RE: Sex Chudai Kahani फस गयी रिंकी
फिर राहुल कमर के बल लेट गया और रिंकी उसके उपर आ गयी, राहुल ने अपनी उंगली उसकी गान्ड मे डाल दी और चूत को लंड मे डाल दिया. अब धक्के रिंकी लगा रही थी.
कुछ देर बाद राहुल ने रिंकी की गान्ड मे एक झटके के साथ अपना पूरा लंड उतार दिया. इससे रिंकी और मेरे मूह से एक साथ हल्की सी चीख निकल गयी. राहुल चोंक गया की आवाज़ पर्दे के पीछे से आई. रिंकी ने उसे सच बता दिया और मैं भी पर्दे के पीछे से बाहर निकल आई.
राहुल – गीता किसी को छुप कर देखना बुरी बात होती है. बताओ तुम क्या देखना चाहती थी.
मैं कुछ नही बोली रिंकी ने जवाब दिया की इसे तुम्हारा लंड और चुदाई का तरीका देखना था. इस लिए यह मेरे कहने पर ही यहाँ छुप गयी थी.तुम नाराज़ नही होना.इसकी कोई ग़लती नही है. तुम कहो तो इस की सज़ा मुझे दे लो. राहुल ने कहा सज़ा तो उसे ही मिलेगी जिसने ग़लती की है, और सज़ा यह है की अब इसने सब देख ही लिया है तो इसे भी हमारे साथ शामिल होना होगा. वरना मैं इसके घरवाले को बता दूँगा और उसे नोकरी से भी निकलवा दूँगा.
मेरे पास कोई रास्ता नही था . वैसे भी मैं एक मजबूत लंड से चुदने का अवसर जाने नही देना चाहती थी. मैने फॉरन हां कर दी. वो दोनो मुझ पर टूट पड़े . राहुल ने मुझे किस किया और मैने पहली बार जाना की एक असली मर्द किस तरह किस करता है. उसने मेरी चीभ को चूस डाला और मेरे मूह का सारा पानी पी गया. मुझे बोहत अछा लगा. उधर रिंकी ने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरे दाने को रगड़ने लगी. राहुल के हाथ मेरे टाइट बूब्स पर पोहचे तो वो खुश हो गया. उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी जो बताती थी कि उसे टाइट माल पसंद है. उसने कमाल की नज़ाकत से मेरे अनारो का रस पिया . मेरी आँखे अपने आप ही बंद हो गयी. उधर रिंकी ने मेरे दाने को छोड़ कर मेरे कुल्हों पर हाथ फेरना शुरू किया.एक अजीब से ल़हेर एग्ज़ाइट्मेंट की मेरे शरीर से दौड़ गई. दोनो तरफ़ से इस एग्ज़ाइट्मेंट को मैं सह ना सकी और झाड़ गयी.
राहुल ने कहा की तुम तो अभी से झाड़ गयी अभी तो मज़ा आना शुरू ही हुआ है. रिंकी ने कहा की इसे लंड चूसने का बोहत शौक है, क्यो ना तुम इसे अपना लंड चूसने दो. तब तक मैं इसकी गान्ड के छेद को चौड़ा करती हूँ.
उसने अपना मोटा लंड मेरे चेहरे के सामने किया, मैने टोपी से शुरू करके धीरे धीरे राहुल्ल का लंड चाटना शुरू किया , पर चुकी मुझे इतना बड़ा लंड चाटने को मिला था मैं ठीक से नही कर पा रही थी. उधर रिंकी ने मेरी गान्ड मे वसलीन लगा कर उंगली करनी शुरू कर दी.शुरू मैं तो मुझे हल्का दर्द हुआ पर फिर ठीक महसूस होने लगा. जब मेरी गांद बिककूल चिकनी हो गयी तो, तो उसने इयोडीक्स ले कर मेरी गांद मे भरनी शुरू कर दी, पहले तो मुझे बड़ा ठंडा सा एहसास हुआ पर, कुछ देर के बाद इयोडीक्स की वज़ह से मेरी गांद मे आग लग गयी मेरा मन कर रहा था की कुछ भी करके यह आग मिट जाए. मैने रिंकी की तरफ़ देखा तो वो समझ गयी , उसने राहुल से कहा की गीता अपनी गान्ड का उद् घाटन तुम्हारे लंड से करवाना चाहतीहै, इसका घरवाला इसकी गान्ड नही मारता, तुम इसकी गांद मार लो और इसकी आग भुजा दो.
