RE: Chudai Sex Kahani मस्त घोड़ियाँ
मस्त घोड़ियाँ--10
गतान्क से आगे........................
रोहित- हाँ मामा मेरा बड़ा दिल करता है उसे चोदने का एक बार मुझसे अपनी चूत
मरवा लेगी तो मस्त हो जाएगी,
अजय- पर एक बात है रोहित अपनी बीबी के साथ अपनी मम्मी या बहन को चोदने मे बड़ा मज़ा आता है तू जब भी
अपनी मम्मी को चोदना अपनी बीबी के साथ ही चोदना
रोहित- पर मामा आज तुम्हारा मन किसे चोदने का कर रहा है
मामा- सच पुंछ भान्जे तो आज तेरी बहन संगीता की चूत मारने का खूब मन कर रहा है जबसे उसकी जीन्स
मे उठी मोटी गंद और उसकी टीशर्ट मे कसे हुए उसके मालदार दूध देखे है तब से बस संगीता की नंगी गंद
ही गंद नज़र आ रही है, वैसे तूने तो अपनी बहन को चोद लिया होगा ना,
रोहित- हाँ मामा मैने संगीता की खूब तबीयत से चुदाई की है उसकी सील मैने हो तोड़ी थी बड़ी टाइट थी साली की चूत
मैं तो संगीता को चोद-चोद के मस्त हो गया था,
अजय- तेरी मम्मी की सील भी बहुत टाइट थी रोहित सच तेरी मम्मी की सील तोड़ने मे पसीना आ गया था
रोहित- फिर तो मामा मम्मी की गंद भी बहुत टाइट होगी
अजय- हाँ तेरी मम्मी की गंद बहुत कसी हुई है और वह हर किसी से अपनी गंद नही मरवाती है कहती है जिसके
साथ चुदवाने मे उसे सबसे ज़्यादा मज़ा आता है उसी से अपनी गंद ठुकवाटी है,
रोहित- मामा आज तुमने मेरे तन बदन मे आग लगा दी है मेरी रंडी मम्मी की गंद और चूत की बात कर-कर के
आज मेरा बड़ा दिल कर रहा है अपनी मम्मी के नंगे बदन से चिपकने का उसका गुदाज पेट इतना उठा हुआ है तो
उसकी चूत कितनी फूली होगी,
चलो मामा अब घर चले मेरा मन अपनी मम्मी की गुदाज भरी हुई जवानी देखने का
बड़ा मन कर रहा है,
रोहित- चलते हुए, मामा तुमने कभी मम्मी की चूत से पेशाब पिया है
अजय- नही भान्जे वह मेरे कहने पर कभी मुतती ही नही है
रोहित- मामा मेरा तो बड़ा दिल करता है अपनी मम्मी को मुतते हुए देखने का और जब वह मुते तो मैं अपना
मूह उसकी चूत से लगा कर उसका सारा पेशाब पी जाउ,
मामा- भान्जे अगर तेरा ऐसा मन करता है तो अपनी मम्मी की चूत को दोनो हाथो से फैला कर अपनी जीभ से
उसकी चूत चूस्ते जाना और कहते जाना मूत रंडी मूत मेरे मूह मे फिर देखना वह तेरे मूह मे ज़रूर मूत देगी
दोनो मामा भान्जे का लंड पूरी तरह तना हुआ था और दोनो अपने घर पहुच जाते है
रात को सभी खाना खा कर बैठक मे बैठे हुए थे एक सोफे पर पापा, बुआ और पापा के दूसरी तरफ संगीता बैठी थी उनके सामने वाले सोफे पर मामा, मम्मी और रोहित बैठे थे, संध्या तभी सबके लिए कॉफी बना कर लाती है और फिर पापा के पीछे जा कर खड़ी हो जाती है, संध्या की कॉफी पीने से पहले यह सब ग्रूप मे बात कर रहे थे और जब कॉफी पीने लगे तो इनकी बाते आपस मे शुरू हो गई,
