RE: Behen Chudai Kahani जुड़वाँ बहनों की चुदाई
रूम में एक ही बेड भी था। सोने का वक्त हो चुका था। सीमा ये भी जानती थी कि हम दोनों नंगे ही सोते हैं। मैंने अपने कपड़े उतारने शुरु कर दिये तो वो बोली, “तुझे शरम नहीं आती। कम से कम मैं जब तक यहाँ पर हूँ तब तक तो कपड़े पहन कर सो जाओ।”
मैंने कहा, “तुम्हारे सामने कैसी शरम। तू तो मेरी जुड़वा बहन है और मेरी दोस्त भी। तुझसे मेरी कोई बात छुपी भी नहीं है। अभी तो धरम भी अपने सारे कपड़े उतार कर एक दम नंगा हो जायेगा, तब क्या करेगी।”
वो बोली, “तुम दोनों बड़े बेशरम हो।”
उसके बाद वो चुप हो गयी। जब धरम भी अपने कपड़े उतारने लगा तो सीमा ने अपना मुँह दूसरी तरफ़ कर लिया।
धरम बोला, “साली जी, क्या मैं इतना बदसूरत हूँ कि आपने अपना मुँह फेर लिया।”
सीमा ने बड़े प्यार से कहा, “नहीं जीजू, ऐसी बात नहीं है। आप नंगे हो रहे हैं, इसलिये मुझे शरम आ रही है।”
कपड़े उतारने के बाद धरम ने मुझसे कहा, “सीमा से कहो कि वो भी अपने कपड़े उतार दे। तब ही साथ साथ सोने में मज़ा आयेगा। मैं उसके साथ कुछ नहीं करुँगा, आखिर वो मेरी साली है।”
मैंने सीमा से कहा, “सुना तूने, तेरे जीजू क्या कह रहे हैं। तू भी अपने कपड़े उतार दे।”
सीमा बोली, “मैं जीजू के सामने अपने कपड़े नहीं उतारुँगी। मुझे शरम आयेगी।”
मैंने कहा, “कैसी शरम, सीमा। आखिर हम दोनों भी तो तेरे सामने एक दम नंगे हैं।”
सीमा बोली, “तुम दोनों बड़े बेशरम हो। तुम दोनों को शरम नहीं आती। मुझे तो आती है।”
मैंने आगे बढ़ कर सीमा की साड़ी खींच कर निकाल दी। उसके बाद मैंने बटन खोल कर उसका ब्लाऊज़ भी उतार दिया। फिर मैंने उसका पेटीकोट भी उतार दिया। अब सीमा केवल ब्रा और पैंटी में थी। मैंने जब उसकी ब्रा और पैंटी भी उतारनी चाही तो वो बोली, “बस, अब रहने दे। मैं एक दम नंगी नहीं हो सकती।”
धरम ने सीमा को देखते हुए कहा, “तुम दोनों तो एक दूसरे की कॉपी हो। तुम दोनों को देख कर ये बता पाना मुश्किल है कि कौन सीमा है और कौन हेमा।”
उसके बाद धरम बेड पर लेट गये। उनके बगल में मैं लेट गयी और उसके बाद सीमा। मैंने धरम का लंड सहलाना शुरु कर दिया। जब उनका लंड खड़ा हो गया तो मैं बेड पर डॉगी स्टाइल में हो गयी।
धरम ने मेरे पीछे आकर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और मुझे चोदने लगे। सीमा ने अपना सिर दूसरी तरफ़ कर रखा था। थोड़ी देर बाद जब धरम जोश में आ गये तो मुझे बहुत ही तेजी के साथ चोदने लगे। वो जोर जोर से धक्के लगा रहे थे। मैंने जान बूझ कर ऊऊहहह... आहहह... करना शुरु कर दिया जिससे सीमा को थोड़ा जोश आ जाये लेकिन वो तो अपना सिर दूसरी तरफ़ किये हुए चुपचाप पड़ी थी। धरम सीमा कि तरफ़ देखते हुए मुझे खूब जोर-जोर से चोद रहे थे। पूरा बेड हिल रहा था। मैंने सीमा को चिढ़ाने के लिये उसे कई बार पुकारा लेकिन वो नहीं बोली। फिर मैंने अँगुली से उसको कुरेदा तो वो बोली, “बेशरम, चुपचाप तू अपना काम कर। मुझे क्यों परेशान कर रही है। मुझे सोने दे।”
मैंने कहा, “तू कुछ ना कर। अपना सिर तो मेरी तरफ़ कर सकती है। देख मुझे धरम कैसे चोद रहा है।”
वो कुछ नहीं बोली तो मैंने फिर से उसे कुरेदा। उसने इस बार मेरा हाथ झटक दिया।
मैंने कहा, “सीमा, काहे को शर्मा रही है। हम दोनों की कोई बात एक दूसरे से छुपी नहीं है। मैंने तुझे ये भी बताया है कि धरम मुझे कैसे चोदता है। फिर कैसी शरम।”
मैंने उसे दो-तीन बार और कुरेदा तो वो नाराज़ हो कर बोली, “तू नहीं मानेगी, ले मैं अपना सिर तेरी तरफ़ कर लेती हूँ। अब खुश है।”
उसने अपना सिर मेरी तरफ़ कर लिया लेकिन उसने अपनी आँखें बंद कर ली।
धरम ने कहा, “साली जी, अपनी आँखें तो खोलिये। आप तो बस केवल ये देखिये कि मैं हेमा को कैसे चोद रहा हूँ। मैं आपके साथ थोड़े ही कुछ करुँगा। “
वो कुछ नहीं बोली तो मैंने कहा, “मेरी ना सही, तू अपने जीजू कि बात तो मान जा।”
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