RE: Chudai Sex Kahani मस्त घोड़ियाँ
मस्त घोड़ियाँ--9
गतान्क से आगे........................
रोहित की नज़रे बुआ की
मस्त फूली हुई चूत पर थी जो फटी सलवार से पूरी तरह बाहर आ चुकी थी, संध्या बुआ की मोटी जाँघो को मसल्ते
हुए उसके पैरो को और चौड़ा कर रही थी और बुआ अपनी आँखे बंद किए मंद-मंद मुस्कुरा रही थी,
रोहित ने बुआ की मोटी और गुदाज जाँघो को अपने हाथो मे भर रखा था और बुआ की पाव रोटी की तरह फूली हुई
चूत देख कर सोच रहा था कि उसकी मम्मी मंजू की चूत कैसी होगी, मंजू का नंगा बदन भी पूरा बुआ के
नंगे बदन की तरह ही है तब तो मम्मी की बुर भी इसी तरह फूली हुई होना चाहिए,
अपनी मम्मी की चूत को
इतना करीब से अगर देखना हो जाए तो उसका मज़ा ही कुछ और होता है,
रोहित अपनी बुआ की बुर देख कर अपनी मम्मी की यादो मे खोया हुआ था और संध्या रोहित की स्थिति को भाँप गई
थी और ऐसे मोके पर वह रोहित को और भी उत्तेजित करके अपने पति को ज़्यादा मज़ा दिलाने की कोशिश करती है,
संध्या- बुआ मम्मी तो आप से उमर मे बड़ी है ना पर दिखती वो बिल्कुल आप की उमर की है आप दोनो जब पापा
के साथ खड़ी होती हो तो दोनो उनकी बिबिया लगती हो,
बुआ- अरे बहू तेरी मम्मी मंजू का बदन थोड़ा कसा हुआ है और कुछ नही पर पेट तो उनका मुझसे भी ज़्यादा
बाहर निकला हुआ है,
संध्या- बुआ की जाँघो को उपर तक भिचते हुए, पर बुआ जी लगता तो वही पेट सुंदर है ना, मेरा कहने का
मतलब है कि जब औरत 40 पर करने लगे तो उसका पेट जितना उठ कर उभरेगा वह उतनी ही मस्त नज़र आएगी,
और एक बात और भी है बुआ जिन औरतो का पेट उठा हो और गहरी नाभि पेटिकोट और साडी के बाहर दिख रही हो ऐसी
औरतो के पिछे मर्द बहुत भागते है,
बुआ- अरे बहू मर्दो का क्या है कैसी भी दे दो वह तो मा चुदवा ही लेगे ना,
संध्या-हस्ते हुए बुआ अब गरम हो गई हो तो उतार दो ये सलवार कुर्ता और हो जाओ पूरी नंगी,
बुआ- तेरा मरद बैठा है तेरे सामने तू क्यो नंगी नही हो जाती है,
संध्या- ठीक है तुम कहती हो तो मैं ही नंगी हो जाती हू और फिर संध्या ने अपने एक-एक कपड़े उतारने चालू कर
दिए, बुआ मूह फाडे संध्या की ओर देख रही थी,
और अंत मे संध्या ने अपनी गुलाबी पैंटी को दूसरी ओर मूह करके अपनी गुदाज गंद दिखाते हुए उतार दिया,
रोहित अपनी जगह पर बैठा अपनी मस्तानी बीबी के नंगे बदन को देखते हुए बुआ जी की जाँघो की जड़ो को सहला
रहा था,
बुआ जी का गला सूखने लगा था और उसकी चूत से पानी आना शुरू हो रहा था,
संध्या अपनी चिकनी फूली बुर को दिखाती हुई बुआ के पास आ जाती है और बुआ की जाँघो को चौड़ा करके बुआ की चूत
मे हाथ मारते हुए अरे बुआ जी तुम्हारी तो चूत दिख रही है,