मंजू- अजय तू भैया संगीता वाले रूम मे सो जाना या तेरा मन हो तो गेस्ट रूम मे रुक जा, अजय- अरे दीदी तुम जहाँ कहोगी मैं तो वहाँ सो जाउन्गा तुम उस सब की फिकर मत करो, फिर मामा ने मम्मी की गुदाज जाँघो पर हाथ रख कर दबाते हुए कहा, दीदी अपने रोहित की तरफ भी ज़रा ध्यान दो अब वह भी बड़ा हो गया है, मंजू- रोहित के गाल खींच कर मुस्कुराती हुई अभी तो मेरा बेटा बच्चा है मुझे तो इसमे कोई भी बडो वाले गुण नही नज़र आए, रोहित का लंड तो वैसे ही अपनी मम्मी के बदन से आती हुई भीनी-भीनी खुश्बू के कारण खड़ा हो गया था पर जब उसकी मम्मी के बोलते समय उसके रसीले होंठो को अपने इतने करीब से देखा तो उसका दिल करने लगा कि अभी अपने होंठ अपनी मम्मी के रसीले होंठो से लगा दे,
रोहित- मम्मी मैं बड़ा हू या छ्होटा लेकिन मुझे हमेशा बडो मे दिलचस्पी रही है,
मामा- अरे दीदी रोहित अब जवान मर्द हो चुका है यह बात संध्या से बेहतर कोन जान सकता है चाहो तो पुंछ कर देख लो संध्या सारी बात आपको बता देगी,
उधर मनोहर अपने एक हाथ को संगीता के कमर मे डाले हुए उसकी चिकनी कमर का मज़ा ले रहा था वही दूसरे हाथ से बुआ की गदराई जाँघो को पकड़ रखा था, मनोहर की निगाहे बुआ के बड़े-बड़े थनो और उसके बड़े से ब्लौज के उपर से उभरे निप्पलो पर,
रोहित ने संध्या की ओर देखा और संध्या ने रूम मे चलने का इशारा किया और रोहित उठ कर अपने रूम मे निकल गया, उसके जाने के कुच्छ देर बाद वहाँ से संध्या भी अपने रूम मे आ गई और रोहित के उपर आकर उसके होंठो को चूमती हुई,
संध्या- जानू थोड़ा दबाओ ना,
रोहित- संध्या के दोनो दूध को अपने हाथो मे भर कर उसके होंठो को चूमता हुआ कस कर दबा देता है और संध्या की चूत से पानी आ जाता है, संध्या अपनी चूत को सहलाती हुई सच रोहित तुम्हारे एक बार चूमने भर से मेरी चूत मे पानी आ जाता है,
रोहित- आ जाता है ना, लेकिन मम्मी को क्या पता
संध्या- रोहित मम्मी ने कुच्छ कहा है क्या
रोहित- हाँ कहती है रोहित तो अभी बच्चा है उसमे मर्दो वाले उन्हे तो कोई गुण नज़र नही आते है,
संध्या-अपनी नाक पर गुस्सा चढ़ाते हुए ऐसा कहा उन्होने, मेरे मर्द को बच्चा कह रही है, रोहित अब ये संध्या तुम्हे तुम्हारी मम्मी की चूत और गंद दोनो खूब कस-कस कर चोदने को दिलवाएगी,
रोहित- खुश होते हुए सच मेरी जान, एक बार बस मुझे मेरी मम्मी की चूत और मोटी गंद मारने को मिल जाए फिर देखना संध्या मैं कैसे अपनी मम्मी की गंद और चूत मार-मार कर फाड़ता हू, रोहित अपना लंड मसल्ते हुए सच संध्या मम्मी की गंद और चूत फाड़ ना दी तो कहना, तब समझ मे आएगा कि मैं बच्चा हू या उनका बाप,
रोहित अपने पेंट की चैन खोले अपने लंड को अपने हाथो से सहलाता हुआ बोला पर संध्या हम कैसे मम्मी को चोदने मे कामयाब होगे,
