RE: Chudai Kahani सपनों के रंग मस्ती संग
मैं फिर भी बाहर ही देख रहा था, खिड़की से..
उसके गाल मेरे गालों पर रगड़ खा रहे थे और उसके नरम नरम बूब्स, मेरी पीठ पर ..
मैंने गौर किया की वो थोड़ा आगे पीछे मूव हो रही थी ताकि उसके बूब्स, मेरी पीठ से रगड़ खाए ..
मुझे भी बहुत अच्छा महसूस हो रहा था और अचानक से, उसके हाथ मेरी जीन्स के बटन पर गये और उसने मेरी जीन्स का बटन खोल दिया ..
मैंने उससे पूछा – यह क्या कर रही है… ??
उसने कुछ जवाब नहीं दिया और झटके से, मेरी जीन्स की ज़िपर भी खोल दी ..
मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था ..
वो लगातार अपने बूब्स रगड़ रही थी, मेरी पीठ से ..
धीरे धीरे, उसने मेरी गर्दन पर और मेरे गालों पर चुम्मी करना और जीभ से चाटना शुरू कर दिया ..
मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था ..
मैंने कोशिश की मैं मूड जाऊं पर उसने मुझे बोला की ऐसे ही बैठा रह ..
मेरी पीठ, उसकी साइड थी ..
मैं वैसे ही बैठा रहा ..
उसका हाथ अब मेरी चड्डी के अंदर, मेरे लण्ड को सहला रहा था जो अब बिल्कुल कड़क हो गया था ..
थोड़ी देर ऐसे ही पोज़िशन में, वो मेरे साथ चुम्मा चाटी करती रही और मेरे लण्ड से खेलती रही जो अब कड़क हो चुका था ..
मेरा लण्ड पहले, इतना कड़क और बड़ा कभी नहीं हुआ था ..
उसके बाद फिर, उसने मुझे बोला मुड़ने के लिए ..
मैं जैसे ही मुड़ा, वो मेरे चेहरे पर चुम्मियाँ करने लगी ..
मुझे मज़ा आ रहा था और तभी मेरी नज़र, उसके बूब्स पर पड़ी ..
मैंने चुम्मी करते करते, उसके बूब्स को अपने हाथ में ले लिया और धीरे धीरे मसलने लगा ..
उसके बाद फिर, वो मेरे होंठों को चूसने लगी और हम दोनों चुंबन करने लगे ..
चुंबन करते करते, उसने अपनी जीभ मेरी मुंह में डाल दी जिसको मैंने ज़ोर से काट लिया ..
बहुत मज़ा आ रहा था, पहली बार करने में ..
अब मुझे सब कुछ धीरे धीरे समझ आ रहा था की आख़िर अमित भैया और सुमित को यह सब, इतना पसंद क्यूँ है ..
वो एहसास ही ऐसा था, जिसको शब्दों में बयान नहीं कर सकते ..
फिर उसने, मेरी टी शर्ट उतार दी ..
मेरी टी शर्ट उतारने के बाद, उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे सीने पर सब जगह चूमने लगी ..
मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था और वो सारे किताबों के पोज़ और पोज़िशन्स, मेरी आँखों के सामने आ रहे थे ..
उसके बाद मेरे पूरे बदन पर किस करते करते, वो मेरी कमर तक आई और उसने मेरी जीन्स और चड्डी दोनों एक साथ नीचे खिसका दिए ..
मैं एक ग्राहक की तरह, बस उसकी सेवा का लुफ्त उठा रहा था ..
बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था ..
उसके बाद, उसने मुझे मेरे पैरों को फैलाने को बोला ..
मेरे पैरों को फैलाने के बाद, वो मेरे पैरों के बीच में आ गई ..
उसके बाद नीचे झुक कर उसने मेरा लण्ड, अपने हाथ में पकड़ लिया और उसे धीरे धीरे पूरा मुंह में लेकर चूसने लगी ..
यह एक ऐसा अनुभव था, जो मैं काफ़ी सालों से महसूस करना चाहता था ..
वो एक एक्सपर्ट की तरह, मेरे लण्ड को चूस रही थी ..
मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था ..
सो वो मेरे लण्ड को एक एक्सपर्ट की तरह चूस रही थी और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, अपना लण्ड चुसवाने में ..
यह पहली बार था की कोई लड़की मेरा लण्ड चूस रही थी ..
थोड़ी देर वो लण्ड चूसती रही और मैं एंजाय करता रहा ..
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