RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
गतान्क से आगे....
हम अंदर आ गये. इतना आलीशान और शानदार बंगलो. मेरे मूह से तो वाउ यह तो शानदार है यार कब खरीदा तो बोली के बॅस अभी अभी बन के रेडी हुआ है. इतने बड़े घर को घूम के देखा. हर कमरा किसी दुल्हन की तरह से सज़ा हुआ था. फुल्ली फर्निश्ड. घर की सारी फेसिलिटीस मौजूद थी वाहा पर. बेडरूम और हॉल ड्रॉयिंग रूम, सिट्टिंग रूम वाघहैरा मे सब सोफा सेट्स, बेडरूम्स मे किंग साइज़ बेड्स पड़े हुए थे और इतने बड़े थे के इस बेड पे कम से कम 5 लोग बोहोत आसानी से सो सकते थे और हर बेड पे फर्स्ट क्लास बेडशीट्स बिछी हुई थी और उनकी पाएंटी पे स्पॅनिश मोरा गोल्ड के नरम ब्लॅंकेट्स बोहोत सलीके से फोल्ड कर के रखे हुए थे. एलसीडी स्क्रीन वाले बड़े बड़े वॉल माउंटेड टVस रखे हुए थे. फर्स्ट क्लास कलर स्कीम यूज़ की गई थी. बाथरूम और शवर भी नयी डिज़ाइन और नयी फिटिंग्स के लगे हुए थे और ईक दम से हाइ क़ुलिटी के फिटिंग्स इस्तेमाल किए गये थे. बेडरूम्स
और दूसरे रूम्स, हॉल वाघहैरा मे कलर्फुल ड्रेप्स लगे हुए थे. सेंट्रल अरकोंडीटिओन लगा हुआ था. ऑन दा होल यह एक बोहोत ही शानदार बंगलो था जिसे मैं देखते का देखता ही रह गया. ऐसा लगता था जैसे यह बंगलो किसी रहने वाले का इंतेज़ार कर रहा है. फिर जब मैने बाल्कनी से बाहर देखा तो बंगलो के पीछे वाले पोर्षन मे एक अछा ख़ासा बड़ा स्विम्मिंग पूल भी था. मैं देख के सोचने लगा के बड़े लोगो की बातें ही बड़ी हो ती है. मैं तो कभी ऐसे शानदार बंगलो को खरीदने का सपना भी नही देख सकता था. लगता था के किसी मशहूर इंटीरियर डिज़ाइनर ने डेकोरेशन किया हो. हर चीज़ बोहोत ही आला क्वालिटी की थी.
और जैसे ही बाल्कनी से पलट के वापस ड्रॉयिंग रूम मे आया तो देखा के दीपा और रूपा दोनो नंगे खड़े मुझे वेलकम कर रहे है. मैं दोनो को देख के मुस्कुरा दिया और मेरा लंड फॉरन ही हरकत मे आ गया और फिर हम ने उस रात बोहोत ही जम्म के चुदाई की दोनो को अलग अलग चोदा और फिर थ्रीसम भी हुआ. चुदाई का सिलसिला सारी रात चलता रहा. रात के तकरीबन 11 बजे रूपा पिज़्ज़ा निकाल के लाई जो के ओवेन मे रखा हुआ था , शाएद पहले ही ऑर्डर कर के मंगवा लिया गया था. डाइनिंग टेबल कंप्लीट ग्लास टॉप की थी. हम तीनो ने पिज़्ज़ा खाना शुरू किया और साथ मे मस्ती भी चल रही थी. पिज़्ज़ा खाने के बाद फिर चुदाई शुरू हुई. दोनो ने मेरे लंड को चूस चूस के लंड का रस्स पीया. दोनो की गंद भी मारी. सुभह के 4 बजे के आस पास हम तीनो नंगे एक ही बेड पे एक दूसरे से लिपट के गहरी नींद सो गये.
दूसरे दिन दोपहर के 3 बजे हमारी आँख खुली. एक ही बेड पे तीनो नंगे पड़े थे. हम तीनो ने साथ शवर लिया और एक दूसरे को अछी तरह से साबुन से रगड़ रगड़ के धोया. इतने दिनो मे दीपा और रूपा एक दम से चुड़क्कड़ बन चुकी थी. ऐसा लगता था के उनकी जवानी पलट के वापस आ गई है. बिल्कुल किसी 18 – 19 साल की जवान लड़कियो की तरह से चुदवाती. झाड़ जाती और फिर एक ही मिनिट
के अंदर फिर से चुदवाने को रेडी हो जाती. शवर मैं भी दोनो को एक एक राउंड घोड़ी बना के चोदा. शवर से बाहर आ के एक दूसरे के बदन को पोछा. किचन और फ्रिड्ज भी फुल खाने पीने के आइटम्स से भरा पड़ा था. तीनो ने साथ ब्रेकफास्ट लिया और फिर कॉफी पीते पीते इधर उधर की बातें करने लगे. युरोप के टूर के बारे मे पूछा तो मैं ने उन दोनो को सब कुछ बता दिया के किस तारह से चुदाई हुई और किस तरह से एक दूसरे की चूतो को चटा और फिर क्रिसटीना के बारे मे भी बताया तो वो दोनो हस्ने लगी और बोले के राज मेरी जान तुम्हारे लौदे मे पता नही क्या जादू है इसे कोई चूत एक बार देख लेती है तो बॅस इसी की गुलाम हो के रह जाती है. उन्न दोनो ने फिर मुझे थॅंक्स फॉर एवेरी थिंग बोला. मैं बोला के अरे यार तुम लोग बार बार थॅंक्स बोल के मुझे शर्मिंदा कर रहे हो. मैं बोला ना के यह मेरी ड्यूटी है. कॉफी का एक और दौर चला फिर.