संध्या रोहित के खड़े लंड को जाकर अपने हाथ से पकड़ लेती है और उसके लंड से अपनी चूत को लगा कर उसके लंड पर चढ़ने की कोशिश करती है और रोहित उसकी मोटी गंद के नीचे हाथ लगा कर उसे अपने लंड पर बैठा लेता है, संध्या के मूह से एक मस्त सिसकी निकल जाती है रोहित का मोटा लंड उसकी पूरी चूत को खोल कर अंदर तक फस चुका था संध्या ने रोहित के कंधो को अपने दोनो हाथो से थमते हुए अपनी चूत को लंड से अड्जस्ट किया और फिर अपने दोनो पेरो को रोहित की कमर से लपेट कर अपने पूरे पेट को रोहित के पेट से चिपका लिया रोहित का पूरा लंड संध्या की चूत मे फिट हो चुका था,
अब रोहित संध्या की गंद के दोनो पाटो को अपने हाथ से पकड़ कर फैलाए हुए उसकी चूत मार रहा था और संध्या उसके होंठो से अपने होंठ चिपकाए चूस रही थी,
फिर रोहित ने संध्या की पूरी गंद को एक ही हाथ से थाम लिया और दूसरे हाथ से संध्या के दूध को कस-कस कर मसालने लगा, कुछ देर बाद रोहित ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और संध्या की चूत मे कस-कस कर 8-10 धक्के मारे और अपना पानी उसकी चूत मे छ्चोड़ दिया, संध्या पूरी तरह रोहित के लंड पर मचल उठी और फिर शांत होकर नीचे उतर आई,
दोनो बिस्तेर पर लेट गये और हफने लगे, कुछ ही देर मे संध्या और रोहित की नींद लग गई,
उधर मामा जी और मम्मी सोफे पर बैठे बैठे कर रहे थे और पापा भी संगीता और बुआ के बीच बैठे हुए थे, तभी संगीता उठ कर अपने मामा के बगल मे बैठ जाती है, संगीता की टीशर्ट से झाँकते उसके नुकीले चुचो की कठोरता को महसूस करके मामा का लंड झटके मारने लगा, तभी मम्मी ने कहा संगीता आज तू अपने मामा जी को अपने बिस्तेर मे सुला लेगी ना,
संगीता- क्यो नही मम्मी मैं तो यही चाह रही थी की आज मैं मामा जी के साथ सोऊ,
मंजू- ले अजय अब ठीक है ना दोनो मामा भांजी आराम से जाकर सो जाओ सुबह मिलते है ओके
मामा और संगीता अपने रूम मे चले गये और इधर मम्मी उठ कर सीधे पापा के बिल्कुल करीब बैठ गई और अब सोना भी है कि रात भर यही बैठे रहना है,
पापा- उठते हुए भाई मैने कब मना किया है चलो और फिर वहाँ से उठ कर अपने रूम मे जाने लगते है,
पापा रूम के अंदर चले जाते है तब मम्मी बुआ को कहती है आ ना रुक्मणी अभी से कहाँ तुझे नींद आ जाएगी,
रुक्मणी ने आज दिन मे ही अजय का मस्त लंड अपनी चूत मे लिया था इसलिए आज उसका कुच्छ खास मन नही था और उसने कहा नही भाभी आज मेरा मन नही है आप लोग बाते करो मैं जाकर सो जाती हू,
मम्मी- हस्ते हुए सच कह रही है या कोई और बात है
बुआ- शरमाते हुए अरे नही भाभी और कोई बात माही है आज वो क्या है ना दिन मे रोहित ने मेरे बदन की बहुत तबीयत से मालिश कर दी थी बस तब से भाभी पूरे रोम-रोम मे दर्द उठ रहा है,
मम्मी- ऐसी कैसी मालिश की है रोहित ने कही तूने वहाँ भी मालिश तो नही करवाई,
बुआ- अब भाभी जब पूरे बदन की बात कर रही हू तो समझ जाओ
