RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
इधर मेरा लंड झरने को तय्यार था.. मैने शिवानी से कहा मैं झरने वाला हू..... पर वो कहा मान रही थी..... मैने अपनी हथेलियों से शिवानी की चूत को खोला और जीव को चूत की लंबाई मे और अंदर डाल कर गोल गोल घुमाया तो वो भर-भरकर झाड़ गई उसकी पिचकारी बहुत तेज़ छूटी जिससे मेरा पूरा मुह भीग गया और कुछ निकलकर बाजू मे तकिये पर फैल गया अब मैं भी झरने के करीब था और जब मैं झरने लगा तो मैने शिवानी के बाल पकड़ कर लंड उसके गले तक पेल दिया और सिर दबा दिया लंड शिवानी के गले मैं फस्ने के कारण वो मूह से साँस नही ले पा रही थी और घू घू की आवाज़ निकल रही थी और मैं उसके गले मे झाड़ गया... वो मेरा अधिकांस वीर्य पी गई और चाट कर लंड सॉफ किया.... फिर हम दोनो कुछ देर डीवीडी पर ब्लू फिल्म देखने लगे तो इसबार जल्दी तय्यार हो गये और शिवानी वैसे ही मेरी गोदी मे बैठ कर मेरा लंड अपनी चूत मे डाल कर पीठ मेरे से टिककर लंड अंदर ले लिया वो साथ ही साथ डीवीडी भी देखती जा रही थी...... मैने शिवानी के कान मे कहा मैं तुमको एक चीज़ सुन्घाता हू तुम बताना क्या है....हा मेरे राजा जो करना है करो बो उठक बैठक मे पूरा लंड अपनी चूत मे लील रही थी.... उसकी मस्त गांद मुझे और उततेज़ीत कर रही थी..... मैने उस दिन की अनु की पॅंटी अपने पयज़ामे मे से निकाली और उसे उसकी नाक पर टीका दिया....... अरे यह तो किसी की चूत की स्मील है.... यह किसकी है........ शिवानी ने पूछा
मैने कहा-तुम बताओ .. शिवानी ने कहा मुझे नही मालूम....
मैने कहा अनु की........ है........
एयेए इसका मतलब अनु भी तुमसे चुदवा चुकी है...... नही अब वो चुदवायेगि.. .. पहले तुम्हारी चुदाई तो जाए.
मैं अब देर मे झरने वाला था सो मैने कहा "तुम अभी आधी औरत बनी हो तुमको पूरी औरत बनाता हू ......."
आधी औरत .. मतलाब्ब...." शिवानी ने पूछा
मैं अब तक अपनी दो उंगलियो को वॅसलीन से गीली कर चुका था मैने एक उंगली की वसलीन उसकी गांद के छेद पर लगा दी और अंदर सरका दी...... जैसे ही उंगली उसकी टाइट गांद मे घुसी तो उसकी आँखो के आगे तारे नाचने लगे......
" बोली प्लज़्ज़्ज़ आज नही वाहा आज मैं गांद नही मरवओंगी... .मुझे भाभी ने बताया था तुमको पहली ही रात मे गांद मारना अछा लगता है..... तुमने उनकी मारी थी तो उनकी गांद आज भी चुदति है....."
मुझे उसका जवाब अछा नही लगा सो मैने बिना इंतेज़ार किया अपनी दूसरी उंगली भी उसकी गांद मे घुसेड दी.... शिवानी दर्द से बिलबिला पड़ी.......
मैं बहुत जोरो से उंगलियों से उसकी गांद चोद रहा था.......
हार कर शिवानी गांद मरवाने को तय्यार हो गई.... मैने शिवानी के मूह पर कपड़ा बाँधा और उसको पलंग पर मूह करके झुका दिया उसके दोनो पैर कमरे मे रखी रस्सी से पलंग के दोनो पायो से बाँधे और वॅसलीन की ट्यूब की नॉज़्ज़ील शिवानी की गांद मे फासकार पिचका दी और उंगली डाल कर आछे से अंदर लगा दी...
मैने सूपड़ा गांद के छेद मे घुसाने के बाद बिल्कुल भी इंतेज़ार नही किया और एक ही धक्के मे गांद मे आधे से ज़्यादा लंड घुसा दिया.... शिवानी अपने हाथ पटक रही थी पलंग पर किन्तू कुछ कर नही पा रही थी मैने लंड बाहर खीचा और पूरी ताक़त से गांद मे थूस दिया लंड जड़ तक गांद मे धसा था... मैने शिवानी की गांद पर कई चाँते मारे उसकी गोरी गांद मेरे चांटो से चिन्मीनाते हुए लाल हो गयी थी.....
अब शिवानी की गांद और चूत दोनो की मे जम से बारी बारी चुदाई कर रहा था..... उन वाइटॅलिटी वाली ड्रग्स जो दूध और रबरी, पान मे मिलाई थी उनका असली असर अब हो रहा था.... शिवानी को भी अब डूब्बल मज़ा आ रहा था...... शिवानी की चूत बार बार झार रही थी..... पर जब मैं गांद मे लंड डालता तो चूत मे उंगली और चूत मे लंड तो गांद मे उंगली.....
करीब 20-25 मिनिट के बाद मैं शिवानी की गांद मे झाड़ा और पलंग पर ढेर हो गया और साथ ही साथ शिवानी को भी वोही सुला लिया यह बहुत तगड़ी चुदाई हुई थी और अब सुभह के 6 बज रहे थे दोनो नंगे ही सो गये..... पता ही नही चला...... कररीब 11-12 बजे दिन मे मुझे महसूस हुआ मेरे शरीर पर कुछ रेंगते हुए .... तो मैने उन्नेदे ही आँख खोली तो मुझे लगा शिवानी की जगह कोई और है.... मैने ध्यान से देखा तो वो अनु थी.... मेरा लंड अनु की चूत की खुसबू का ऐएहसास पा के ही खड़ा हो गया ....
क्रमशः.............................
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