RE: Sex Chudai Kahani फस गयी रिंकी
शाम को मैं मार्किट गया और कॉंडम खरीद लाया. मैं जानता था की इस बार मुझे वो मिलजाएगी जिस का हर लड़के को इंतज़ार रहता है. पर प्राब्लम यह थी की मैं अब उसके साथ जो खेल खेल रहा था अब जसका क्लाइमॅक्स आ गया था, पर मुझे काफ़ी टाइम की ज़रूरत थी, जो की दिन मैं नही मिल सकता था और रात को उसकी छत पर जाने मैं ख़तरा था. फिर कल दीवाली थी और सब लोग रात मैं देर तक जागते है, मैने फ़ैसला किया की अगर हम रात को जल्दी सो जाए तो सुबह जल्दी उठ सकते हैं, जबकि बाकी लोग देर से सोएगे तो सुबह भी लेट ही उठ पाएगे.
बस मैने तय कर लिया की दीपावली की रात मैं रिंकी को चोद कर ही छोड़ुगा.
मैने उसे मेसेज कर दिया की तुम रात को अपने कमरे [रूम] का गेट खुला रखना ,उसने कहा की मम्मी डॅडी के रहते यह मुश्किल है. तो मैने कहा की वो सब तुम मुझ पर छोड़ दो.मुझे पता था की अंकल कभी कभी ड्रिंक भी कर लेते हैं. मेरे घर मैं भी पापा ड्रिंक कर लेते हैं , दीवाली की रात को हम अक्सर जुआ [ कार्ड्स गेम] खेलते हैं. मैं रिंकी के पापा के पास गया और उनसे कहा की अंकल पापा कह रहे थे की इस बार आप को भी अपने साथ खिलाएँगे. अंकल ने कहा ठीक है. इस तरह दोनो और से मैने बात पक्की कर दी. इस बार पापा से कहा की रिंकी के पापा भी इस बार खेलने की लिए आना चाहते हैं.तो पापा ने कहा की क्यो नही मुझे कंपनी भी मिलजाएगी. फिर मैं रिंकी के घर आसानी से जा सकता था
अगले दिन रात को जब सब लोग पूजा वगेरा से फ्री होगये तो अंकल- आंटी [ रिंकी के पेरेंट्स] भी आ गये , वो मेरे पेरेंट्स के साथ बाते करने लगे तो मैने कहा की मैं जा के रिंकी को स्वीट्स दे आता हूँ . मैं जब उसके घर गया तो वो कहने लगी की तुम खाली हाथ ही आए हो कि मेरे लिए कोई गिफ्ट भी लाए हो. तो मैने कहा की मैं तुमहरे लिए एक बड़ी ही आन्माओल चीज़ लाया हूँ. तुम उसे सारी ज़िंदगी याद रखोगी. वो बोली तो फिर दो, मैने कहा ऐसे नही मिलगी पहले तुम मुझे प्रॉमिस करो के ना नही करोगी.
उसने प्रॉमिस किया. तो मैने अपनी पॅंट खोल कर पाना लंड उसके सामने कर्दिया, जिस पर मैने एक लाल रंग का रिब्बिओं लगा रखा था. वो देख कर हस्ने लगी और कहा की हाँ इसे तो मना नही किया जा सकता. पर अब यह मेरा हो चुका है.फिर हम एक दूसरे को किस करने लगे. मैने उसे बताया की अंकल अब पापा के साथ ही बात कर दो पेग लगाएँगे. तुम जल्दी सो जाना और रात को अपनी छत का गेट और अपने कमरे का गेट खुला ही छोड़ देना.
उसने कहा की इसमे ख़तरा हो सकता है. तो मैने कहा की सब आज रात को देर मैं सोएगे इसलिए सुबह सब गहरी नींद मैं होंगे , और तुम्हारे पापा तो वैसे भी नशे मैं होंगे.
फिर उसके यहाँ कुछ गेस्ट आ गये ,तो मैने कहा की मैं जा के तुम्हारी मम्मी को भेज देता हू. इधेर पापा ने अपना रंग जमा रखा था.दोनो दो दो पेग ले चुके थे और गेम मे मस्त थे, मैं कुछ देर छत पर लोगो को पटाखे [ फिरे क्राकेर्स] चलाते देखता रहा.फिर मैं अपने कमरे मैं आ कर सो गया , मैने सुबह 3 बजे का अलार्म लगा कर अपने पास रख लिया.पर मेरी आखो मैं नींद नही सपने थे.
मैं रात को अपने कमरे से बाहर सड़क पर आया और देखा की सब लोग सो चुके थे कही कोई आवाज नही आ रही थी. गली मैं रोशनी थी.मैं रिंकी के पड़ोसी के गेट से होता हुआ उनकी छत पर पहुचा और फिर वहाँ से रिंकी की छत पर. वहाँ जा कर मैने कुछ देर इंतज़ार किया की कोई उठा तो नही हुआ है. जब कोई आवाज़ नही सुनाई दी तो मैं रिंकी की छत से अंदर गया. मैने रिंकी की कमरे को थोड़ापुश किया तो वो खुल गया . रिंकी आराम से सो रही थी , रूम मैं नाइट लॅंप जला हुआ था, मैने गेट बंद किया, और उसके पास आकर बैठ गया, एक मिनट तक मैने उसे देखा और सोचा की अब बस मेरिमेहनत का फल मिलने ही वाला है, मैने उसके मूह को अपने हाथ से प्रेस किया ताकि उसकी आखे भी खुल जाए और वो डर के मारे आवाज़ भी ना करे. जब उसने देखा की मैं हूँ तो वो रिलॅक्स हो गयी, उसने पूछा की तुम यहाँ तक कैसे आए. कोई जाग तो नही रहा. तो मैने कहा की मैं छत के रास्ते आया हूँ.और सब सो रहे हैं. फिर भी एक बार तुम अपनी मम्मी का रूम चेक कर लो.
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