RE: Porn Hindi Kahani मेरा चुदाई का सफ़र
मैंने कम्मो के इशारे पर डॉली को खड़े खड़े ही चोदने का प्लान बनाया और इस काम के लिए मैंने डॉली को अपने से चिपका कर थोड़ी देर चूमा चाटा लेकिन वो तो अभी ही बहुत चुदवाने के लिए अधीर हो रही थी तो मैंने उसकी एक टांग ऊपर उठा कर और उसकी बाहें अपने गले में डाल कर लंड की एंट्री मार दी और वो उसके अधिक गीलेपन के कारण फटाक से पूरा ही अंदर चला गया और फिर हम धीरे धीरे एक दूसरे को फक करने लगे।
सब लड़कियाँ बड़े ध्यान से हमारे यह नए ढंग की चुदाई देख रही थी और अपनी गर्ल पार्टनर को और भी गर्म कर रही थी।
डॉली काफी गर्म हो चुकी थी, वो ज़्यादा धके बर्दाश्त नहीं कर सकी और जल्दी ही मेरे से ज़ोरदार चिपकी मार कर छूट गई।
कम्मो ने जॉली को तैयार कर रखा था, वो बेड पर थोड़ा झुक कर खड़ी थी और मैंने अपने डॉली की चूत के पानी से भीगे लंड को छपाक से जॉली की चूत में डाल दिया और वो खुद ही आगे पीछे होकर मुझको ही चोदने लगी और मैं सिर्फ उसके मुम्मों के चूचुकों से खेलता रहा और उसके मुलायम चूतड़ों को हाथ लगा कर खूब आनन्द लेता रहा।
क्यूंकि ये फ़िल्मी कलियाँ थी तो इन्होंने अपने शरीर को मेहनत से संभाल के रखा था और शरीर की सुंदरता को अच्छी तरह से कायम रखा था।
जॉली की चुदाई के वक्त उसकी शारीरिक सुंदरता अति लुभावनी थी और दिल चाह रहा था कि उसके शरीर के हर अंग को चूमता और चाटता रहूँ।
बहुत अधिक कामुक हुई जॉली जल्दी ही हाय हाय चिल्लाती हुई स्खलित हो गई।
अब नंबर था सुशी का जिसको कम्मो ने अभी से बेड पर बिठा रखा था।
मैं जैसे ही जॉली से फारिग हुआ तो कम्मो ने मुझको भी बेड पर बिठा दिया और सुशी को अपनी टांगें फैला कर मेरे दोनों तरफ रख कर लंड के ऊपर बिठा दिया।
अब सुशी का चुनाव था कि वो कैसे चुदना चाहेगी तेज़ या फिर धीरे धीरे।
और चुदाई की सारी मेहनत अब सुशी के ऊपर थी।
उसने पहले कुछ धीरे धीरे चोदना शुरू किया और फिर धीरे से चुदाई की स्पीड तेज़ करने लगी।
मैंने सुशी के चूतड़ों के नीचे अपने दोनों हाथ रखे हुए थे ताकि उसकी चूत मेरे लौड़े के निशाने पर रहे और उसकी दोनों बाहें मेरे गले में थी।
कभी हम डीप किस भी कर लेते थे और कभी मैं उसके गोल और मोटे मुम्मों को चूस भी लेता था।
चुदाई के इस पोज़ में भी सारी मेहनत लड़की या फिर औरत को करने पड़ती थी और आदमी सिर्फ अपने लौड़े को खड़ा रखने की कसरत करता था।
थोड़ी देर में सुशी मेरे गले में बाहें डाले हुए अपनी चूत को आगे पीछे करते हुए एक झूले का आनन्द लेने लगी। अब मैंने सुशी की गांड में हाथ की ऊँगली डाल दी और सुशी और भी जोश से मुझ को चोदने लगी।
