RE: Bhabhi Sex Stories कुछ नहीं होगा भाभी !
और मुझे जल्दी जल्दी नंगा किया और... अपना लिंग सीधा ही मेरी चूत में डाल
दिया। मैं फिर से जोश में आ गई, हम दोनों ने खूब मस्ती से सेक्स किया
करीब आधे घंटे में सुशील वापिस आ गया और वो सोफे पर बैठ गया !
रात के करीब 9 बजे थे, विनोद का फोन आया, बोला- क्या कर रही हो?
मैंने कहा- कुछ नहीं यार ! बस टीवी देख रही थी।
वो बोला- क्या?
मैंने कहा- सेक्सी फिल्म जो तुम कल लेकर आये थे, वो !
वो बोला- चलो अच्छा है, तुम्हारा मन तो लग रहा है ना?
मैंने कहा- बहुत अच्छा मन लग रहा है। वैसे कब आरहे हो तुम?
विनोद बोला- यार, मुझे इसके बाद लन्दन जाना है तो क्या मैं यहीं से चला
जाऊँ? वैसे 7 दिन मैं आ जाऊँगा।
मैंने कहा- ठीक है, हो आना पर मेरे लिए क्या लाओगे गिफ्ट?
वो बोला- जान तुम जो कहो वो !
मैंने कहा- कुछ भी अच्छा सा !
"ठीक है।"
और फोन कट गया।
मैंने सुनील और सुशील को कहा- चलो मजे करो ! विनोद अब 7 दिन और बाहर
रहेगा। क्यों सुशील? खुश हो या नहीं?
वो मेरे पास आया- तो ख़ुशी मनाते हैं ! चलो अंदर !
और वो मुझे अपनी गोद में उठा कर अंदर ले गया। वैसे मैंने कुछ पहन तो रखा
नहीं था क्यूंकि सुनील सेक्स कर रहा था, सुनील का लिंग अभी भी सुस्त पड़ा
था।
सुशील मुझे चूमने लगा, सुनील भी यह सब देख रहा था !
मैंने सुशील को कहा- अब से सात दिन तक कोई भी कपड़े नहीं पहनेगा ! उतारो
ये सब ! जब बाहर जाना हो तो ही पहनना !
और जैसे ही सुशील ने कपड़े उतारे, सुनील उसका लिंग देख कर दंग रह गया और
बोला- वाह, क्या लिंग है सुशील, तुम्हारा लिंग बड़ा सुंदर है। क्या मैं
हाथ लगा कर देख सकता हूँ?
और सुनील ने उसका लिंग छूकर आगे पीछे करने लगा। यह करने से सुनील का भी
लिंग कड़क होने लगा था।
मैंने सुशील का लिंग मुँह में ले लिया और कहा- लाओ यार, अब मुझे मजा करने दो !
सुशील काफी जोश में था और जैसे ही मैंने उसका लिंग मुँह में लिया, वो
धक्के मारने लगा।
सुनील ने आव देखा न ताव, मेरी चूत में अपना लिंग डालने का कोशिश करने लगा
और अंदर डाल कर बोला- क्या चूत है भाभी तुम्हारी ! मजा आता है ! अभी
तुमने सुशील का इतना बड़ा लिंग अंदर डलवाया था पर इसका असर नहीं हुआ,
वापस वैसे की वैसे हो गई जैसे पहली बार कर रहे हों।
"हाँ सुनील भाई ! वाकई ! तुम सच कह रहे हो !" सुशील बोला- बहुत मस्त चूत
है भाभी की ! मजा बहुत आता है !
मैं मस्ती से सुशील का लिंग मुँह में लेकर आनन्द ले रही थी क्यूंकि एक
साथ दो दो लिंग का मजा मुझे मिल रहा था। आज से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था
और बहुत किस्मत वाली होती है जिसको दो लिंग का मजा एक साथ मिलता है। और
मैं तो बस मजे करने के लिए ही बनी हूँ, ऐसा मुझे लग रहा था, आज तो मेरे
दिन भर से चुदाई चालू है।
सुनील ने जोर जोर से करना चालू कर दिया, बोला- भाभी, मैं तुम्हारी हॉट
चूत का सामना अब नहीं कर पाऊँगा, बाकी का काम अब
सुशील को करना होगा, तुम्हारी बाकी प्यास अब सुशील बुझाएगा। मैं इस मंजर
को देख कर बहुत उत्तेजित हो गया हूँ तो आज जल्दी झड़ रहा हूँ, मुझे माफ़
करना।
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