RE: Desi Kahani अनोखा रिश्ता... अनोखी चाहत
समीना टॉमी को अपनी जगह से खड़ा करना चाह रही थी ताकि वो उसे प्यार करे... उसे चोदे! मगर टॉमी अभी भी अपनी जगह पर ही बैठा हुआ था। समीना अपनी जगह से उठी और उसके गद्दे पर उसके आगे पीछे फिरने लगी। कभी उसके पीछे जाती तो कभी उसके सामने आ जाती... फ़िर अपनी खूबसूरत गाँड को उसके सामने लहराने लगती। मगर टॉमी अभी भी सुस्ती के साथ उसके सामने लेटा हुआ था। कभी-कभी जब समीना अपनी गाँड को टॉमी के मुँह के बिल्कुल साथ लगाती तो वो एक दो बार उसकी गाँड को चाट लेता अपनी ज़ुबान से और फ़िर से नीचे अपने सामने पड़े हुए बिस्किट खाने लगता। उसके सामने काफ़ी सारे बिस्किट पड़े हुए थे जो थोड़ी देर पहले समीना उसके लिये डाल के गयी थी। कुछ उनमें से टॉमी ने खा लिये हुए थे और कुछ आधे कुतरे हुए थे और कुछ मुँह से निकाले हुए थे। करीब ही एक खुले से बर्तन में टॉमी के लिये पानी पड़ा हुआ था। कुछ सोच कर समीना मुस्कुरायी और फ़िर नीचे को झुक कर टॉमी के आगे से बिस्किट अपने मुँह से उठा कर खाने लगी। टॉमी ने उसे देखा तो एक बिस्किट अपने मुँह में डाला और फ़िर उसे बाहर निकाल दिया। समीना ने फ़ौरन ही उसे अपने होंठों से अपने मुँह में लिया और टॉमी की तरफ़ देखती हुई खाने लगी... चबाने लगी। उसे बड़ा ही अजीब लग रहा था कि वो एक कुत्ते के मुँह से निकली हुई कोई चीज़ खुद खा रही है। आज से चंद दिन पहले तक तो वो ऐसा तसव्वुर भी नहीं कर सकती थी।
आखिर कुछ देर के बाद टॉमी अपनी जगह से उठा और गद्दे से नीचे पड़े हुए बड़े से बर्तन में डाले हुए पानी में मुँह मारने लगा। अपनी ज़ुबान अंदर डाल कर लिप-लिप करता हुआ पानी पीने लगा। समीना भी अपने घुटनों के बल फ़ौरन आगे बढ़ी और खुद भी अपना मुँह नीचे कर के उसी बर्तन में डाल दिया और अपनी ज़ुबान निकाल कर कुत्ते के बर्तन में से ही पानी पीने लगी। उसे खुद पे हंसी भी आ रही थी कि वो एक इंसान हो कर जानवर की तरह बर्तन में से पानी पी रही है और मालकिन होते हुए भी अपने कुत्ते के बर्तन में से उसका झूठा पानी पी रही है। कुत्ते की ज़ुबान से पानी में तो कुछ फ़र्क़ नहीं आया ना और जब हम अपनी झूठी चीज़ें उसे दे सकते हैं तो हमें उसका झूठा खाने में और पीने में क्या हर्ज़ है... और फ़िर एक दूसरे का झूठा खाने से ही तो आपस का प्यार बढ़ता है ना। समीना मुस्कुरायी। उसे अपनी इन ही बातों और हरकतों के साथ अपनी चूत भी गीली होती हुई महसूस हो रही थी। समीना ने अपनी एक उंगली नीचे ले जा कर अपनी चूत के अंदर डाली और अपनी चूत के अंदर बाहर किया तो उसे अपनी चूत का गाढ़ा पानी अपनी उंगली पर महसूस हुआ। समीना ने अपनी उंगली वापस ला कर अपने मुँह में डाल कर अपनी ही चूत का पानी चाट लिया। अब समीना दोबारा से घूम कर टॉमी के पीछे आयी और उसकी कमर को चूमने लगी। उसकी दुम्म के नीचे उसके गोल-गोल काले टट्टे लटक रहे थे। समीना ने अपने हाथों से उनको सहलाना शुरू कर दिया। टॉमी ने पानी को छोड़ कर मुड़ कर समीना की तरफ़ देखा और फ़िर से अपना मुँह आगे कर लिया। समिना!
समीना ने टॉमी की कमर को चूमा और फ़िर अपने होंठ टॉमी के काले-काले टट्टों पर रख कर उनको चूमने लगी। समीना ने अपनी गुलाबी ज़ुबान बाहर निकाली और उन काली-काली गेंदों को अपनी ज़ुबान से छेड़ने और उनको चाटने लगी। उसने अपने मुँह से उन पर थूक गिराया और अपनी ज़ुबान उन पर मलने लगी। फ़िर वो उनको बारी-बारी मुँह में ले कर चूसने लगी। बड़ा ही अच्छा लग रहा था उसे... उनको चाटना... उनको चूसना! अलग ही मज़ा आ रहा था समीना को। एक खूबसूरत हसीन औरत एक कुत्ते के पीछे झुकी हुई अपने गुलाबी-गुलाबी होंठों के साथ उस कुत्ते के काले-काले टट्टों को अपने मुँह में ले कर चूस रही थी और अपने मुँह के अंदर ही रखते हुए उन पर ज़ुबान भी फेर रही थी...जैसे पता नहीं कितनी मज़े की चीज़ उसके मुँह के अंदर हो। समीना की नज़र टॉमी के लंड पर पड़ी जो अब आहिस्ता-आहिस्ता उसकी खाल से बाहर निकल रहा था। समीना ने उसकी गोलियों को चूसते और चाटते हुए अपना हाथ आगे बढ़ा कर उसके लंड को पकड़ लिया और उसे अपनी मुठ्ठी में ले कर सहलने लगी... मुठ्ठी में ले आगे-पीछे करने लगी। अब टॉमी भी मस्ती में आ रहा था। समीना ने अब आगे को जा कर टॉमी का लंड अपने मुँह में लिया और उसे चूसने लगी... अपनी ज़ुबान से चाटने लगी... मुँह में ले कर अंदर-बाहर करने लगी... मज़े लेती हुई... इंजॉय करती हुई!
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