थोड़ी देर तीव्र चुदाई के बाद सुशी मेरे गले से चिपक गई और अपनी चूत को मेरे लौड़े से जोड़ कर कंपकंपाती हुई झड़ गई।
कम्मो ने सुशी को वहाँ से उठाया और उसकी जगह हेमा को ले आई और मुझको लेटने को कह कर उसने हेमा को मेरे ऊपर से मुझको चोदने के लिए कहा।
हेमा तो मेरे से पहले ही चुद चुकी थी, उसको चोदने का मेरे मन में कोई विशेष आकर्षण नहीं था, फिर भी उसको भी चोदना मेरी ड्यूटी थी और सच कहूँ तो हेमा चुदाई की मास्टर थी, इतना अधिक चुदाई की शौक़ीन थी कि कोई भी मौका इस काम का नहीं छोड़ना चाहती थी।
हेमा मेरे ऊपर बैठ कर पहले धीरे धीरे से ऊपर नीचे हो रही थी और मैं उसकी काली डोडियों से खेल रहा था लेकिन उसकी चूत इतनी रसीली हो चुकी थी कि उसकी चूत का पानी टपक कर मेरे पेट पर जमा हो रहा था।
हेमा सबसे बेखबर आँखें बंद किये मुझको चोदने में मगन थी।
उसके गोल और मोटे मम्मे बार बार ऊपर नीचे हो रहे थे और उसकी बालों से भरी चूत मेरे हरियाले लंड को बार बार पूरा निगल जाती थी और फिर उसका थोड़ा सा रस चूस कर वापस ऊपर हो जाती थी।
मैंने उसकी उभरी हुई चूत में हाथ डाला तो वो अत्यंत गीली हो चुकी थी लेकिन मैंने उसके मोटे भग को छूना और मसलना शुरू कर दिया और अब हेमा की चुदाई स्पीड एकदम से तेज़ होने लगी और मैं उसके उछलते स्तनों को एक हाथ से पकड़ कर मसलने लगा।
अचानक सबने देखा कि हेमा का मुंह थोड़ा सा खुला और एक ज़ोरदार हुंकार उसके मुंह से निकल गई और वो स्खलित होते हुए मेरे ऊपर पसर गई।
उसकी सिकुड़ती हुई चूत मेरे लंड को दोहने की कोशिश में थी लेकिन मेरी ट्रेनिंग और सेल्फ कंट्रोल के कारण मेरा एक बूँद वीर्य भी नहीं निकला इस सारी चुदाई प्रकरण में!
लेकिन इस चुदाई सेशन और फिर सारा दिन की कामुक डांस प्रक्रिया के कारण मेरे अंडकोष में वीर्य को रोकने के कारण थोड़ा भारीपन आ रहा था और अब उचित समय था कि मैं वीर्य स्खलन कर लेता तो जैसे ही मैं हेमा को चोद कर उठा, सामने कम्मो आ गई और मैंने उसको पकड़ा और बेड पर लिटा दिया और सिर्फ उसकी साड़ी ऊपर करके उसकी चुदाई शुरू कर दी।
ऐसी तेज़ धकम्पेल शुरू की मेरे बेलगाम घोड़े ने कि कम्मो की एकदम रसीली चूत भी उसको नहीं रोक सकी।
गहरे धक्के, ज़ोरदार धक्के मारते हुए मैंने कम्मो को चोदना शुरू कर दिया।
इतनी देर से चुदाई के माहौल में रहते हुए कम्मो भी अपनी कामुकता के शिखर पर पहुँच चुकी थी, वो जल्दी ही अपने चूतड़ों को उठा उठा कर मेरे लौड़े का स्वागत कर रही थी।
आँखों ही आँखों से वो मेरा धन्यवाद कर रही थी कि मैंने देखा डांस वाली सारी लड़कियाँ गुरु और चेले की लंड और चूत की लड़ाई बड़े ध्यान से देख रही थी।