संध्या का इतना कहना था कि रोहित ने बोला कहाँ है चूत और अपना मूह बुआ की चूत से लगा दिया बुआ रोहित का मूह
अपनी धधकति भोसड़ी पर लगने से तड़प उठी और अपने ही हाथो से अपने दोनो मोटे-मोटे दूध को पकड़ कर
मसना चालू कर दिया,
रोहित ने बुआ की चूत को चाटते हुए अपने हाथ से सलवार मे थोड़ी और ताक़त लगा कर बुआ की सलवार को और फाड़
दिया और बुआ की पाव रोटी जैसी चूत और उसकी गहरे भूरे रंग के बड़े से गंद के छेद को बाहर ले आया,
संध्या ने जब पूरे आकार मे बुआ की मस्त चूत को देखा तो उसने अपने हाथो से रुक्मणी की चूत को और फैला
लिया और रोहित की ओर इशारा करते हुए उसे चाटने को कहा,
रोहित ने अपनी जीभ निकाल कर बुआ जी की चूत को चाटना शुरू कर दिया बुआ जी हाय रोहित बेटे क्या कर रहा है,
रोहित- कुछ नही बुआ बस थोड़ा सा रस पी रहा हू
बुआ- बेटा मत पी प्लीज़ मत पी,
संध्या- अरे बुआ पी लेने दो ना मम्मी पिलाएगी और ना तुम पिलाओगे तो बेचारे किसका पिएगे,
बुआ- हाय तो क्या मैं ही बची हू संगीता का पी ले और तेरा तो पीता ही होगा बुआ ने संध्या की ओर देख कर कहा
संध्या- बुआ रोहित ने संगीता की भी पी ली है अब उसका मन तुम्हारी पीने का है,
रोहित - अरे चुप रहो संध्या बुआ ने मुझे मना ही कहाँ किया है और तुम बेकार मे बहस कर रही हो
रोहित- मुस्कुराते हुए बुआ को देख कर, क्यो बुआ नही किया ना मना, और फिर रोहित अपने मूह को बुआ की चूत से
भिड़ा देता है,
संध्या बुआ के मूह के पास उकड़ू बैठी थी और उसकी दो फांको मे बटी मस्त चूत बुआ के मूह के बिल्कुल करीब थी
बुआ अब अपने आप को ना रोक सकी और उसने अपने मूह को संध्या की मस्तानी चूत से लगा दिया,
बुआ की इस हरकत से संध्या थोड़ा चौकी और फिर बुआ को देख कर रोहित को देख मुस्कुराने लगी,
रोहित ने अब अपना लंड बाहर निकाल लिया और उधर बुआ चूत चाटने मे मस्त थी तभी रोहित ने खूब सारा थूक बुआ
की मस्त चूत मे लगाया और अपने लंड के टोपे को बुआ की चूत मे सेट करके उसकी मोटी जाँघो को अपने हाथो मे
थाम लेता है और संध्या की ओर देखता है तो संध्या कहती है रोहित तुम्हारी मम्मी की चूत भी बुआ की चूत
जैसी मस्त फूली हुई है,
रोहित का इतना सुनना था कि उसने एक कस के धक्का बुआ की चूत मे मार दिया और तभी
संध्या ने अपनी पूरी चूत उठा कर बुआ के मूह पर रख दी, बुआ की आवाज़ जो रोहित के धक्के से निकलने वाली थी
वह वही के वही दब कर संध्या की चूत मे समा गई,
संध्या ने बुआ के मूह मे अपनी चूत को अच्छी तरह रगड़ा तब तक रोहित रफ़्तार पकड़ चुका था, बुआ की
मखमली चूत मे रोहित का लंड सतसट अंदर बाहर हो रहा था,
रोहित को तभी अपने पापा की याद आ गई और
उसने बुआ की गोरी गंद मे ज़ोर से थप्पड़ मारते हुए उसकी चूत मे लंड पेलने लगा,
