Train Sex Stories रेल यात्रा
11-05-2017, 01:22 PM,
#13
RE: Train Sex Stories रेल यात्रा
शीतल उसकी खरी खरी सुनकर अन्दर तक काँप गयी। आगे कुछ बोलने का साहस उसमें
नहीं था। उसने अपनी आँखों पर हाथ रख लिया और सुबकने लगी! !

लड़कियों की यही अदा तो मार देती है।

"सॉरी! " राजपूत ने कहा!

वो और जोर से रोने लगी।

ये सब नाटक देखकर आशीष इतना तो समझ गया था की लड़की अकेली है!

आशीष उस लड़की को देखने की खातिर राजपूत के पास जा पहुंचा- "हेल्लो
फ्रेंड, मेरा नाम आशीष है। आपका नाम तो सुन ही चूका हूँ।"

राजपूत ने पीछे हटकर जगह दी- "यार ये लड़कियों के नखरे अजीब होते हैं।
अभी खुद बीच में कूदी थी और मैं बोला तो रोने लगी। कोई समझाओ यार इसको।

"मैंने कहा सॉरी शीतल जी!" उसने कहकर शीतल के माथे पर रखा हुआ हाथ पकड़ लिया।

"ए डोंट टच मी!" शीतल ने अपना हाथ झटक दिया।

राजपूत का पारा फिर से गरम हो गया- "अब देख लो! पहले तो इसके कपड़े देखो।
कुछ भी छुप रहा है।? फिर कहती हैं। रेप हो गया!"

राजपूत की इस बात पर आशीष ने मुश्किल से अपनी हंसी रोकी। आशीष ने शीतल को
देखा। उसने घुटनों से भी ऊपर का स्कर्ट डाला हुआ था। जो उसके सीधे लेट कर
घुटने मोड़ने की वजह से और भी नीचे गिरा हुआ था। उसकी मांसल जांघे साफ़
दिखाई दे रही थी। राजपूत के ड्रेस पर कमेन्ट करने के बाद उसने अपनी
टांगों को सीधा कर लिया था। पर उसकी गहरे कटाव वाली चोली में उसकी
मोटी-मोटी चूचियां और उनके बीच की घाटी काफी अन्दर तक दिखाई दे रही थी।
अब भी। बस यूँ समझ लीजिये एक इंच की दूरी पर निप्पल भी ताने खड़े थे।

"छोडो यार!" आशीष ने बात को टालने की कोशिश करते हुए कहा।

"अरे भाई! मैंने इसका अभी तक पकड़ा ही क्या है। हाथ छोड़ कर। सोचा था लड़की
साथ वाली सीट पर होने से रात अच्छी गुजरेगी। पर इसकी माँ की चूत, सारा
मूड़ ही ख़राब हो गया!"

ऐसी गाली सुनकर भी वह कुछ न बोली। क्या पता अपनी गलती का अहसास हो गया हो!

"और सुनाओ दोस्त!" आशीष ने राजपूत से कहा!

"क्या सुनाऊं यार? अपने को तो ऑफिस से टाइम ही नहीं मिलता। मुम्बई जा रहा
हूँ किसी काम से। टाइम तो नहीं था पर दीपक के बुलाने पर आना ही पड़ा।"-
कुछ देर रूककर बोला- "दीपक मेरे दोस्त का नाम है।"

आशीष ने सोचा यूँ तो ये रात यूँ ही निकल जाएगी- "अच्छा भाई राजपूत! गुडनाइट!"

"काहे की गुड नाइट यार! इतना गरम माल साथ है। नींद क्या ख़ाक आएगी!"
राजपूत ने शीतल को सुना कर कहा।

आशीष वापस आ गया। कविता उसी का इंतजार कर रही थी। बैठी हुई!
आशीष ने देखा बूढ़ा लेटा हुआ था आँखे बंद किये! उसने कविता को अपने पास
आने का इशारा किया। वो तो जैसे इंतज़ार ही कर रही थी। उठकर पास आकर बैठ
गयी। रानी भी सोने लगी थी। तब तक!

आशीष ने अपने बैग से चादर निकली और दोनों के पैरों पर डाल ली। कविता ने
देर न करते हुए अपना हाथ पैंट की जिप पर पहुंचा दिया और जिप को नीचे खीच
लिया!
Reply


Messages In This Thread
RE: Train Sex Stories रेल यात्रा - by sexstories - 11-05-2017, 01:22 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,556,372 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 550,680 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,256,408 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 949,781 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,685,727 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,107,827 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,997,364 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,209,947 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,087,824 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 290,286 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)