RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता --8
"क्यो रात बहुत कुस्ति हुई कमरे की हालत देखो.....और मेरी बन्नो से तो आज चला नही जा रहा..... " अनु बोली....
" शिवि कहा है... मैने उसे बगल वाले कमरे मे भेज दिया है जहा वो थोड़ा और सो ले और फिर तय्यार होकर 1-2 घंटे मे आएगी..."
"और अश्विन कहा है'' उनका तो काम ही बुरा है उनका फोन आ गया कोई तो वो चले गये कह गये शाम 5 बजे आएँगे... मैने धीरे से देखा की कमरा अंदर से लॉक्ड है तो मैने बिना देर किए अनु को अपने पलंग पर पटक लिया... वो ब्लॅक कलर की साड़ी पहने हुए थी......
उसके पलंग पर गिरते ही साड़ी उसकी जांगो तक आ गयी थी....
" आरीए यह क्या करते हो मनु... मैं तुम्हारे दोस्त की बीबी हूँ मुझे छोड़ दो........" अनु ने रिकवेस्ट करते हुए कहा....
मैं उसके उपेर चढ़ कर उस पर बैठ गया मेरा खड़ा लंड देख कर उसने आँख बंद कर ली पर उसका हाथ मेरे खड़े लंड पर आ गया ... मैं समझ गया माल तय्यार है..... मैने उसकी पॅंटी उठाकर उसकी नाक पर रख दी...
" अनु डार्लिंग पहचान किसकी खुसबू है'''' मैने उसी की पॅंटी उसकी नाक पर रखी....
' मेरी है... उस दिन तुमने मेरे बॅग मे से मार ली थी" अनु बोली....
मैने उसी दिन दो बार उंगली करी.....
कल रात तो तुमने शिवानी की चूत का भोसड़ा बना दिया और उसकी गांद भी फाड़ दी..... मुझे नही चुदवाना तुमसे
प्ल्ज़ अपने दोस्त की खातिर छोड़ दो मुझे....... प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़
अनु ऐसा कहते जा रही थी और साथ ही साथ मेरे लंड पर अपनी मुथि कस्ति जा रही थी मैने बिना देरी किए उसकी साड़ी जाँघो से उपर उठाई... अनु नीचे पॅंटी नही पहने थी... मैने अनु के पैर फैलाए और उसकी चूत को सूँघा उसमे से बड़ी अछी सी खुसबू आ रही थी... अनु की चूत पर झांते थी... मैने वैसे ही लंड पेल दिया और जबर्दुस्त चोदना शुरू किया.....
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