RE: Antarvasna Sex Kahani फार्म हाउस पर मस्ती
बस और क्या कहूँ चने के खेत में चौड़ी होने की यही कहानी है. मैंने उन 4 दिनों में जंगल में मंगल किया और जो सुख भोगा था वो आज तक याद करके आहें भरती रहती हूँ. उसने मुझे लगभग हर आसान में चोदा था. हमने चने और सरसों की फसल के बीच भी चुदाई का आनंद लिया था. मैं हर चुदाई में 3-4 बार तो जरुर झड़ी होऊंगी पर मुझे एक बात का दुःख हमेशा रहेगा मैंने गजेन्द्र से अपनी गांड क्यों नहीं मरवाई. उस बेचारे ने तो बहुत मिन्नतें की थी पर सच पूछो तो मैं डर गई थी. आज जब उसके मोटे लंबे लण्ड पर झूमता मशरूम जैसा सुपारा याद करती हूँ तो दिल में एक कसक सी उठती है.
समाप्त
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