RE: Chodan Kahani शौहरत का काला सच
मन्त्री अभी भी शीबा की बगल में लेटकर उसके नंगे मखमली जिस्म पर हाथ ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर फ़िरा रहा था, कभी वो शीबा के वक्ष सहला रहा था, तो कभी उसके नितम्ब पर हाथ घुमा देता।
उसकी नजरें उसके खूबसूरत जिस्म पर फिसलती जाती, वो अपने किस्मत पर रश्क करने लगता कि एक अजीमोशान हुस्न की मल्लिका के हुस्न को पूरी तरह पा चुका था।
वो एक बार फिर से उसके अधरों को चूस रहा था, उसके हाथ शीबा के गुदाज वक्ष को टटोल रहे थे।
इस तरह काफी देर तक शीबा के खूबसूरत जिस्म का आनन्द लेने के बाद मन्त्री वहाँ से निकल गया और जाते जाते बोला- अब मैं सीधा बॉस से मिलने जा रहा हूँ, आज शाम को ही मुलाकात हो सकती है तुम्हारी उनसे, तुम तैयार रहना। बस उनको खुश कर दो तो समझो फिल्म पास हो गई।
शीबा को छोड़ अब मन्त्री के पास आया और अब बॉस के सामने बैठा था, बोला- सर मुझे आपको एक फिल्म दिखानी है।
बॉस बोला- भी क्या बात है, आज फिल्म देखने की बात क्यों कर रहे हो?
मन्त्री के आग्रह करने पर बॉस फिल्म देखने लगा, जैसे जैसे फिल्म आगे बढ़ रही थी, उसकी आँखों में चमक आती जा रही थी।
अब शीबा का वो सीन चल रहा था, जिसमें शीबा सफ़ेद गीली साड़ी में झरने के नीचे नहा रही थी।
सफ़ेद गीली साड़ी के नीचे उसकी चूचियों के काले निप्पल उभर कर स्पष्ट छवि बना रहे थे।
बॉस के चेहरे पर चमक बढ़ती जा रही थी और आँखों में वासना नजर आने लगी।
उसकी आँखें शीबा के मखमली बदन और बेइंतहा हुस्न का जायजा ले रही थी, उसकी साँसें तेज हो रही थी।
वो अचानक मन्त्री से बोला- इस शीबा की सैर मुझे करनी है।
मन्त्री बोला- जी हज़ूर, यह शीबा इस फ़िल्म को सेंसर से पास करवाने आपकी सिफ़ारिश लगवाने आई हुई है, आप बोलिए तो आज आपकी शाम शीबा के नाम कर दूँ।
बॉस तो बेकरार था, वो बोला- शाम को उसे मेरे फ़ार्म हाऊस लेकर आ जाओ।
उधर दूसरी तरफ़:
शीबा तो खुद बॉस के आगे बिछने को तैयार थी, वो खुश हो गई और मंत्री के जाने के बाद वो वापिस अपने कमरे में आकर बाथरूम में जाकर पूरी नंगी हो गई।
उसका जिस्म संगमरमर की तरह चमक रहा था, वो अपने आप से बातें करनी लगी।
शीबा- मेरे सरताज, एक बार बस आप मेरे हुस्न के जलवे देख लो, फिर तो सारी फिल्म इंडस्ट्री मेरे कदमों में होगी… आज आपको ऐसा मज़ा दूँगी कि जिन्दगी भर कभी भूल नहीं पाओगे।
शीबा ने अपने आपको देखा, अपनी चूत पे गौर किया।
दो दिन पहले ही उसने अपनी चूत को क्लीन किया था, मगर आज उसकी मुलाकात बॉस से होने वाली थी तो वो किसी तरह की कमी नहीं रखना चाहती थी, वो लग गई अपने काम में !
उसने अपनी बाजू, टांग़ें, बगलों और योनि के आसपास सब जगहों पर एन फ़्रेन्च क्रीम लगा कर साफ़ और चिकना कर लिया।
एक तो वो बेहद खूबसूरत थी, ऊपर से उसका ऐसा चिकना मक्खन जैसा बदन आज, तो बॉस के वारे न्यारे होने वाले थे।
करीब एक घण्टा वो बाथरूम में रही, खूब अच्छे से नहाई, उसके बाद नंगी ही बाहर आ गई और अपने आप को आईने में निहारने लगी।
उसको अपने बेपनाह खूबसूरत जिस्म पे बड़ा गुमान हो रहा था।
वो बस अपने आप को तैयार करने में लग गई, अब एक फिल्म की हिरोइन को तैयार होने में वक्त तो लगता ही है…
ना जाने कितने घंटे वो बस खुद को तैयार करती रही।
आख़िर वो घड़ी आ ही गई जब मन्त्री जी ने उसे बुलवाया।
शीबा एकदम तैयार हो गई थी, उसने अब दूसरी काली साड़ी पहनी थी, जो बस नाम की साड़ी थी, और ब्लाउज भी एकदम झीने कपड़े का, जिसे आप पारदर्शी भी कह सकते हैं, उसकी गुलाबी ब्रा भी उसमें से साफ दिखाई दे रही थी।
और ऊपर से उसने साड़ी को नाभि के काफ़ी नीचे बँधा हुआ था जिसके कारण उसका चमकता पेट दिखाई दे रहा था।
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