RE: Behen Chudai Kahani जुड़वाँ बहनों की चुदाई
अब जाकर मैं समझ पायी कि राज ने मेरी चूत में बटर क्यों लगाया। वो मेरी चुदाई बहुत ही तेजी के साथ कर रहे थे। लगभग बीस मिनट तक और चोदने के बाद राज ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और बोले, “अब मैं थक गया हूँ। लाओ तुम्हारी चूत को साफ कर दूँ।”
उसके बाद उन्होंने टॉवल से मेरी चूत को एक दम साफ कर दिया और फिर अपना लंड साफ़ करने लगे। उसके बाद उन्होंने फिर से मेरी चूत में एक झटके से अपना लंड घुसा दिया। चूत ड्राई हो जाने की वजह से इस बार मुझे थोड़ा दर्द हुआ तो मेरे मुँह से एक सिसकरी सी निकल पड़ी। उसके बाद उन्होंने तेजी के साथ मेरी चुदाई शुरु कर दी। दस मिनट चुदवाने के बाद मैं झड़ गयी लेकिन वो रुके नहीं। मुझे चोदते रहे। लगभग बीस मिनट तक और चोदने के बाद राज भी झड़ गये। उनके साथ ही साथ मैं भी फिर से एक बार झड़ गयी। उसके बाद उन्होंने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और बोले, “चाटोगी या मैं टॉवल से साफ़ कर दूँ।”
मैंने कहा, “नहीं, अपना लंड इधर करो। मैं इसे चाट-चाट कर साफ़ करूँगी।”
उन्होंने अपना लंड मेरे मुँह के पास कर दिया और मैं उनका लंड चाट चाट कर साफ़ करने लगी। अब तक दोपहर के ग्यारह बज चुके थे। दो-तीन बजे सीमा आने वाली थी। मैंने सोचा अब राज को मालूम हो जाना चाहिये कि वो सीमा को नहीं अपनी साली हेमा को चोद रहे थे। मैं एक दम नंगी ही खाना बनाने चली गयी। खाना बनाने के बाद हम दोनों ने खाना खाया। फिर आराम करने लगे। जब दोपहर के एक बज गये तो मैंने राज से कहा, “राज, अब एक बार मैं तुम्हें चोदना चाहती हूँ।”
वो बोले, “इसमें पूछने की कौन सी बात है। आज ही तो तुम्हें चोदने में मज़ा मिला है।”
मैंने राज का लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी। जब उनका लंड खड़ा हो गया तो मैं उनके ऊपर आ गयी। मैंने उनका लंड अपनी चूत में डाल लिया और धक्के लगाने लगी। पाँच मिनट बाद मेरी चूत से पानी निकलने लगा लेकिन मैंने धक्का लगाना ज़ारी रखा। लगभग पंद्रह मिनट बाद जब राज का बदन अकड़ने लगा तो मैं समझ गयी कि अब वो झड़ने वाले हैं। मैं भी दूसरी बार अब झड़ने ही वाली थी। मैंने सोचा अब यही मौका है कि राज को मालूम हो जाना चाहिये कि मैं सीमा नहीं हेमा हूँ। मैंने और तेज धक्के लगाने शुरु कर दिये और जोश में आ कर कहने लगी, “ओह जीजू, आज मज़ा आ गया आप से चुदवा कर।”
वो बोले, “तुम पागल तो नहीं हो गयी हो। मुझे जीजू कह रही हो?”
मैंने धक्के लगाते हुए ही कहा, “जीजू, मैं सीमा नहीं हेमा हूँ। सीमा तो अपनी फ्रैंड के पास गयी है। आप जानते हैं कि मैं बहुत सैक्सी भी हूँ। मैं आप से चुदवाना चाहती थी इसलिये झूठ बोल दिया था।”
वो मुझे अपने ऊपर से हटाना चाहते थे कि तभी उनके लंड से पानी निकलना शुरु हो गया। वो चाह कर भी ना तो मुझे अपने ऊपर से हटा पाये और ना ही अपने लंड का पानी रोक पाये। उन्होंने अपनी आँखें बंद कर ली। उनके साथ ही साथ मेरी चूत से भी पानी निकलने लगा। जब हम दोनों पूरी तरह झड़ गये तो मैं राज के ऊपर से हट गयी और उनके बगल में लेट गयी। थोड़ी देर बाद राज ने अपनी आँखें खोली और बोले, “मैं सुबह से ही सोच रहा था कि आज सीमा को क्या हो गया है। वो मुझसे खूब चुदवा रही है। मैं नहीं जानता था कि मैं सीमा को नहीं हेमा को चोद रहा हूँ। तुम बड़ी शैतान हो। खैर अब जाने दो। जो हुआ सो हुआ। अगर सीमा को पता चल गया तो क्या होगा।”
मैंने कहा, “कुछ भी नहीं होगा। वो जानती है कि मैं बहुत ही नटखट और सैक्सी हूँ और कुछ भी कर सकती हूँ। मैं सीमा को भी सैक्सी बना सकती हूँ। अगर आपको कोई ऐतराज़ ना हो तो आप सीमा को दस दिन के लिये मेरे साथ भेज दो। मैं उसे दस दिनों में ही बहुत ज्यादा सैक्सी बना दुँगी। लेकिन आपको एक बात बर्दाश्त करनी पड़ेगी।”
राज ने पूछा, “वो क्या?”