मैं ने गौर ही नही किया मेरी नज़र पड़ी तो वाहा सेंटर टेबल पे दो ब्राउन कलर्स के बड़े एन्वेलप रखे हुए थे. दीपा और रूपा ने एक एक एन्वेलप उठा लिया और सोफे से उठ के मुझे देते हुए बोली के राज प्लीज़ इसे ना ठुकराना यह हमारी तरफ से तुमको एक छोटा सा गिफ्ट है. मैं तो हैरान रह गया के एन्वेलप का गिफ्ट. मुझे क्या पता था, मैं ने उन दोनो के हाथो से वो एन्वेलप ले लिया और पहले दीपा का दिया हुआ एन्वेलप खोल के देखा तो मेरे होश ओ हवास उड़ गये, चेहरे का रंग ही बदल गया, मेरे हाथ काँपने लगे, एक एन्वेलप मे यह बंगलो की रिजिस्ट्री के पेपर्स थे जो मेरे नाम किए गये थे और दूसरे एन्वेलप मे जो रूपा ने दिया था उस्मै लेक्सस जीप की रिजिस्ट्री बुक थी जिसके ओनर की जगह मेरा नाम लिखा हुआ था. मैं बोला के प्लीज़ दीपा और रूपा मैं आप दोनो से बोहोत ही प्यार करता हू और जब तक मैं हू आप से प्यार करता रहुगा और आपकी सेवा अपने दिल ओ जान से करूँगा पर मैं यह इतना बड़ा गिफ्ट नही ले सकता. दीपा बोली के राज तुम तो हमारी जान हो अगर तुम यह नही आक्सेप्ट करोगे तो हमे बोहोत ही बुरा लगेगा. मैं बोला के मेरी प्यारी प्यारी दीपा और रूपा डार्लिंग अगर आप लोगो को यह शक है के कभी मैं आनी और सोनी के तालुक से आपको
ब्लॅकमेल करूँगा तो आप यह बात अपने दिल से निकाल दीजिए. मैं इतना कमीना इंसान नही हू. मैं आप से कसम खा के कहता हू के मैं ऐसा कभी नही करूगा. इतना सुनना था के उन दोनो ने एक साथ बोला के नही राज हमे मालूम है के तुम बोहोत ही अच्छे नेचर के इंसान हो ऐसा कभी नही करोगे पर प्लीज़ इसे आक्सेप्ट कर्लो. इतना कहते कहते उनकी आँखो मे आँसू आ गये. उनकी आँखो मे आँसू देख के मेरा दिल भी भर आया और मेरी आँखें भी गीली हो गई. मैने आगे बढ़ के दोनो को अपने गले से लगा लिया और वो दोनो मेरे शोल्डर पे सर रख के बोहोत धीमी हिचकीओं के साथ रोने लगे तो मैं ने उनके चेहरो को अपने सामने किया और दोनो की आँखो के आँसू को अपने होटो से पी गया.
और फिर हम तीनो ने एक दूसरे को बोहोत टाइट पकड़ लिया जैसे के यह एक अग्रीमेंट है के हम कभी एक दूसरे से अलग नही होंगे.
अब मजबूरन मुझे वो बंगलो और जीप के पेपर्स लेने ही पड़े. उन दोनो ने कहा के राज प्लीज़ हमारी बच्चियो को कभी उदास ना हो ने देना. उनकी शादी हो जाने के बाद भी उनकी चुदाई की ज़रूरतो को पूरा करते रहना तो मैं बोला के उसकी आप फिकर ना करो मैं आनी और सोनी से भी बोहोत ही प्यार करता हू. उन दोनो की चूतो की सील तोड़ी है ना तो उन से मुझे एक अलग सा प्यार हो गया है और मैं उन दोनो का दीवाना हू. कभी तो मैं समझता हू के मैं ही उनका हज़्बेंड हू और फिर खुद ही हस्ने लगा. वो मुस्कुरा के बोली के नही राज हम ने दोनो के फोन पे बात सुनी है वो दोनो तुम्हारी दीवानी है और एस्पेशली तुम्हारे यह मस्त मूसल की दीवानी है. यह कहते कहते दीपा ने मेरा लंड पकड़ लिया. इतने एमोशन्स की बातो के साथ जैसे ही दीपा का हाथ मेरे लंड पे लगा उसने एक झटका खाया और किसी एलेक्ट्रिक पोल की तरह से खड़ा हो गया. दीपा ने रूपा से बोला के देखो रूपा इस के लंड को, बोलो क्या इरादा है तुम्हारा तो रूपा हंस के बोली के इस के लंड का इलाज तो करना ही पड़ेगा नही तो यह ऐसे ही खड़ा रहेगा और फिर हम तीनो हस्ने लगे. दीपा और रूपा मेरे दोनो तरफ आ गये और हम तीनो एक दूसरे की कमर मे हाथ डाल के एक दूसरे वाले
बेडरूम मे गये.
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