RE: Hindi Sex Kahani माया ने लगाया चस्का
सरोज: वाऊउ कितना नमकीन है तुम दोनों का माल…
वो मेरे लंड को अपने मुह लपक लपक चूस ने लग गयी और मेरी गांड को सहला रही थी जहा से मुझे जटके महसूस हो रहै थे… उसने मुझे पीठ के बल सुला के मेरे लवडे को फिर से जगाने लग चपक चपक चाप चाप चाप छप स्लार्प पुच पुच पुच
वहा माया आंखे बांध कर चरमसीमा का सुख ले रही थी पर ये क्या उसकी चूत मेसे खून बह रहा था…
में: देख सुरु … माया की चूत में खून है… उसने उसे अनसुना कर मेरे लोडे को पूरा का पूरा निगल रही थी..पुच पुच पुच…..
पांच मिनट में मेरे लवडे में फिर से कसाव आया की वो मेरे लोडे को अपने दोनों टाँगे फेला कर अपनी चूत में मेरे लंड हाथ में लेके उसके फाको में सेट कर उसपे बैठ गयी और मेरा लंड उसकी चूत में लपक के समां गया…में तो हैरान था की साली सरोज थकती नहीं.. हलाकि में थक गया था. मुझे शोना था. वो मेरे लंड के ऊपर बैठ के मुझे चोदने लग गयी…छप चप चप थप थप अब मेरे लंड में जोर का करंट आ रहा था. में भी ओह्ह्ह्ह सुरु मजा आ गया मेरी जाँ आह्ह्ह्ह आअहह्ह्ह्ह. वो मेरे लंड ऊपर निचे होते हूँ ए खुद भी मजा ले रही थी और मुझे भी मजा दे रही थी. थप थप थप पुच पचू पचाक पचाक पक पक पकपक पक पक मेरा लंड काफी चिकना होने की वजह से माया से भी ज्यादा मजा दे रही थी. और में नीच से अपने लंड को उसकी चिकनी गर्म चूत में पेल रहा था….
अह्ह्ह्हह आःह आह आह आह आह आह हो हो हो हो सी सी सीस इओस आउच ऊम्म उम् माआआआआ हूऊऊऊऊऊऊ सी सीस इस इस
सरोज: या र बड़ा गर्म है तेरा लंड… इतनी मजा कभी नहीं आई वि..कीईइ. ले ले पेल पे….ल साले हा हाऐईईईई ऐसे जोर से साले तेरा लंड काफी कड़ा है…. ऊओह्ह उह उह उह उह …..
सरोज: यार….में जाआआअओ रही हूँ …..वो अकड़ी और जोर से सिस्याती मुज पे ढेर हो गयी….. उसकी चूत से मेरा चिकना माल बह के मेरे लंड पे बहने लगा….
माया: साली तूने भी मेरे विकी से आखिर चुदवा ही लिया……
हम हस पड़े…
में: आरे मेरा अभी नहीं हूँ आ….मैंने माया को आंख मारी और कहा चल आज साली सरोज की गांड फाडे…..
सरोज: ऐई में गांड नहीं मरवाती…पर माया उसे पकड़ा और कुतिया की तरह ऊँचा किया…
मैंने अपनी ऊँगली सरोज की गांड में घुसेड दी…… मैंने और माया ने सरोज की गांड मारने का मन कर लिया.. वो चीलाई नहीं यार मुझे अपनी गांड नहीं मरवानी… मैंने ये कभी नहीं. किया.. पर मेंने उन्सुना कर उसके चुतड को ऊपर किया और उसमे ढेर सारी जेली लगाई. माया ने उसके मांसल कुलहो को चोडा किया तो मैंने अपना लंड उसकी गांड में जटके के साथ पेल दिया…वो चीलाई…
सरोज: ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मादरचोद फट गयी…..मुझे जलन होती है बहार निकाल साले मेरी गांड में जलन होती है……ओह्ह्ह आःह्ह साले मैंने कभी अपने पति को मेरी गांड छूने नहीं दी… माया साली रांड में मर गयी….ऊओह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह माआआआआआआअ…..
उसकी आँखों में पानी आ गया पर मैंने और जटके के साथ अपना पूरा लंड उसकी गांड में पिरो दिया.
दोस्तो ये कहानी यही तक लिखी थी अगर आगे कभी दिल आया लिखने का तो ज़रूर लिखूंगा फिलहाल यहीं
समाप्त
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