi Sex Kahani रंगीली पड़ोसन
मैंने निर्णय लिया कि जब तक नेहा सामान्य नहीं हो जाती और उसका दर्द कम नहीं होता तब तक मैं ऐसे ही रुक कर उससे बातें करता रहूँगा!
इसी उद्देश्य से मैंने झुक कर उसके होंठों और उसकी नम आँखों को चूमा और फिर उससे पूछा- नेहा, अगर तुम अपने पति से रोज़ सम्भोग करती हो तो फिर तुम्हें इतना अधिक दर्द क्यों हुआ?
मेरे इस प्रश्न पर उसकी तीव्र प्रतिक्रिया मिली- मैं रोजाना लिंग के साथ सम्भोग करती हूँ किसी लट्ठ के साथ नहीं! मेरे पति के पास एक लिंग है लेकिन तुमने तो अपनी टांगों के बीच में एक लोहे की रॉड लटका रखा है।
मैं हंस पड़ा और उसके स्तनों को चूमते हुए बोला- मेरी जान नेहा, मुझे नहीं मालूम कि तुम्हारी योनि किस मिट्टी की बनी है लेकिन वह इतनी संकीर्ण है कि उसे भेदने के लिए ही मुझे लोहे की रॉड का प्रयोग करना पड़ रहा है।
नेहा ने जब कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और मुस्करा दी तब मैं समझ गया कि अब उसे दर्द कम हो गया, तब मैंने झुक कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उन्हें चूसने लगा।
नेहा ने भी मेरा साथ दिया और वह भी मेरे होंठ चूसने लगी तब मैं उसके दोनों स्तनों को धीरे धीरे मसलने लगा।
मेरा ऐसा करने से वह उत्तेजित होने लगी और मुझे अपने लिंग पर उसकी योनि जकड़न तीव्र होती महसूस हो रही थी।
उसी स्थिति में मैंने नेहा के स्तनों के मसलते हुए और उसके होंठों को चूमते हुए अपने कूल्हों को नीचे की ओर दबाया।
मेरे शरीर के दबाव बढ़ने से मेरा लिंग नेहा की योनि के अन्दर जाने को अग्रसर हो गया।
अगले पांच मिनट तक मेरे द्वारा उसके होंठों का रस-पान एवं उसके स्तनों का मसलना चलता रहा और तब तक मेरा लिंग उसकी योनि की जड़ तक पहुँच गया।
यह सब इतने अहिस्ता और आराम से हुआ कि नेहा को लिंग एवं योनि के पूर्ण मिलन का पता ही नहीं चला क्योंकि उसने कुछ क्षणों के बाद वह बोली- क्या हुआ? क्या ऐसे ही मेरे ऊपर लेटे रहोगे? क्या मेरी योनि के अन्दर अपना पूरा लिंग डालने की मंशा नहीं है?
मैंने मुस्कराते हुए उसकी चुचूकों को चूमते हुए बोला- वह तो कब का अन्दर पहुँच चुका है! क्या तुम्हारी योनि सो रही है जो उसे अभी तक पता ही नहीं चला की कोई तुम्हारे गर्भाशय के दरवाज़े को खटखटा रहा है।
मेरी बात सुन कर नेहा थोड़ी आश्चर्यचकित हुई, तभी मुझे अपने लिंग पर उसकी योनि की पकड़ में कसाव की अनुभूति हुई, मैं समझ गया कि वह मेरे कथन की पुष्टि कर रही थी!
मैंने तभी अपने लिंग को थोड़ा बाहर खींच कर अंदर धकेला तो वह उसके गर्भाशय से टकराया!
तब उसकी योनि के अंदर हुई गुदगुदी और हलचल से उत्तेजित हो कर उसने एक सिसकारी ली और मुझसे चिपट गई!
उसके सख्त स्तन और उनके ऊपर खड़ी चुचूक मेरी छाती में चुभने लगी तथा मुझे भी उत्तेजित करने लगी!
मुझसे चिपटी नेहा ने मेरे होंटों को चूमा फिर मेरे कान के पास अपना मुँह लेजा कर मेरे कान के नीचे के भाग को मुँह में ले कर हल्का सा काट लिया!
दर्द के कारण मेरे द्वारा सी… सी… करने पर वह बोली- मेरे हल्का सा काटने पर तो थोड़ी सी दर्द हुई होगी और तुम अभी से ही सी.. सी.. कर रहे हो और अगर मैं तुम्हें उतना ही दर्द देती जितना तुमने मुझे दिया है तब तो तुम चिल्ला चिल्ला कर आसमान ही सिर पर उठा लेते?
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