RE: Hindi Sex Kahani माया ने लगाया चस्का
कमरे में तो बस आहै, हलकी चीखो से गूंज रहा था….पुच……पुच.. उम्ह्ह्ह अहह इस्स्स्सस, आःह्ह्ह मेरीईईइ माआआयाआअ ऊह्ह्ह्ह पुच.. पुच्च्च्च.. चप्प्प्पप चु चु ऊऊह्ह्ह.. चूऊ…. त….. पा…. नी….छो…. ड…. र.. ही… है… छोड़ सा… ली… में.. क्या… चु…. द्वौ.. उ…… गी….
सरोज: माया मेरी जान तूने मुझे बहूँ त तद्पाया माआअ ओह्ह्ह….. उसने गापक से उसकी चूत में अपनी ऊँगली घुसाई और गाली देते हूँ ए…साली चिकनी चूत…. तू तो मरेगी.. साली….मादरचोद..
सरोज ने माया की गुलाबी उन्नत और कठोर निप्पल मुह में ले कर जोर जोर से काटते हूँ ए चूसने लगी और बाये स्तन को घुमाघुमाँ कर दबोच रही थी. मुझे लगा माया मर जाएगी….माया आंखे बन्धकर सिसिया रही थी.
माया: ऊऊह्ह्ह मेरे लला ओह्ह्ह सुरु मुझे कंपकपी और मीठा दर्द हो रहा है…. विकी तू भी आजा मेरी जान…वरना यह मुझे आज तेरे हाथ में नहीं…आआ ने देगी…आज वो अपनी भड़ास निकालेगी रंडी साली….
सरोज: आजा .. मेरे छोटे जीजू आजा…चल तुजे चोदने अच्छे अच्छे दाव सिखादु आजा …..
मेंने जाके माया के बाये स्तन को अपने मुह में लिया और अपने एक ऊँगली उसकी भारी चुतड के बिचमे उसकी गांड की छेद घुसने लगा और सरोज की तरह उसकी चुचिको दबोचते हूँ ए थोडा और जोर से खीच खीच उसकी निप्पलो को चूसने लगा…मुझे भी नशा चढ़ गया था और में भी पागलो की तरह उसकी गांड के छेद खोल खोल उसमे ऊँगली घुसा रहा था. माया को बुरी तरह से दबोचकर मानो उसका रेप कर रहै थे पर वो माया को दुगना आनंद दे रहा था. वो नशे में चिल्लाने और आहै ले ने लगी और जोस में आके उसने सरोज की नाईटी खोल कर उतार फेका दिया. साली चुद्दाकड़ ठहर अभी चीरती हूँ तेरी चूत और गांड….वो दोनों नंगी और मस्ती में थी और दोनो के मस्त कुल्हे पीछे से थपक थपक जुल रहै थे. वो कभी मुझे तो कभी सरोज को..
माया: व्वव्व्वीक्क्कक्की ल्लाआआअ चूस बस ऐसे ऐसे ही… आआआआआआआह्ह्ह सुरु चूस साली अबतो तुजे मेरे पके आम खिला रही ऊह्हऊऊऊऊऊऊ आआह्ह्ह्ह स स स स स सी सीस सी सी साली कबसे मेरे पीछे पड़ी थीईइ. ओह्ह्ह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह लालाआआआ उम्म्मम्म हां हा ऐसे…जोर…. से….. साआली सुरु आज तूने मुझे खा ही लिया हरामखोर…..आआआआआज्ज्ज ओह्ह्ह्हह्ह ऊऊम्म्म उह्ह्ह सी स स सी सीस सी सीस…. साली चूत में तेरे नाख़ून चुभते है अहिस्ता….मुझे कुती समजा है क्या…उसने सरोज के चुतड पर जोर से चपत मारी ठपाक………. सरोज उसकी दुश्मनी माया की चूत पे उतर रही थी. उसने एक की जगह दो उंगलिया घुसेड दी गापाक……
वो सरोज के चुतड को अपनी हथेलियो से जोर जोर से थोक रही थी थप थप थप और उधर उसकी मस्त चूत से चिकना पानी बह रहा था. इस चिकनाई ने उसकी गुलाबी चूत को और सेक्सी बना रही थी. वो बड़े जोस में चील्ला रही थी, उसकी चूत में जटके आ रहै थे, और वो बारी बारी अपनी आंखे मुद कर अपनी चूत की ऊपर भग को ऊँगली से खुजा रही थी.
माया: चूस साली रंडी पुर्र्र्ररी करले आज तेरी इच्छा आआआआआअह्ह्ह्ह सा……..ली जोर से काट…. फाड़ दे मेरी चु……अह्ह्ह्हह्ह. सरोज ने चूत से ऊँगली निकालकर उसे चाट ने लगी… उसने ऊँगली निकाली तो मैंने घुसेड दी..गप्प्……
माया: ओह्ह्ह्ह लल्ल्ला अहिस्ता….. ऊपर ले रगड़,,,,,हां आआआआआआआह्ह्ह जोर से ललाआ आआआआआआआह्ह्ह……जोरसे ऊपर की और…. हा.. बस वहा… जल्दी…कर…बस ऐसे…..आह्ह्ह माआआयाआअ …..ऊऊफ़्फ़्फ़ सीस सीस ….आ….गे….ज…रा…औ….र…द..बा..के…. र….गड़……हा बस वही…..यस….हा बस वो……मसल……….हाफ्ते हूँ ए…हां ब..स..उफ्फ्फ सी सी इसी तरह……वाओ ….आआह्ह्ह
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