RE: Sex Kahani सानिया की मम्मी
मैं उसकी चूत को चूसता जा रहा था और वो सिसक रही थी, “जोर से... आआआहहह आआहहह और जोर से चूसो मेरे राजू... और जोर से!” तभी मेरा ध्यान दरवाज़े के तरफ़ गया तो मैंने देखा कि वहाँ सिर्फ मैरून रंग के हाई-हील सैंडल पहने बिल्कुल नंगी, आयशा आँटी दरवाजे के सहारे खड़ी होकर सब कुछ देख रही है और अपने हाथों से अपनी चूत में अँगुली कर रही है। फिर वो नशे में लड़खड़ाती- सी बेड के पास आ गयी और गाँड पर हाथ फेरने लगी और मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगी।
सानिया उन्हें देख कर चौंक गयी और बोली, “मम्मी मुझे आपके सामने शरम आ रही है... मैं आपके सामने कुछ नहीं करूँगी!” तब आयशा आँटी मेरे लंड पर से अपना हाथ हटाकर बोली, “तू मुझे अपनी अम्मी नहीं... अपनी सहेली समझ... मुझे भी तो तूने ऐं मर्तबा ये सब करते हुए देखा है...!” फिर आयेशा आँटी सानिया की तरफ़ चली गयी और उसके होठों को चूसने लगी। पहले तो सानिया कुछ नहीं बोली। फिर वो भी अपने मम्मी का साथ देने लगी। मैं सानिया की चूत को चूस रहा था। तभी सानिया ने मेरे चेहरे को अपनी चूत के पास जोर से सटा दिया और कहने लगी, “राजू आज पूरा चूस लो मेरी चूत को... पूरा निचोड़ लो…” और मैं उसकी चूत को चूसता रहा।
फिर आयशा आँटी ने कहा, “अब तू सानिया की चूत चोद!”
मैंने अपना लंड अपने हाथ में लेकर सानिया की चूत के छेद पर जैसे ही रखा, सानिया डर गयी और कहने लगी “धीरे-धीरे करना... नहीं तो बहुत दर्द होगा!”
मैंने कहा, “ठीक है”, और मैंने धीरे से एक धक्का लगाया। मेरा आधा लंड सानिया की चूत में घुस चुका था और वो जोर से चिल्लायी, “ईईईईईईईईईईईई आआआआहहहह ऊऊऊऊऊऊऊहहहह... बस करो... अब नहीं आआआआआआआहहहहहह ओहह ओहहह मैं मर जाऊँगी... बस करो!”
तभी आयशा आँटी मेरे पास आयी और बोली, “अपना पूरा लंड सानिया की चूत में डाल दे... मैं देखना चाहती हूँ कि सानिया कि चूत में जब तेरा लंड जाता है तो उसे कैसा लगता है!”
मैंने तुरंत ही अपना पूरा लंड सानिया की चूत में डाल दिया और सानिया चिल्ला उठी “ऊँऊँऊँऊँम्म्म्म अल्लाहहऽऽऽ मैं मर गयी... बस छोड़ दो… अब नहीं!”
लेकिन तब तक तो मैं जोश में आ चुका था और मैं जोर-जोर से झटके मारने लगा। तब तक सानिया को भी अच्छा लगने लगा था। थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी। जब मैं और सानिया चुदाई कर रहे थे तब आयशा आँटी भी मेरे पास आकर मेरे होठों को चूसने लगी और अपनी चूत को सानिया के तरफ़ कर दिया और सानिया से कहा, “सानिया! मेरी चूत को चूसो!”
सानिया उनकी चूत को चूसने लगी और तब तक सानिया छूट चुकी थी और हल्की पड़ गयी थी। इतने में मेरा वीर्य भी सानिया की चूत में छूत गया और मैंने अपना लंड बाहर निकाल लिया। ये देख कर आयशा आँटी सानिया की चूत पे मुँह लगाकर अपनी बेटी की चूत को चूसने लगी और चूसते हुए बोली कि “सानिया तेरी चूत तो बेहद लज़ीज़ है, मैं तेरी चूत रोज़ चूसा करूँगी!”
"मम्मी आपकी चूत भी बेहद रसीली है... ऑय लव इट!" सानिया ने कहा। दोनों माँ-बेटी इस वक्त ६९ की पोज़िशन में एक दूसरे की चूत चाट रही थीं।
थोड़ी देर बाद सानिया बाथरूम में चली गयी। मैंने आँटी से कहा कि, “आँटी मैं तो सानिया की चूत में ही हल्का हो गया कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाये!”