राहुल ने कहा की इसके कसे हुए अनार मुझे बोहत पसंद आए इनका रस भी मीठा था. अब देखना यह है की गांद कितनी कसी हुई है, चूतड़ तो देखने मैं ग़ज़ब लगते हैं. राहुल ने अपने लंड पर कॉंडम चड़ाया और मेरी गांद पर रखा. उसने मेरा मूह पर हाथ रखा और अपना लंड आगे सरका दिया. मुझे बड़ा ही दर्द हुआ लगा की मेरी तो गांद आज गयी यह मोटा लंड तो इसे फाड़ ही देगा. मेने कहा नही रुक जाओ मेरी गांदमत फाड़ देना मैं अपने घरवाले को क्या कहूँगी.राहुल बोला गीता तू चिंता मत कर मैं बड़े धीरे से और प्यार के साथ इसमे लंड डालूँगा. रिंकी आगे आ कर मेरे मूमे चूसने लगी और राहुल ने अपनी उंगली से मेरी चूत मैं खोज बीन शुरू कर दी. कुछ ही देर मैं मैं फिर से गरम हो गयी और मेरी गांद ढीली पड़ गयी.राहुल ने यह देख कर अपना लंड और आगे कर दिया . मुझे फिर दर्द हुआ पर अब दर्द पहले जैस्सा नही था , मुझे मज़ा भी आ रहा था. राहुल ने धीरे से आगे पीछे होना शुरू किया, मैं भी चूतड़ उठा कर आगे पीछे होने लगी ताकि लंड सही आंगल से अंदर जाए और दर्द कम हो .
रिंकी किचन से जा कर एक मूली ले आई और उसे मेरी चूत मैं फसा दिया. अब तो मज़ा कई गुना हो गया मैं हर धक्के के साथ सवर्ग का आनंद पा रही थी. मेरे दूनो छेद भरे हुए थे और मेरे मम्मे भी चूसे जा रहे थे.
राहुल ने अपना पोज़ बदला और मुझे गॉधी की तारह खड़ा कर के पीछे से मेरी गांद मारने लगा .उसे मेरी कसी हुई गांद और करारे चूतड़ देख कर जोश आ रहा था. इधर इयोडीक्स की वजह से मेरी गांद मे घमासान मचा हुआ था. लंड से खुज़ली तो मिट रही थी पर आग जलन नही जा रही थी. लगातार 15-20 मिनिट के धक्को के बाद राहुल ने अपना लंड निकाल लिया और उसे मेरी चूत मैं डाल दिया और गांद मे बर्फ डाल दी. इससे मुझे बड़ी ठंडक मिली और दर्द भी मिट गया. उसका मोटा लंड मेरी चूत को फैला रहा था. मैं झदने के करीब थी और इस बार जब मैं झड़ी तो बस राहुल से चिपक गयी, मैने कहा रुक जाओ अब मैं और नही कर सकती. राहुल ने कहा पर मैं अभी नही झाड़ा हूँ , उसने अपना लंड मेरी गान्ड मे उतार दिया जो अब खुल चुकी थी और बर्फ और इयोडीक्स की वज़ःसे सुन्न हो गयी थी. उसके लंड के पंपिंग एक्शन से मेरी गान्ड मे ठंडक बढ़ गयी और पानी और वसलिने और इयोडीक्स मिल कर झाग बनाने लगे , जैसे जैसे वो झदने के नज़दीक आ रहा था उसकी स्पीड बढ़ रही थी, वो ज़ोर ज़ोर से साँसे ले रहा था. उसने अपना लंड पूरा बाहर खींच कर अंदर डालना शुरू किया. फिर एक बार बाहर निकाला और अपने लंड की जड़ तक अंदर डाल दिया . राहुल वही रुक गया वो झाड़ रहा था. उसने अपना लंड निकाला तो मेरी गांद से झाग निकल रहे थे. मैं थक के चूर हो गयी थी मुझ मैं उठने की हिम्मत भी नही थी. राहुल ने कहा की आज से तुम सब तरह का सुख ले सकती हो.तुम्हारी गान्ड तो लाज़वब है पर चूत तो मुझे रिंकी की ही पसंद है.
फिर सुबह भी उसने मेरी गान्ड फिर मारी. मेरी गान्ड अब सूज कर मोटी हो गयी थी और मैं उस पर बैठ भी नही पा रही थी. उस दिन राहुल रिंकी के रूम मैं ही रहा , आंटी को पता नही चला क्योकि वो तो मूव नही कर सकती थी.
फिर 3 दिन बाद जा कर मेरी गान्ड नॉर्मल हुई तब तक मेने गोरखा को नज़दीक नही आने दिया पर अब जब गोरखा मुझे चोद्ता था तो मैं गरम तो हो जाती थी पर ठंडी नही हो पाती थी,चूत की आग तो किसी तरह मैं शांत भी कर लेती थी. पर मेरी गान्ड में भी खुजली होने लगती थी ,मेरा मन करता था कि गोरखा मेरी गान्ड भी मारे पर वो नही मानता था.
मैने रिंकी से कहा की अब मैं क्या करूँ मेरा मन तो अब हर बार गान्ड मरवाने को करता है. उसने कहा की राहुल तो बार बार त्यार नही होगा पर तुम किसी को बॉय फ्रेंड बना सकती हो. मैने कहा की मुझे कौन अपनी गर्लफ्रेंड बनाएगा. रिंकी ने कहा की तुम चिंता मत करो मैं राहुल से बात करूँगी वो किसी ना किसी का इंतज़ाम कर देगा.
और इसी तरह जिंदगी चलती रही मैं और रिंकी जिंदगी के मज़े ले रहे थे
दोस्तो ये कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त
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