कम्मो मेरी हालत से पूरी तरह से वाकिफ थी और वो चाहती थी कि मेरा वीर्य जल्दी छूट जाए लेकिन मैं भी इस कोशिश में था कि हम दोनों साथ साथ छूटें।
फिर कम्मो का शरीर एकदम अकड़ा और उसका पानी भी छूटने लगा और तभी कम्मो की चूत ने एक ट्रिक खेली और मैं भी अपने वीर्य के बाँध को रोक नहीं सका और मेरा भी फव्वारा ज़ोर से छूटा और मैं कम्मो के गुदाज़ शरीर पर लुढ़क गया।
कम्मो ने मेरे सर को सहलाया और हम दोनों उठ बैठे।
और यह देख कर सब लड़कियाँ हैरान थी कि मेरा लंड अभी भी पूरी तरह से खड़ा था और हवा में लहलहा रहा था।
थोड़ी देर बाद हम दोनों बाइक पर बैठ कर हवेली पहुँच गए।
मैं अपने कमरे में पहुँचा ही था कि पर्बती आई और बोली- छोटे मालिक, आपको मम्मी और बड़े मालिक याद कर रहे थे, कहा है कि जैसे ही आप पहुँचें, मैं आपको बता दूँ!
यह कह कर वो जाने लगी लेकिन मैंने उसका हाथ पकड़ लिया, उसको अपनी तरफ खींच उसके लबों पर एक गर्म चुम्मी जड़ दी और साथ ही उसके मोटे गुदाज़ मुम्मों को भी मसल दिया।
वो कहती रही- यह क्या कर रहे हो छोटे मालिक? कोई आ जाएगा, छोड़ो न प्लीज!
जैसे जैसे वो बोलती थी, वैसे ही मैं उसके जिस्म पर हाथ लगा रहा था।
मैंने उसको आलिंगन में लेकर उसकी धोती को ऊपर उठा दिया और उसकी बालों से भरी चूत पर हाथ फेरने लगा।
पर्बती की चूत एकदम सूखी थी, उसको ऊँगली से गीली किया मैंने, उसको कहा कि आज रात वो काम खत्म करके मेरे कमरे में आ जाए, आज उसकी चुदाई की रात है।
मैं जल्दी से मम्मी पापा के कमरे में पहुँच गया जहाँ वो मेरा इंतज़ार ही कर रहे थे।
पापा बोले- सोमू बेटा पिछले कुछ दिनों से मैं देख रहा हूँ कि तुम बहुत ही ज़्यादा काम कर रहे हो, जब से ये फिल्म वाले यहाँ आये हैं, तुम्हारा काम बहुत ही बढ़ गया है, तुम छुट्टियाँ मनाने यहाँ आये हो बेटा, काम करने नहीं।
मैं बोला- नहीं पापा, काम कोई ख़ास ज़्यादा नहीं है और मुझको इस काम में बहुत अधिक मज़ा आ रहा है, और फिर सारा काम तो कम्मो और उसकी सहेलियों ने संभाल लिया है, मैं तो ऊपर से ज़रा देखभाल कर रहा हूँ।
मम्मी बोली- शाबाश सोमू, तुम वाकयी में बड़े हो रहे हो।
मैं ज़रा झिझकते हुए बोला- पापा वो फिल्म वालों ने मुझको डांस ग्रुप में भी शामिल कर लिया है तो मैं डांस की शूटिंग डांसर्स के साथ कर रहा हूँ।
पापा मम्मी दोनों बहुत खुश हुए और पापा बोले- वेरी गुड बेटा, यह तो बहुत ही अच्छी खबर तुमने सुनाई। हमने तुमको इसलिए बुलाया है कि कल हम 3 दिनों के लिए बरेली जा रहे हैं जहाँ मेरे एक ख़ास दोस्त की लड़की की शादी है तो पीछे से तुमने घर को संभालना है! ठीक है?
