RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
करीब 1-1½ साल तक हम यूँ ही किन्ही दो अजनाबियो की तारह मिलते रहे मैं जानता था की जैसा उसके बिना मैं तड़प रहा हू वैसे ही वो भी तड़प रही होगी.. पर मैं जो करना चाहता था की उसके दिल मे अपने लिए नफ़रत पैदा करना वो मैं कर चुका था... इसके साथ साथ मैं और सूची मेरे प्लेसस पर मिलकर खूब चुदाई करते सूची ने अपनी दो सहेलियों को भी मेरे से चुदवाया था...पर मैं कभी सूची से शिवानी के बारे मे नही पूछता था यदि वो बात करती तो मैं उसे डाँट देता था और उसकी उसे कीमत तबाद-तोड़ चुदाई से चुकानी पड़ती थी..और एक दिन हम एक दोस्त की एंगेज्मेंट पार्टी पर बैठे हँसी मज़ाक कर रहे थे... मेरा और शिवानी का रिश्ता सभी को मालूम था मुझे मेरे दोस्त भगवान से भी ज़्यादा प्यारे है सो मैं उनसे खूब मिलता जुलता था.....मेरे दोस्त अश्विन की होने वाली बीबी और हम 5-6 दोस्त फंक्षन निपटाने के बाद एक रूम मे बैठकर हँसी मज़ाक कर रहे थे... तभी मेरे दोस्त की होने वाली बीबी(अनु) जिसकी सगाई कुछ देर पहले हुई थी मेरे से पूछ बैठी......
" मनु जी जब जब इनसे (यानी उसके होने वाले पति से और मेरे दोस्त से) फोन पर बात होती थी तो आपकी मोहब्बत की चर्चा ज़रूर होती थी..."
"वो ना जाने कितनी ख़ुसनसीब लड़की रही होगी जिसको आपने पवित्र प्यार दिया....."
"पर आज मैं आपसे कुछ माँगना चाहती हू उम्मीद है आप मुझे निराश नही करेंगे यही मेरे जीवन की सबसे बड़ी और मेरी एँगमेंट का और मेरी शादी का गिफ्ट भी होगा" अनु मेरे से बोली
" बताइए क्या चाहती है"...... मैने कहा...
" आपने उसे... या उसने आप को क्यों छोड़ दिया".... प्ल्ज़ बताइए
"देखिए अनु जी इस मुबारक मौके पे हम जैसे नासुक्रे लोगो से बात तो क्या उनकी परछाईयों से भी बचना चाहिए" मैने अनु को कहा...
" मनु जी आपसे किसने कह दिया आप नासुक्रे इंसान है.. आप जैसा मनुता तो शायद ही बिरला कोई इंसान होगा..." बताइए ना प्ल्ज़्ज़ अनु ने फिर रिक्वेस्ट की...
अनु की रेक़ेस्ट का साथ सभी ने दिया....
मैने कहा " ठीक है सबकी यही इक्च्चा है तो यही सही पर यह बात किसी बी तरह शिवानी तक नही पहुचनी चाहिए"
देखो यार मैं शादी सुदा एक बाल-बच्चोदार आदमी हू" अब इस उमर मे आकर यह प्यार-इस्क़-मोहबत बेमानी है.....
वो अभी नादान लड़की है उसको समझाने वाला कोई नही है... उसके मा बाप मार चुके है रिश्ते दारों का पता नही ऐसे मे उसके जज्बताओं के साथ नही खेल सकता.... उसकी आत्मा पवित्र है उसका शरीर पवित्र है मैं उसे छूकर गंदा नही करना चाहता...... मैं आज भी उसे अपनी जिंदगी से ज़्यादा प्यार करता हू.. मैं उसको पाना चाहता हू मैं उसका होना चाहता हू पर मैं यह सब नही कर सकता....... .. मैं भी चुप हो गया और कमरे मे भी सन्नाटा छा गया ....
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