RE: Chudai Sex Kahani मस्त घोड़ियाँ
मस्त घोड़ियाँ--3
गतान्क से आगे........................
मनोहर- आओ बेटी आओ पर कोई भी बात करने से पहले मुझसे एक बार डिसकस ज़रूर कर लेना,
सपना- आप बेफ़िक्रा रहिए सर, सपना आपकी सारी मनोकामनाए पूर्ण करेगी, आपने जो गिफ्ट मे हमे ज़मीन दी है उसकी कीमत सपना ज़रूर आपको फुल मज़ा देकर चुकाएगी, और अब मेरा अगला मिशन बस यही होगा कि आप जिसको चाहते है वह आपकी बाँहो मे हो,
मनोहर सपना को बड़े गौर से देखता ही रह गया और सपना संगीता के रूम मे चली गई,
संगीता- अरे सपना तू क्या बात है आज सुबह-सुबह मेरी याद कैसे आ गई
सपना- आज मैं तुझे मस्त करने के मूड से आई हू और फिर सपना संगीता की स्कर्ट मे हाथ डाल कर उसकी चूत को अपने हाथो से पकड़ कर मसल देती है,
संगीता-मुस्कुराते हुए अरे तू पागल हो गई है या सुबह-सुबह तूने कोई मोटा लंड देख लिया है
सपना- मेरी रानी खूब तगड़ा लंड देखा भी है और लिया भी है और अगर तुझे बता दू कि किसका मोटा लंड अपनी चूत मे लिया है तो तू मुझसे बिल्कुल वैसे ही जलमरेगी जैसे कोई अपनी सौतन से जलता है,
संगीता -अच्छा ऐसा किसका लंड ले लिया तूने
सपना- अपना कान इधर ला मैं धीरे से तुझे बता देती हू
संगीता अपना कान सपना के मूह के पास लाती है और सपना उसके कान मे कहती है तेरे पापा मनोहर का लंड लिया है मैने,
संगीता- हट झूठी कही की, मैं ही मिली हू तुझे सुबह-सुबह
सपना- संगीता के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे भर कर दबाते हुए तेरे दूध की कसम मेरी रानी कल तेरे पापा ने मुझे खूब हुमच-हुमच कर चोदा है, और फिर सपना संगीता को सारी बात बता देती है,
संगीता- आह थोड़ा धीरे दबा ना सपना तू तो मेरी जान निकालने पर तुली है, और फिर संगीता भी सपना की एक चुचि को अपनी मुट्ठी मे भर कर मसल देती है,
सपना- मेरी रानी मैं तो बहुत धीरे दबा रही हू पर जब तेरे पापा का लंड पीछे से मेरी चूत को खोल-खोल कर भीतर घुस रहा था और वह तब जिस तरह से मेरे मोटे-मोटे चुचे मसल रहे थे अगर उस तरह से तेरे पापा तेरे इन चुचो को मसल दे तो तू मस्त होकर उनके मूह मे अपनी चूत रख देगी,
सबगीता- क्या पापा का लंड बहुत मोटा है
सपना- तू खुद ही देख लेना मैने तो अभी तक इतना तगड़ा लंड कभी नही खाया
संगीता- मूह बनाते हुए मैं कैसे देख पाउन्गि
संगीता- अरे मेरी जान यही तो खूसखबरी है तेरे लिए कि तेरे पापा ने जब मुझको चोदा था तब जानती है वह मुझे क्या समझ कर चोद रहे थे,
संगीता- क्या समझ कर
सपना- तेरे पापा मुझे बार-बार संगीता बेटी कह कर मेरी चूत मार रहे थे, और फिर सपना ने संगीता की चूत मे एक उंगली डाल कर दबाते हुए सच मेरी जान तेरे पापा तुझे नंगी करके खूब कस-कस कर चोदना चाहते है, अब तू फिकर ना कर जल्दी ही तेरी चूत को भी तेरे पापा ज़रूर चोदेन्गे,
संगीता- अपने हाथो से अपनी चूचियाँ दबाते हुए, तू सच कह रही है सपना क्या सचमुच पापा तुझसे कह रहे थे कि वह अपनी बेटी संगीता को चोदना चाहते है
सपना- हाँ मेरी रानी और तो और उनका लंड भी तेरे नाम पर बहुत झटके मार रहा था
संगीता- पर एक बात समझ मे नही आई की तूने पापा से कैसे चुदवा लिया और तू उनके पास पहुचि कैसे
सपना - मेरी रानी यह सब मत पुच्छ यह सब बिज़्नेस की बाते है कभी मोका लगा तो बताउन्गि
सपना- अब मैं जा रही हू मैं तो तुझे यही सब बताने आई थी
संगीता- वह तो ठीक है पर तू इतनी जल्दी कहाँ जा रही है
सपना- अरे मेरे पापा का फोन आया था उन्हे मुझसे कुछ काम है, उसके बाद सपना वहाँ से चली जाती है
सपना के जाने के बाद मनोहर भी सपना के पीछे-पीछे घर के बाहर चल देता है और यह सब नज़ारा बहुत देर से संध्या अपने रूम से देख रही थी, वह उठ कर संगीता के रूम मे जाती है और जैसे ही अंदर घुसती है उसे देख कर संगीता जल्दी से अपनी पेंटी के अंदर से अपने हाथ को बाहर निकाल लेती है,
संध्या- अरे मेरी बन्नो रानी सहलाओ-सहलाओ अपनी इस कुँवारी चूत को लेकिन मुझे भी तो पता चले कि मेरी गुड़िया रानी किसके लंड की कल्पना करके यह सब कर रही है,
संगीता- तुम भी ना भाभी जब देखो मज़ाक
संध्या- अच्छा मैं मज़ाक कर रही हू तो मेरे सर पे हाथ रख के कसम खा कि तू बिना किस के लंड को सोच कर अपनी चूत सहला रही थी,
|