मैं बोला- वो तो मैं संभाल लूंगा लेकिन यह पंचोली साहिब से आपकी क्या बात हुई है पैसे के बारे में?
पापा बोले- पंचोली साहिब ने एक लाख रुपया एडवांस में जमा कर दिया है मुनीम जी के पास! पैसे का हिसाब किताब वो देख रहे हैं, जब ये लोग जाएंगे तो फाइनल हिसाब मुनीम जी कर लेंगे। ये लोग तुमको क्या फीस दे रहे है डांस के लिए?
मैं बोला- मैंने पूछा नहीं डांस डायरेक्टर से! कुछ दे दें तो इनकी मर्ज़ी है और अगर ना भी दें तो फ़र्क नहीं पड़ता क्यूंकि मैं बड़ा मज़ा ले रहा हूँ।
पापा बोले- ठीक है सोमू बेटा, जैसा तुम ठीक समझो। हम सुबह जल्दी चले जाएंगे। जाओ बेटा, अब सो जाओ बेटा, सारे दिन की भाग दौड़ से थक गए होंगे।
मैं अपने कमरे में पहुँचा ही था कि देखा मधु मैडम और रूबी के कमरे की लाइट जल रही है, मैं दरवाज़ा खटका कर अंदर घुस गया।
दोनों एकदम नंगी एक दूसरी के साथ गुंथी लेटी हुई थी और लेस्बो सेक्स में लीन थी, मुझको देख कर दोनों एकदम चौंक गई।
मैं बोला- वेरी सॉरी मैडम जी, मैंने तो दरवाज़ा खटखटया था लेकिन शायद आप बहुत बिजी थी इसीलिए सुना नहीं। कुछ हेल्प करूँ आप दोनों की?
रूबी तो चुप रही लेकिन मधु मैडम बोली- अरे सोमू राजा, आओ आओ, क्या ठीक टाइम पर आये हो!
मधु मैडम वैसे ही नंगी खड़ी हो गई और आगे बढ़ कर मुझ को अपने से लिपटा लिया, मेरी चुम्मियाँ लेती हुई मेरे को सारे कमरे में घुमाने लगी।
मेरे को अपने से चिपकाए हुए ही बोली- यार सोमू, क्या सेक्सी डांस किया था आज तुमने! मेरी तो पुसी में क्लिट्टी खड़ी हो गई थी! उफ़्फ़ क्या फड़कता डांस था!
मैं बोला- मैडम जी, डांस के स्टेप्स तो आप दोनों के ही थे, बहुत ही हॉट डांस है! क्या यह सेंसर बोर्ड से पास हो जाएगा मैडम?
मधु मैडम बड़े जोश से बोली- ज़रूर होगा! आओ सोमू राजा, अपने कपड़े उतार दो, फिर चिपको डांस करते हैं हम तीनों।
मैंने रूबी मैडम की तरफ देखा, वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर हल्के हल्के अपनी भग को मसल रही थी।
मैंने कहा- ठीक है!