रोहित के थप्पड़ मारने से बुआ की मोटी गंद पूरी लाल नज़र आ रही थी और ऐसी लाल गंद चोदने मे रोहित को बड़ा
मज़ा आ रहा था रोहित जितना तेज अपने लंड का धक्का बुआ की चूत मे मारता बुआ भी उतनी तेज़ी से संध्या बहू की
चूत को अपने मूह मे भर लेती थी,
अब रोहित की स्पीड पूरे जोश मे आ चुकी थी और वह बुआ को सतसट चोद रहा था बुआ ज़ोर-ज़ोर से कहने लगी हाय
बेटे चोद बेटे चोद अपनी मम्मी की चूत खूब कस के मार बेटे, उधर बुआ की चूत मे ठोकर पड़ रहे थे इधर
संध्या ने बुआ के बड़े-बड़े दूध को मथना चालू कर दिया संध्या कभी बुआ के दूध के निप्पल को काटने
लगती और कभी उसके दूह दबोच कर चूसने लगती थी, तभी रोहित ने बुआ के भारी चूतादो को कस कर भिचते
हुए 8-10 धक्के ऐसे मारे कि बुआ का पानी निकल गया और वह रोहित और संध्या से बुरी तरह चिपक कर हफने
लगी,
रोहित ने अपना लंड बुआ की चूत के अंदर तक फसा रखा था और बुआ उसके लंड को अपनी चूत की गहराई मे
दबोचे हाफ़ रही थी, संध्या धीरे-धीरे बुआ के दूध दबा-दबा कर सहला रही थी,
कुच्छ देर बाद संध्या ने बुआ को उठाते हुए कहा
संध्या- बुआ जी मस्ती आई या और लेना है, आज तो रोहित का लंड ले कर आपकी चूत मस्त हो गई होगी,
बुआ- मुस्कुराते हुए, सच बहू बड़ा मस्त लंड पाया है तूने, अगर तेरी मम्मी मंजू ऐसा लंड ले लेगी तो वह
तो अपने बेटे के लंड की दीवानी बन जाएगी,
तभी कॉल बेल की आवाज़ सुन कर रोहित गेट खोलने जाता है और अपनी मम्मी और बहन के साथ अपने मामा अजय को
देख कर अरे मामा क्या बात है बड़े दिनो बाद आए हो,
अजय- मुस्कुराते हुए, अरे रोहित अब क्या बोलू यार तू तो जानता है मैं काम धंधे के चक्कर मे कभी आ ही
नही पाता हू,
रोहित चलो मामा चाइ पी लो फिर मैं तुम्हे घुमा कर लाता हू और फिर रोहित अपने मामा को चाइ पिलाने के बाद
घुमाने ले कर चला जाता है,
अजय- यार रोहित आज तो दारू चखने का मन हो रहा है
रोहित- तो मामा श्री चखो ना किसने मना किया है, पर मैं तुम्हारी आदत जानता हू तुम्हे दारू के बाद चोदे
बिना मज़ा भी तो नही आता है,
अजय- हाँ यार रोहित जब तक कोई मस्त चूत मारने को नही मिल जाती दारू का मज़ा आधूरा ही रहता है,
रोहित- पर मामा तुम इतने चुदासे हो तो मामी को तो रोज ही चोद्ते होंगे अब कैसी दिखती है मामी
अजय- अरे अब क्या बताऊ दोस्त तेरी मामी बिल्कुल तेरी मम्मी मंजू जैसी है, जैसे उरोज और नितंब तेरी मम्मी
मंजू के है बिल्कुल ऐसे ही,
रोहित- लगता है मामा तुम मेरी मम्मी के बारे मे मुझसे बात करने मे असहज महसूस कर रहे हो तभी तो
उरोज और नितंब जैसे शब्द यूज़ कर रहे हो
अजय- मुस्कुराता हुआ अरे नही रे वो भी मेरी बहन है और तेरी मम्मी है पर
