RE: Desi Kahani अनोखा रिश्ता... अनोखी चाहत
टॉमी ने अपना सिर मोड़ कर अपने लंड कि तरफ़ देखा और फ़िर अपना मुँह समीना के दूसरे पैर पर रख दिया जो उसके करीब था और अपनी ज़ुबान से समीना के पांव और सैंडल को चाटने लगा। समीना को भी अच्छा लग रहा था। टॉमी ने अपना मुँह खोल कर समीना के गोरे-गोरे नाज़ुक पैर को सैंडल के साथ अपने दाँतों के अंदर लिया और उसे आहिस्ता-आहिस्ता दबाने लगा... काटने लगा। उसके नोकीले दाँत समीना के पैर में ऊपर और सैंडल के तलवे में धंस रहे थे और समीना को हल्का-हल्का लज़्ज़त अमेज़ दर्द होने लगा था। समीना के चेहरे पर लज़्ज़त के साये लहराने लगे थे। एक बार जब टॉमी ने थोड़ा ज़ोर से उसके पैर को अपने दाँतों से दबाया तो समीना के मुँह से सिसकारी निकल गयी। उसे सुन कर जमाल खान ने चौंक कर समीना की तरफ़ देखा तो उसे समीना का पैर टॉमी के मुँह के अंदर नज़र आया तो वो खौफ़ज़दा हो गया।
जमाल बोला, “समीना...! समीना ...! ये क्या कर रहा है टॉमी...! हटाओ उसे!”
समीना मुस्कुरायी, “डोन्ट वरी डार्लिंग...! कुछ नहीं कहता टॉमी! ये तो बस लाड़ कर रहा है... जस्ट रिलैक्स डियर!”
जमाल खान भी देखने लगा कि टॉमी बस उसके पैर को अपने दाँतों के अंदर लेता है और फ़िर अपने मुँह से उसका पैर निकाल कर उसे चाटने लगता है... जैसे कि वो उसके पैर से खेल रहा हो। जमाल को भी तसल्ली हो गयी... उसकी फ़िक्र खतम हो गयी। वो मुस्कुराया, “अरे यार ये तो तुम्हारे पांव से खेल रहा है!” समीना भी मुस्कुरा दी और जमाल दोबारा से टीवी देखने लगा।
इधर समीना का पैर टॉमी के लंड से पीछे को जाने लगा... उसकी रान को सहलाते हुए... उसकी दुम्म के नीचे। उसकी गाँड के सुराख के नीचे टॉमी के टट्टे लटके हुए नज़र आये... काले-काले से... गोल-गोल से! समीना ने एक नज़र जमाल खान की तरफ़ देखा और फ़िर अपने सैंडल और पैर के अंगूठे से उसके टट्टों को सहलाने लगी। अपने शौहर जमाल के मोटे-मोटे और बड़े-बड़े टट्टे तो वो सहला ही चुकी थी कईं बार मगर उन छोटे साइज़ के बॉल्स के साथ खेलना भी समीना को अच्छा लग रहा था। वो अपने पैर के साथ उनसे खेल रही थी। साथ-साथ ही वो सोचने लगी के उन टट्टों के अंदर बनने वाली मनी का ज़ायका भी वो ले चुकी हुई है और उसे ये मानने में कोई आर या शरम नहीं थी कि उसे टॉमी... अपने कुत्ते के लंड कि मनी अपने मुँह में बेहद अच्छी लगी थी... उसका ज़ायका उसे बहोत पसंद आया था।
इतने में जमाल खान के मोबाइल पर कोई कॉल आयी। वो उसे अटेंड करके सुनता हुआ लाऊँज से बाहर निकल गया... बाहर लॉन में! जमाल के जाते ही टॉमी ने अपनी जगह से उठ कर छलांग लगायी और सोफ़े पर चढ़ गया और समीना के चेहरे को चाटने लगा। समीना उसकी इस हरकत पर हंसने लगी। उसे इस बात की खुशी भी हुई थी और तसल्ली भी कि टॉमी ने उसके शौहर के सामने उसके साथ कुछ भी गलत करने की कोशिश नहीं की थी। टॉमी उसके गालों और होंठों को चाटने लगा। वो बार-बार अपनी ज़ुबान ऊपर-नीचे को लाता हुआ उसके चेहरे को चाटता और उसके होंठों को चाटता। समीना ने भी अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और अपनी ज़ुबान को टॉमी की ज़ुबान से टकराने लगी। समीना की ज़ुबान टॉमी की ज़ुबान से टकराने लगी... एक खूबसूरत औरत की ज़ुबान एक कुत्ते की ज़ुबान को चाट रही थी। दोनों ही एक दूसरे की ज़ुबानों को चाट रहे थे। कुत्ते के मुँह से उसका थूक समीना के मुँह के अंदर जा रहा था मगर समीना उसका कुछ भी बुरा समझे बिना अपने अंदर निगलती जा रही थी और टॉमी की ज़ुबान को चाटती जा रही थी... जैसे वो कोई जानवर नहीं बल्कि उसका महबूब हो और वो उसकी महबूबा... जैसे वो उसका बॉय फ्रेंड हो और वो उसकी गर्ल फ्रेंड... जैसे वो उसका आशिक़ हो और वो उसकी माशूक़ा... जैसे वो एक कुत्ता है तो... तो वो उसकी कुत्तिया! दोनों... बल्कि सिर्फ़ समीना... सब कुछ भूलभाल कर टॉमी को प्यार कर रही थी और फ़िर समीना ने टॉमी के जिस्म पर हाथ फेरते हुए उसे खुद से पीछे किया और सोफ़े से उतरने का इशारा किया। टॉमी खामोशी से सोफ़े पर से उतरा और कमरे के एक कोने में मौजूद अपने छोटे से बिस्तर पर चला गया... सोने के लिये!
|