RE: Behen ki Chudai मेरी बहन-मेरी पत्नी
गतांक से आगे...................................
अमृता को नंगा करके मेरे दिल को तस्सली हो गयी और मै उसके बराबर में लेट गया |अब अमृता अडल्ट फिल्म देख-देख कर हैरान हो रही थी कि कैसे ये लड़कियां कैमरे पर ये सब कर लेती है और साथ ही साथ फिल्म देख कर गरम भी होती जा रही थी | अमृता मेरा लंड लेकर सहला रही थी और मै बीयर पीते पीते उसकी चुचियों से खेल रहा था |
मैंने थोड़ी सी बीयर उसकी चूची पर पलट कर पीनी शुरू कर दी | अमृता भी गरम होती जा रही थी उसे भी मेरा ये सब करना अच्छा लग रहा था |
अमृता ने कहा कि वो भी थोड़ी सी बीयर पीना चाहती है | मेरी पहली बोतल तो ख़तम हो चुकी थी मैंने फ्रिज में से दूसरी बोतल निकली और अमृता के साथ बाँट कर पीने लगा | थोड़ी दे के बाद अमृता भी मेरी नक़ल करते हुए मेरे लंड पर बीयर पलट कर पीने लगी और मेरा लंड चूसने लगी | मुझे भी अगल ही मजा आ रहा था |
अमृता मुश्किल से पांच या सात मिनट कि फिल्म ही देख सकी होगी और इतनी गरम हो गयी कि खुद ही मेरे साथ फिल्म बनाने लगी | अब कमरे में टीवी पर फिल्म चल जरुर रही थी मगर हम दोनों अब अपनी ही फिल्म की शूटिंग में मस्त थे |
अमृता पलंग की ओट के सहारे टेक लगा कर बैठ गयी और मै उसके सामने खड़ा हो गया |मेरा लैंड अमृता के चेहरे के ठीक सामने था और अमृता बीयर पलट-पलट कर मेरे लंड से बीयर पी रही थी |वैसे तो अमृता रोज ही मेरा लंड चूसती है मगर उस दिन उसे के स्थान पर बीयर का स्वाद आ रहा था, इसलिए अमृता और अंदर तक ले कर मेरा लंड पी रही थी |मुझे भी रोज के मुकाबले ज्यादा मजा आ रहा था इसलिए मै खुद ऊपर से बीयर अपने लंड पे गिराता और फिर रूक कर अमृता के लंड चूसने का मजा लेता |जब लंड पे से बीयर का मजा खत्म हो जाता अमृता मेरी तरफ देखती और मै दुबारा से बीयर गिरा देता |
अमृता आज पहली बार ही बीयर पी रही थी, मगर मजे मजे में उसने आधी बोतल बीयर पी डाली थी |इसलिए मैंने उसे और बीयर पिलाने से मन कर दिया क्योकि मै नहीं चाहता था की वो बेहोश हो जाए और मेरी रात काली हो जाए |
बीयर खत्म होने के बाद मैंने अपना लंड उसके मुहं में डाला और जोर-जोर से झटके देने लगा | मै अमृता के मुहं में लंड डालकर झटके भी दे रहा था और जोर जोर से उसकी चुचियो को भी दबा रहा था |और वो भी आज पूरे दिल से मेरा लंड पी रही थी | रोज तो वो थोड़ी ही देर तक लंड चूस कर छोड़ देती थी कि कही मेरा लंड उसके मुहं में पानी न छोड़ दे, मगर आज उसे इस बात का भी दर नहीं था (अमृता को वीर्य पीना पसंद नहीं है, वो मेरी ख़ुशी के लिए लंड मुहं में तो ले लेती है मगर ज्यादा देर तक चूसती नहीं है) | आज तो वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे मुहं में ही झाड देगी |
थोड़ी देर मेरा लंड चूसने के बाद अमृता रूक गयी शायद उसे लगा कि अब मै ज्यादा ही जोश में आ गया हूँ तो झड़ने वाला हूँ | अमृता के रुकते ही मै उसकी चूत की तरफ लपका |मैंने उसकी टांगो से उसे खीचते हुए, उसे बिस्तर पे लेटा लिया और उसकी टाँगे खोलकर उसकी चूत को चूसने लगा |हमेशा की तरह अमृता मेरे बालों में हाथ फेरने लगी और जब जब मै उसकी चूत के अंदर तक अपनी जीभ घुमाता वो सिसकी लेते हुए बोलती- भईया आराम से करो, बहन हूँ आपकी-वो भी सगी | कुछ तो तरस खाया करो | आप तो ऐसे चूसते हो जैसे फाड़ ही डालोगे |
उस दिन भी यही हो रहा था मै उसकी चूत का मजा ले रहा था और वो बार बार- "भईया कुछ तो तरस खाओ अपनी सगी बहन पे".............."भईया बस करो अब और मत चूसो प्लीज"......................."
भईया मै पागल हो जाउंगी, बस करो प्लीज" .................."भईया अपनी ही बहन की फाड़ डालोगे क्या?" ये सब बोले जा रही थी | जितना वो तड़प रही थी, उतना ही मुझे मजा आ रहा था | आखिरकार अमृता उठकर बैठ गयी
उसकी इस बात से तो मुझे और भी नशा चढ़ गया और मै और भी जोर-जोर से उसकी चूत को चूसने लगा |मुझे अमृता कि चूत मारने से भी ज्यादा मजा उसकी चूत को चूसने का आता है क्योकि इस समय मुझे उसका पूरा बदन साफ़-साफ़ दिखता है और साथ ही साथ अमृता के मुहं से निकलने वाली सिसकियों के साथ उसका बार बार "बस करो भईया " या "आराम से करो न भईया", बहुत मजा देता है |जब जब वो सेक्स करते समय मुझे "भईया" बुलाती है, मेरा नशा दुगना हो जाता है और मै और भी ज्यादा जोश में आ जाता हूँ |
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