मधु मैडम ने जल्दी से मेरे कपड़े उतार दिए और फिर मैं और मधु मैडम धीरे धीरे से चिपको डांस करने लगे।
डांस करते वकत मेरा लंड मैडम की चूत में ऊपर से घुसा हुआ था और उसकी भग को रगड़ मार रहा था।
जैसे जैसे मैडम को मज़ा आ रहा था, वैसे वैसे ही वो मेरे से चिपकती जा रही थी।
दो तीन चक्कर कमरे के लगाने के बाद वो मुझको लेकर बेड पर आ गई, मुझको बेड पर लिटाने की कोशिश करने लगी लेकिन मुझको तो चिपको डांस में बड़ा आनन्द आ रहा था तो मैं उसको कस कर कर अपने से चिपकाये हुए घूमता रहा और 2 चक्कर के बाद ही लंड और भग की घिसाई के कारण मधु मैडम का पानी छूट गया और वो कांपती हुई मेरे गले से लिपट गई।
रूबी मैडम अब उठी और अपने उन्नत उरोजों के साथ एक गज गामिनी की तरह मेरी तरफ बढ़ी, आँखों में कामुकता की खुमारी लिए हुए वो मेरे निकट आई और मेरे सीधे तने हुए लौड़े को अपने हाथ में ले लिया और उसको चूम कर बोली- क्यों बे लंडम, तुझको अपने पर बड़ा घमंड है ना कि तुझको कोई हरा नहीं सकता? चल आ, आज मैं तेरा घमंड चूर चूर कर दूंगी साले।
यह कह कर वो नीचे बैठ गई और मेरे लंड को पागलों की तरह चूमने और चूसने लगी।
उसका चुसाई का खेल कोई 10 मिन्ट चला होगा लेकिन जब लंड पर कोई असर नहीं पड़ते देख कर वो मुझको खींच कर बिस्तर पर ले गई और मुझको नीचे लिटा कर आप मेरे ऊपर चढ़ बैठी और बड़े ज़ोर की धक्काशाही शुरू कर दी।
मैं मन ही मन मुस्करा रहा था क्यूंकि इस चुदाई के दौरान वो दो बार स्वयं झड़ चुकी थी लेकिन फिर भी हार नहीं मान रही थी।
मैं भी अपनी बाहें अपने सर के नीचे रख कर बड़े आराम से रूबी के करतब देख रहा था।
जब दो बार रूबी फिर छूट गई तो थक कर मेरे ऊपर पसर गई तब मधु मैडम आगे बड़ी और रूबी को हटा कर खुद मेरे लौड़े पर विराजमान हो गई।
जब उसने भी सारे हथकंडे आज़मा लिए और स्वयं 3 बार पानी छोड़ गई और मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकी तो उसने भी हाथ खड़े कर दिए।
तब मधु मैडम ने कहा- उफ़्फ़ रूबी, मैं तो भूल गई सोमू राजा तो बिमारी से ग्रस्त है इस बिमारी की वजह से इसका लंड काफी देर खड़ा रह सकता है और कोई चूती इसको हरा नहीं सकती और जब यह चाहे इसका वीर्य भी छूट सकता है।
रूबी बोली- मधु मैडम जी, आपको यह पहले बतलाना चाहिए था ना! हम खामख्वाह इतनी मेहनत करते रहे इसका छुटाने के लिए! इस चक्कर में मेरा 4-5 बार छूट गया!
मैंने कहा- अच्छा चलो आज की सभा विसर्जित करते हैं और कल देखेंगे क्या होता है? वैसे मैडमो, आपका चिपको डांस हिट हो जाएगा अगर सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया तो! अच्छा मुझको क्या मिलने वाला है इस डांस के लिए?
मधु मैडम बोली- तुमको क्या चाहिए सोमू यार? तुम्हारे पास तो सब कुछ है धन, मन, लन, फन और क्या चाहिए?
मैं बोला- मैडम जी, मेरी जेब खर्ची के लिए पैसे चाहिए होते हैं ना! मैंने आपके लिए इतने दिन डांस किया और मुफ्त का मैनेजर बना तो उसका कुछ तो फायदा होना चाहिए ना?
मधु मैडम बोली- तुम घबराओ नहीं सोमू यार, मैंने पंचोली साहिब से बात कर ली है, उन्होंने कहा है कि वो तुमको उचित मेहनताना देंगे।
मैं बहुत खुश हो गया और मैं जोश से बोला- वाह मैडम जी, चलो इसी ख़ुशी में आप दोनों को एक एक बार और चोद देता हूँ!
दोनों मैडम एक साथ चिल्ला पड़ी- नहीं सोमू, तेरे लंड ने तो हमारी चूतें चोद चोद कर लाल कर दी हैं, इनको सुजा दिया है। अब दो दिन कोई लंड वंड नहीं चाहिए।
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