रोहित पर क्या मामा जब तुम मामी की मस्तानी चूत का वर्णन मेरे सामने कई बार कर चुके हो तो फिर मेरी
मम्मी के बारे मे बात करने मे काहे की झिझक
अजय- मुझे लगा तुझे कुच्छ आच्छा ना फील हो इसलिए,
रोहित- खेर क्या मामी पूरी मम्मी जैसी ही गदरा गई है,
अजय- अरे तेरी मामी की मोटी गंद बिल्कुल तेरी मम्मी की तरह ही दिखाई देती है और उसके दूध भी मंजू दीदी की
तरह ही लगते है, और जंघे भी तेरी मम्मी जैसी मोटी और गुदाज है,
अजय- अच्छा रोहित संगीता भी खूब कसी कसाई है अभी जब हम आ रहे थे तो वह हमारे आगे -आगे चल रही
थी तब मैने उसकी जीन्स मे से उसकी मोटी गंद को देखा तो सच मानो मेरा लंड खड़ा हो गया तभी तेरी
मम्मी ने मुझे अपने लंड को अड्जस्ट करते देख लिया और मुझे मुस्कुराकर देखते हुए मेरे गालो को चूम
लिया सच रोहित तेरी मम्मी के होंठ बहुत रसीले है जब हम ऑटो मे बैठे तो एक तरफ मंजू दीदी की मोटी
जंघे और दूसरी तरफ संगीता की जंघे सहलाते हुए मैं तो मस्त हो गया,
रोहित और अजय ने पीना स्टार्ट कर दिया और दोनो नशे मे मस्त हो रहे थे,
रोहित- अच्छा मामा सच बताओ तुमने मम्मी को चोद रखा है ना,
अजय- शरमाते हुए अरे भान्जे अब तुझे क्या बताऊ तेरी मम्मी जब भी मेरे घर आती है मैं उसे पूरी नंगी
करके रात भर चोद्ता हू, सच रोहित तेरी मम्मी बड़ी मस्त माल है रंडी को चोदने मे आदमी मस्त हो जाता है
रोहित- क्या मम्मी बड़ी मस्त तरीके से चुदवाति है
अजय- अरे रोहित जब तेरी मम्मी की चूत मे खुजली होती है तो वह बड़ी मस्त हो जाती है और इतने मस्त तरीके से अपनी
गंद और चूत उठा-उठा कर दिखाती है कि तू देख ले तो रंडी को चोदे बिना नही रह सकता,
तेरी मम्मी को
सबसे ज़्यादा मज़ा अपनी चूत चटाने और अपनी गंद मरवाने मे आता है और सबसे सुंदर तो उसका उठा हुआ
गदराया पेट है, जब तू अपनी मम्मी के नंगे पेट को घूर कर देखेगा तो तुझे उसकी चूत का एहसास अपने आप हो
जाएगा और तेरा लंड खड़ा हो जाएगा,
रोहित- मामा बहुत दिनो से तुमने मम्मी की चूत नही मारी है ना
अजय- हाँ यार लास्ट टाइम जब तेरी मम्मी आई थी तब वह 15 दिन रुकी थी और 15 दिन तक मैं उसे तेरी मामी के साथ
नंगी ही रखता था जब भी मैं काम से आता तो तेरी मम्मी और मामी दोनो नंगी ही घर का कम करती रहती थी
फिर मैं दोनो को एक साथ रात भर छोड़ता था,
अजय-तेरी मम्मी की गंद बहुत हेवी है तू अपनी मम्मी का नंगा पेट और नाभि उसकी गंद दबोच कर एक बार
अपने मूह से चूम ले तो तू पागल हो जाएगा इतनी गरम है तेरी मम्मी ,
अजय- क्या तेरा बहुत मन करता है अपनी मम्मी को चोदने का
क्रमशः......................
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