मम्मी- हे भगवान तूने रोहित से ही अपनी चूत मरवा ली, फिर मम्मी हस्ते हुए चल कोई बात नही वैसे भी रोहित तो अभी बच्चा है,
बुआ- अरे भाभी भरोसे मत रहना उसका मस्त लंड अगर तुम्हारी चूत मे घुस जाए तो तुम्हारी चूत की धज्जिया उड़ा देगा, एक बार लेके तो देखो पसीने ना च्छुटा दे तुम्हारे तुम्हारा बेटा तो कहना,
मम्मी- थोड़ा आश्चर्या से देख कर बोलती है क्या बहुत बड़ा और मोटा है उसका लंड, तुझे खूब चोदा है क्या उसने,
बुआ- मेरी तो चूत मे अभी तक दर्द है और गंद अलग दर्द कर रही है,
मम्मी- क्या तेरी गंद भी मारी है उसने,
बुआ- तुम अपनी गंद बचा के रखना भाभी
मम्मी-क्यो
बुआ- क्यो कि वह तो तुम्हारी गंद का दीवाना है वह तुम्हे खूब मस्त तरीके से ठोकना चाहता है,
मम्मी- चल झूठी कही की
बुआ- तुम्हारी कसम भाभी उसकी नज़र हमेशा तुम्हारी मोटी गंद पर रहती है,
बुआ की बाते सुन कर मम्मी की चूत मे पानी आ जाता है और वह बुआ से और खोद-खोद के पुच्छने लगती है,
मम्मी- उसने क्या तुझे पूरी नंगी कर दिया था,
बुआ- हाय भाभी मुझे शर्म आती है
मम्मी- बता ना रंडी चुद चुकी है और शर्मा रही है, मस्त भोसड़ा मरवा चुकी है और मुझे बताने मे शर्म आ रही है अब बोल भी,
बुआ- अरे भाभी उसने तो मुझे पूरी नंगी कर दिया था और जब अपने मोटे लंड को मेरी चूत मे भर कर मुझे चोदा तो मैं तो मस्त हो गई, सच भाभी तुम्हारा बेटा बहुत मस्त तरीके से चूत ठोकता है, एक बार तुम अपने बेटे का लंड अपनी चूत मे ले लोगि तो मस्त हो जाओगी,
मंजू की चूत अपने बेटे के मोटे तगड़े लंड के नाम से पनिया गई थी और वह अपनी चूत को अपने हाथो से मसल्ते हुए,
मंजू- हफ्ते हुए और बता ना मेरे बारे मे क्या कह रहा था, क्या वह अपनी मम्मी को भी चोदना चाहता है,
बुआ- हाँ भाभी वह कह रहा था कि उसे सबसे सुंदर मम्मी लगती है मम्मी के रसीले होंठो को पीने के लिए वह पागल रहता है और उसे सबसे अच्छे तो तुम्हारे ये चौड़े चूतड़ लगते है, कभी देखना उसे कैसे खा जाने वाली नज़रो से तुम्हारी मोटी गंद देखता है,
मम्मी- हाई राम मैं तो उसे बच्चा समझती थी मुझे क्या पता वह अपनी मम्मी की चूत का ही प्यासा है,
बुआ- दीदी मैं तो जब से उससे चुद कर आई हू मेरा सारा बदन टूट रहा है गजब चुड़क्कड़ बेटा पेदा किया है तुमने अब वह तुम्हारी ही चूत कूटने के चक्कर मे है,
मम्मी- क्या संध्या भी साथ थी तुम लोगो के
बुआ- अरे बहू तो पक्की चुदेल है वही तो उकसाती है उसे तुम्हे चोदने के लिए, कहती है रोहित मुझे अपनी मम्मी समझ कर चोदो,
मंजू मन ही मन खुस होते हुए कितना ख्याल है मेरी बहू को मेरा,
मंजू- अच्छा तू अब हमारे साथ सोएगी या अकेली, आना हो तो आ जा, तेरे भैया को वैसे ही तुझे चोदे बिना नींद नही आएगी,
क्रमशः......................
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