RE: Chudai Kahani सपनों के रंग मस्ती संग
थोड़ी देर बाद, उसके माता पिता आ गये और फिर मैं अपने घर चला गया ..
वो मेरी लाइफ का “पहला एक्सपीरियेन्स” था ..
उसके बाद भी हम दोनों काफ़ी दिनों तक ऐसे ही, एक दूसरे को ऐसे ही चुम्मा चाटी और उंगली से उतेज्ज़ित करते रहे पर वो चाहती थी की शादी से पहले वो “कुँवारी” रहे, इसीलिए हमने चुदाई नहीं की ..
लगभग 1 साल तक ऐसे ही चलता रहा और उसके बाद उसके पापा का ट्रान्स्फर हो गया और वो लोग आगरा शिफ्ट हो गये ..
उसके बाद थोड़े दिनों तक कभी कभी उसके फोन आया करता था तो हम सामान्य बात कर लिया करते थे ..
फिर धीरे धीरे, उसके फोन आना बंद हो गये और समय के साथ हमारा लिंक टूट गया ..
समय अपनी रफ़्तार से निकलता जा रहा था..
वक़्त का पहिया चलता रहा और मैं कॉलेज में आ गया और यह उस टाइम की बात है जब मैं तीसरे सेमेस्टर में था और मेरी छुट्टियाँ पड़ी थीं, जून के महीने में ..
मेरी उम्र, लगभग 19 साल की थी ..
कांता के चले जाने के बाद, मैं बहुत उदास हो गया था क्यूंकी मेरी छुट्टियाँ हो गई थी और आस पास मेरे और कोई दोस्त नहीं थे ..
मेरे पापा की एक कज़िन रहती थी, अलीगढ़ में ..
उनकी बेटी की ग्रेजुएशन पूरी हुई थी और वो लगभग, 21 साल की थी ..
उसका नाम पायल था ..
मैं अब तक, उन लोगों से कभी नहीं मिला था ..
ग्रेजुएशन करने के बाद, अब मेरी कज़िन (पायल) को मथुरा आना था क्यूंकी वो मथुरा में किसी कॉलेज से “एम बी ए” करना चाहती थी ..
तो एक दिन शाम को पापा घर आए और उन्होंने बताया की अलीगढ़ से पायल आ रही है और हमारे साथ रहेगी, कुछ दिन ..
कहते हैं, 19 साल की ऐसी उम्र होती है की लड़की का नाम सुनकर ही अंकुर फूटने लगते हैं ..
मैं एक्ससाइटेड था, उसे देखने के लिए पर तब भी ऐसे कुछ विचार नहीं आए थे, उसके लिए ..
मैं बस सोच रहा था की वो आ जाएगी तो मेरी छुट्टियाँ आराम से निकल जाएगी …
आख़िरकार, वो दिन आ गया जिस दिन वो आ रही थी ..
मैं और मेरे पापा उसको स्टेशन से पिक करने गये थे तो मैंने देखा की उसके साथ उसकी मम्मी भी आई हैं ..
मुझे मालूम नहीं क्यूँ अच्छा नहीं लगा, उसकी मां का आना ..
मुझे क्या पता था की उसकी मम्मी का आना ही, मेरे लिए इतना मददगार होगा ..
खैर, उन दोनों को लेके हम लोग घर आ गये और साथ में सबने डिनर किया ..
मेरे घर में, 3 बेडरूम्स हैं ..
जिसमें से एक में मेरे माता पिता, दूसरे में मेरे दादाजी और तीसरे में मैं सोता था ..
मेरे रूम में एक डबल बेड था और काफ़ी बड़ा था इसीलिए मेरे रूम में सोने की कोई दिक्कत नहीं थी ..
और इधर, पायल अकेली नहीं थी, उसके साथ उसकी मम्मी भी थीं इसीलिए शायद किसी को कोई दिक्कत भी नहीं हुई की वो दोनों मेरे रूम में सोएं …
मैं थोड़ा शर्मिला टाइप का हूँ इसीलिए अभी तक मेरी पायल से कुछ भी बात नहीं हुई थी पर मैं उसकी मम्मी से अच्छे से बात कर रहा था और ऐसे ही कुछ कुछ हँसी मज़ाक कर रहा था ..
यहीं पर, पायल की मम्मी के आने से मेरी मदद हो गई ..
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