RE: Desi Sex Kahani रंगीली पड़ोसन
नेहा का पति कद में नेहा से छोटा लग रहा था और रंग में भी सांवला एवं देखने में भी बदसूरत लग रहा था।
मुझे बहुत ही हैरानी हो रही थी की नेहा ने उस जैसे लंगूर से शादी के लिए हाँ क्यों की होगी।
परिचय हो जाने के बाद नेहा के पति ने मुझसे कहा- नेहा ने मुझे बताया कि तुम्हें भी उसी कंपनी में नौकरी मिली है जिसमें नेहा को मिली है। कल सुबह कंपनी के काम से मुझे चेन्नई जाना है इसलिए मैं कल उसे उसको ऑफिस छोड़ने नहीं जा सकता! अगर तुम्हें कोई परेशानी नहीं हो तो क्या तुम कल उसे अपने साथ ऑफिस ले जा सकते हो?
मैंने उत्तर में कहा- मुझे इसमें कोई परेशानी नहीं होगी! लेकिन मैं तो बाइक से जाऊँगा इसलिए अगर आपकी पत्नी को कोई परेशानी और आपत्ति नहीं हो तो वह अवश्य मेरे साथ चल सकती हैं।
मेरी बात सुन कर मेरी भाभी ने तुरंत कहा- रवि, अगर सोमवार को तुम नेहा को अपने साथ ले कर जाने वाले हो तो मेरी कार में चले जाना।
फिर भाभी ने नेहा के पति की ओर घूमते हुए बोली- भाई साहिब, आप चिंता मत करें! सोमवार को मैं कार नहीं ले जाऊँगी इसलिए यह दोनों आराम से उसमे नई नौकरी ज्वाइन करने जा सकते हैं।
इसके बाद नेहा और उसके पति ने भईया, भाभी और मेरा धन्यवाद किया और अन्दर चले गए।
हम भी कुछ देर और बालकनी में बैठ कर अपने अपने कमरे में चले गए।
शाम को मुझे नेहा की पुकार सुनाई दी तब मैं बालकनी में गया तो वह मुझसे सुबह ऑफिस जाने का कार्यकर्म पूछने लगी।
मैंने उसे बताया कि मेरे नियुक्ति पत्र में तो साढ़े नौ का समय दे रखा है, इसलिए अगर हम नौ बजे भी चलेंगे तो भी समय से पहले ही पहुँच जायेंगे।
तब उसने कहा कि वह नौ बजे से पहले ही तैयार हो कर हमारे फ्लैट पर पहुँच जाएगी!
सोमवार सुबह ठीक नौ बजे जब मैं घर से निकल रहा था, तब नेहा भी अपने फ्लैट से निकल कर मेरे पास आ गई और हम दोनों तय कार्यक्रम के अनुसार ऑफिस चले गए।
शाम को जब हम दोनों ऑफिस से घर लौटे तब तक भईया और भाभी नहीं आये थे इसलिए मैं नेहा के अनुरोध पर सीधा उसके फ्लैट में ही चले गए।
अंदर जाकर नेहा ने मुझे बैठने के लिए कहा और खुद अपने कमरे में चली गई।
मैं जानता था कि वह अन्दर सीधा बाथरूम में जाएगी इसलिए दबे पाँव मैं भी उसके पीछे उसके कमरे में चला गया।
कमरे के अंदर नेहा को नहीं देख और बाथरूम का दरवाज़ा खुला देख कर मैं थोड़ा ओट में रहते हुए अंदर झाँका तो देखा कि नेहा अपनी कमीज़ उतार चुकी थी और सलवार उतार रही थी!
उसके बाद नेहा ने अपनी ब्रा और पैंटी भी उतारी और सभी कपड़े एकत्रित करके कोने में रखी मैले कपड़ों को टोकरी में डाल दिए!
फिर पूर्ण नग्न रूप में ही पॉट पर बैठ कर मूत्र विसर्जन किया और अपनी योनि को धोया एवं पौंछा!
जब वह अपने हाथ से अपनी योनि के होंठ चौड़े करके धो एवं पोंछ रही थी तब उसकी गुलाबी रंग की पावरोटी के अंदर तक की झलक देखने को मिली!
यह दृश्य देख कर जब मेरा लिंग तन कर क़ुतुब मीनार की तरह खड़ा हो गया तब मैं वहाँ से हट गया।
लेकिन हटने से पहले मैंने देख लिया था कि नेहा ने बिना ब्रा और पैंटी पहने ही नाइटी पहन ली थी और अपना मुख धो रही थी।
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