RE: Nanad ki training--ननद की ट्रैनिंग
मैने उन्हे छेड़ा, " अरे तो अपने इस माल से सुलगवाये ना,साली किस दिन काम आएगी."
उन्होने सिगरेट निकाल कर गुड्डी को दी. वह उसे हाथ मे पकड़े थी कि मैने बोला, " अरे ऐसे नही, होंठों के बीच लेकर सुलगाओ." उसने होंठों के बॉच लेकर सुलगाने की कोशिश की पर नही सुलगी तो वो बोले अरे ज़रा ज़ोर से सुट्टा मारो.
और फिर वह सुलग गयी. जब तक वह जीत को देती उन्होने दूसरी निकाल कर उसकी सिगरेट से सुलगा ली और मज़े मे बोले,
" उसे तुम पी लो."
उसने हंस कर फिर एक कश लिया और बोली, " अरे जीजू वो साली क्या जो मना कर दे जीजा की बात को."
जीत उससे सात कर कंधे पर हाथ रख कर खड़े थे और उसकी बात पर खुश होके कस के उसकी चूंचिया दबा दी.
तब तक नीचे से राजीव और अल्पी आ गये छत पे. गुड्डी के उभारों पर से बिना हाथ हटाए, जीत ने पूछा, " क्यों साले जी सिगरेट पीनी है."
हाँ एकदम वो बोले और उन्होने एक राजीव को भी दे दी. मेरी ननद भी बेधड़क, अपने भाई के सामने अपने जीजू से उभार
दबवा रही थी, और सुट्टा लगा रही थी. तब तक शादी का वीडियो वाला दिख गया और उन्होने उसे बुला कर कहा अरे ज़रा जीजा साली की फोटो तो खींच दो,और सबने साथ साथ फोटो खिंचवाई. और सिगरेट ख़तम कर सब नीचे आ गये.जीत को किसी रसम के लिए बुला लिया गया. तब तक मेरी देवरानी गूंजा का भाई, अजय भी वहाँ आ गया. वह गाव का था, लेकिन बड़ा ही तगड़ा और गबरू जवान, मांसपेशिया साफ झलकती थी गुड्डी को देख के उसने छेड़ा, " बहुत जम रही हो"
अब मेरी ननद भी बोलने लगी थी. " अरे जा के गूंजा भाभी को देखो, मुझसे भी ज़्यादा जम रही है." सीना उभार के वो बोली.
तब तक अजय ने झटके से उसके उभारों को सहला दिया और भाग लिया. वो भी उसके पीछे दौड़ी.थोड़ी देर मे राजीव मेरे पास आ गये, और उधर से अजय भी. वह राजीव से बोला, " आज जीजा जी थोड़े दुखी लग रहे है,"
" क्यों" भोलेपन से मैने पूछा.
" अरे आज इनका एक माल जो जा रहा है, आज."
" अरे तो क्या हुआ, माल का पार्मेनेंट इंतज़ाम तो हो गया हाँ अब एक माल बचा है." तब तक मेरी ननद जो मेरे पास आके खड़ी हो गयी थी, उसकी ओर इशारा कर के मैं बोली.
" अरे उसकी क्या चिंता मेरे साथ ठिकाने लगा दे, मैं तो हमेशा से तैयार हू." उसके कंधे पे हाथ रख के अजय ने छेड़ा.
" हाँ हाँ ज़रा मूह धोके आओ." तुनक कर कंधे पर से हाथ झिड़कते हुए वो बोली.
" अरे मूह क्या तुम जो जो कहोगी मेरा भाई धोके आएगा. और आप कह रहे थे कि अजय आज बहोत काम कर रहा है, तो दे दीजिए ना इनाम मे अपनी ये सो काल्ड बहन. और हाँ अजय ये गॅरेंटी देना कि ठीक 9 महीने मे इन्हे मामा बना देना" मैं राजीव से बोली. वो चिढ़ रही थी और हमे उसे चिढ़ाने मे मज़ा आ रहा था.
" मैं सब समझता हू साले, तुम इसी बहाने अपनी बहनों को सलहज बना कर उनसे मज़ा लोगे." और हम सब हँसते हुए वहाँ से चल दिए.
थोड़ी देर मे शाम होने लगी और हम सब तैयार होने लगे.
भाभी, आज आप मेरा मेक आप कर दीजिए ना, इठला के मेरी छोटी ननद बोली.
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