मैंने कहा, “सीमा को सैक्सी बनाने के लिये मुझे शायद उसकी चुदाई धरम से करवानी पड़े।”
राज ने कहा, “मुझे मंज़ूर है। लेकिन धरम से चुदवा कर वो सैक्सी कैसे बन जायेगी। आखिर मैं भी तो उसे खूब चोदता हूँ।”
मैंने कहा, “मैं सीमा से पूरी तरह वकिफ़ हूँ। मैं ये अच्छी तरह जानती हूँ कि उसे कैसे सैक्सी बनाया जा सकता है।”
राज ने कहा, “मुझे तो सैक्सी बीवी ही चाहिये जो मुझसे खूब चुदवाये। तुम सीमा को अपने साथ ले जाना।”
मैंने कहा, “ठीक है, मैं उसे अपने साथ ले जाऊँगी लेकिन आप सीमा से कुछ मत बताना। नहीं तो वो कभी भी मेरे साथ जाने के लिये तैयार नहीं होगी।”
राज ने कहा, “ठीक है।”
तभी कॉलबेल बजी। मैं अपने रूम में चली गयी और रूम का डोर अंदर से लॉक कर लिया। राज ने एक टॉवल लपेट लिया और डोर खोला। सीमा ने राज से पूछा, “हेमा कहाँ है।”
राज ने कहा, “वो सो रही है।”
सात दिनों में मैंने मौका पा कर राज से कई बार चुदवाया और जब वापस अपने घर आने लगी तो राज ने सीमा से कहा, “तुम बहुत दिनों से बाहर नहीं गयी। तुम भी दस दिनों के लिये हेमा के साथ चली जाओ। तुम्हारा मन बहल जायेगा।”
सीमा बहुत खुश हो गयी। मैं सीमा के साथ अपने घर आ गयी। मैं अपने घर पहुँची तो सीमा बाथरूम चली गयी। मौका पाकर मैंने धरम को सारी बात बता दी। मैंने ये भी बता दिया कि मैंने राज से चुदवाया है। धरम पहले तो नाराज़ हुए फिर मान गये। मैंने धरम को ये भी बता दिया कि मैं सीमा को उनसे चुदवा कर सैक्सी बनाना चाहती हूँ और इसी लिये सीमा को साथ लायी हूँ। मैंने धरम से ये भी वादा ले लिया कि वो सीमा को तब तक नहीं चोदेंगे जब तक वो उनसे चुदवाने के लिये तड़पने ना लगे।
धरम ने कहा, “ठीक है। जैसा तुम कहोगी मैं वैसा ही करुँगा।”
हमारा घर केवल एक ही रूम का था। रात में जब सोने का वक्त आया तो सीमा ने कहा, “मैं तो भूल गयी थी कि तुम्हारा घर केवल एक ही रूम का है। अगर मुझे याद होता तो मैं यहाँ कभी नहीं आती। तुम बहुत सैक्सी हो। मेरे यहाँ रहने पर तुम दोनों को बड़ी दिक्कत होगी। तुम जीजू से कैसे चुदवाओगी।”
मैंने कहा, “तू तो जानती है कि मुझे बिना चुदवाये नींद नहीं आती। जब धरम मुझे चोदेंगे तो तुम अपना सिर दूसरी तरफ़ कर लेना।”
सीमा बोली, “मुझे शरम आयेगी।”
मैंने कहा, “इसमें शरम की कौन सी बात है। आखिर वो भी तो तुम्हारे जीजू हैं।”
|