RE: Virgin Girl Sex मासूम मुन्नी
"नही नही बेटी, पापाको बुलाने की कोई ज़रूरत नही. मैं ठीक हूँ."
उसकी मा चौंक कर बोली. "फिर ये आप कि बुर से क्या बह रहा है?"
मुन्निने पूछा. इसके पहले कि मा कुछ बोले अंकल बोल पड़े,"अरे
भाभी ज़रा इस बच्ची को भी बता दो हम क्या कर रहे थे. नही तो ये
कोई मुसीबत खड़ी कर देगी."
"हाँ भैया, तुम ठीक सोचते हो. देख मुन्नी इधर आ. किसिको बताना
नही तुमने आज यहाँ जो कुछ देखा है. मैं सब समझाती हूँ तुझे.
देख ये पानी जो मेरी बुर से बह रहा है ना ये अंकल के लंड से
निकला है. तूने देखा ना मैं अभी उनके लंड पर बैठी थी. उसी
समय ये पानी अंकल के लंड से मेरी बुर मे गया था. सो अब बह रहा
है." मा उसे समझाने लगी.
"पर मा अंकल का लंड आप की बुर मे कैसे चले गया? बाप रे, कितना
बड़ा है ये. और आप इनके लंड पर बैठी क्यों थी?" मुन्नी थोड़ा जानती
थी पर आज उसने मा को इस हालत मे देख कर अपनी मा से सब कुछ
पूछना चाहती थी.
मा बोली,"क्या बताऊं बेटी तुझे अपने करम की कहानी. ऐसे कड़े लंड
पर चढ़ बैठना और धक्के लगाने मे मुझे बहोत मज़ा आता है. पर
तेरे पापा का लंड आजकल ऐसे अच्छी तरह खड़ा ही नही होता. इसलिए
मैने तेरे अंकल के साथ ये कुकर्म करना शुरू कर दिया. पड़ोस मे
रहते है. जब तेरे पापा काम पर और तू स्कूल मे चली जाती तब
अंकल को चाइ के बहाने घर बुलाकर मैं अपनी इच्छा पूरी कर लेती
हूँ. अगर तू पापा को या किसी और को इसके बारे मे बताएगी तो मैं
शर्म के मारे मर जाऊंगी. मैं ख़ुदकुशी कर लूँगी. बोल बेटी नही
बताएगी ना?"
मा के इस तरह गिड़गिदने से मुन्नी को बुरा लगा. वो बोली,"नही मा
मैं नही बताऊंगी. आप बेफिकर रहिए. लेकिन मुझे इस बारे मे और
बताइए ना. स्कूल मे सहेलियाँ कुछ कुछ बोल रही थी. पर मुझे
कुछ नही समझ नही आया."
फिर मा ने मुंनिको सब विस्तार से समझाया कि लंड कैसे खड़ा होता
है. बुर मे कैसे डाला जाता है. आख़िर झरनेका मज़ा बताने लगी तब
मुन्नी से रहा नही गया. वो बोल पड़ी, "मा अंकल का लंड अभी खड़ा
नही है. एकदम मुरझाया हुआ है. ऐसा क्यों?"
"अरी पगली, लंड हमेशा थोड़े ही खड़ा होता है? जब मज़ा लेने का
वक़्त हो तो अपने आप खड़ा हो जाता है. बाद मे मुरझा जाता है." मा
ने समझाया.
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