RE: Incest Sex Kahani प्यार का रिश्ता
"मनु तुम सचमुच मनुता हो.... मैने तुमको रात मे देख लिया यदि तुम्हारी जगह कोई और होता तो मैं आज कुँवारी ना रहती." मैने रात तुम्हारी चाइ मे नसे की गोली डाल दी थी फिर जब तुम सो गये तो मैने तुम्हारे कपड़े उतार कर तुम्हारे उस को बहुत चूसा बहुत मज़ा आया और अपनी वो तुम्हारे उससे बहुत रगडी और तुम्हारे मूह से भी रगडी......फिर मैं भी वैसे ही सो गई......" प्ल्ज़ मुझे माफ़ कर देना....
मैने नकली गुस्सा बताते हुए कहा " शिवानी तुमको ऐसा नही करना चाहिए.... अब तो किया अब आगे मत करना...."
आगे कहती गई " वैसे कौन कम्बखत कुँवारा रहना चाहता है तुम्हारा शरीर देखकर... मेरी दीदी यानी तुम्हारी वाइफ तो बड़ी खुस रहती होगी तुमसे"
"हा रहती तो है..." मैने उसको जवाब दिया...
" वैसे तुमने कंट्रोल कैसे किया......"
" मैने अपने गुरु से काम शस्त्रा सीखा है इसलिए..."
" अछा तो फिर किसी दिन वो हुनर भी देख लेंगे'" शिवानी बोली...
" ज़रूर" " पर उसका सही समय आने पर और सही तरीके से.....
"अछा जनाब उसका भी तरीका होता है" मैं जानना चाहूँगी वो तरीका.....
"खैर छोड़ो यह बताओ..... तुम्हारी पॅकिंग हो गई..." मैने शिवानी से कहा...
" मैं तो अभी तक रेडी और पॅक ही हू..... मेरी पॅकिंग अभी खुली कहा है..." शिवानी द्वियार्थी सेंटेन्स बोल रही थी...
हम दोनो हंस पड़े....
" मैने शिवानी से कहा मैं थोड़ा घूम आऊ फिर आता हू..."
नही मनु मैं तुमको यहा से सीधे रेलवे स्टेशन ले जाऊंगी वो भी आगरा निज़ामुद्दीन नही...
आगरा तक हम दोनो कार से गये और वाहा से हम उसी ट्रेन मे एसी फर्स्ट क्लास मे सागर तक आए....
सागर आकर मैने शिवानी को एक होटेल मे रोका और दूसरे दिन उसकी यूनिवर्सिटी मे अड्मिशन की फॉर्मॅलेटीस पूरी करवाई....अब शिवानी को एक कमरा देखना था लेकिन मैने जब से उसका वैभव देखा था तो उसके लिए मैने एक बढ़िया सा हाई टाइप बंग्लॉ किराए पर ले दिया.... शिवानी और मैं रोज मिलने जुलने लगे..... कुछ दिन नॉर्मल ही बीते. बीच मे शिवानी को कई बार अपने घर भी ले गया और अपने परिवार वालों से मिलाया.. दोनो एक दूसरे से मिलकर बड़े खुस हुए... इधर शिवानी के कई लड़के लड़किया दोस्त हो गये थे यूनिवर्सिटी मे....कुछ से शिवानी ने मेरी भी पहचान और दोस्ती कराई.... शिवानी की एक फास्ट फ्रेंड थी सूची जो की शिवानी के बंग्लॉ पर ही रहती थी वो बहुत चुलबुली थी और मुझे जीजाजी ही बुलाती थी......सूची सेम यूनिवर्सिटी से फार्मेसी कर रही थी. शिवानी को कुछ प्रॉजेक्ट वर्क के लिए कुछ दीनो के लिए घर जाना था सो वो चली गई उसने यहा एक कार रख ली थी.. लेकिन एक दिन सूची का फोन आया.
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