आयेशा आँटी बोली, “तू फिक्र ना कर मुझे बहुत तजुर्बा है इस मामले में मैंने उस दिन से ही सानिया को बर्थ-कंट्रोल पिल्स देनी शुरू कर दी थी!” उसके बाद आयशा आँटी मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर अपनी जीभ से चाटने लगी। जब वो मेरे लंड को चाट रही थी तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और मेरा लंड फिर से उनके मुँह में सख्त हो गया। थोड़ी देर बाद मेरा वीर्य उनके मुँह में छूट गया और मैं हल्का पड़ गया। आयशा आँटी ने मेरे लंड को अपनी जीभ से ही साफ़ किया और कहा कि “आज सानिया को अपने सामने चुदते हुए देख कर अच्छा लग रहा था और खुशी इस बात की है कि तूने मेरी सानिया और मुझे दोनों को एक साथ चोदा!”
तब मैंने आयशा आँटी से कहा कि “अभी तो मैंने सिर्फ़ सानिया को चोदा है... अभी आपको कहाँ चोदा है?”
यह सुनकर आयशा आँटी बोली, “चोद ले आज जितना चोद स सकता है। आज की पूरी रात तेरी है... तुझे जैसे-जैसे चोदना है, वैसे चोद ले!” आयशा आँटी की आवाज़ नशे में थोड़ी सी बहक रही थी।
मैंने आयशा आँटी से कहा कि “मैंने सुना है कि गाँड मारने में बहुत मज़ा आता है... मैं आपकी गाँड मारना चाहता हूँ... आप मुझसे अपनी गाँड मरवाओगी?”
आयशा आँटी ने कहा कि “कुछ साल पहले दो अफ्रीकी लड़के हमारे पड़ोस में रहते थे जिनके साथ मैं ऐश करती थी। उन दोनों नीग्रो से पहली बार मैंने गाँड मरवायी थी और उन नामकुलों ने अपने हब्शी लौड़ों से इतनी बेरहमी से मेरी गाँड कि मैं बता नहीं सकती… तब से मैंने कभी अपनी गाँड नहीं मरवायी। लेकिन तुझे मैं मन नहीं कर सकती... इसलिए आज मैं तुझसे अपनी गाँड भी मरवा लूँगी!”
फिर वो वहाँ से उठकर हाई हील सैंडलों में खटखट करती हुई नशे में लड़खड़ाती हुई दूसरे कमरे में चली गयी, और जब वो लौट कर आयी तो उनके हाथ में एक क्रीम की ट्यूब थी। वो मेरी तरफ़ ट्यूब बढ़ाते हुए बोली कि “सूखी गाँड मरवाने में दर्द होता है... इसलिए ये के-वॉय जैली मेरी गाँड के छेद पर लगा देना और उसके बाद तू मेरी गाँड मारना!”
मैंने कहा, “ठीक है... लेकिन पहले मेरे लंड को एक बार आप चूस लो जिससे मेरा लंड और टाइट हो जाये।”
आयशा आँटी झुक कर अपने मुँह से मेरे लंड को चूसने लगी। वो बहुत अच्छी तरह से मेरे लंड को चूस रही थी। उनके होंठों और ज़ुबान में जादू था! एक मिनट में ही मेरा लंड पूरा टाइट होकर खड़ा हो गया। उसके बाद आयशा आँटी उल्टी होकर लेट गयी और अपने दोनों हाथों से अपनी गाँड के छेद को फ़ैलाने लगी। मैंने के-वॉय जैली निकाली और उनकी गाँड के छेद में भर दी। उसके बाद मैंने अपने लंड पर थोड़ा सा थूक लगाया और गाँड के छेद पर अपना लंड रखकर हल्का सा धक्का दिया। मैंने जैसे ही धक्का दिया तो वो चिल्ला उठी, “नाआआआआईईईईईईईईईईई... बस कर... हाय अल्लाहहह…. बहुत दर्द हो रहा है।”
लेकिन तब मैं कहाँ रुकने वाला था, और मैंने एक धक्का और लगाया और मेरे लंड का तीन-चौथाई भाग उनकी गाँड के अंदर चला गया और वो जोर से चिलायी, “आआआआआहहहहह… मैं मर जाऊँगी।”
तभी मैंने पूरे जोर से झटका मारा और मेरा पूरा लंड उनकी गाँड में घुस गया। थोड़ी देर तक तो वो दर्द से चिल्लाती रही लेकिन बाद में कहने लगी, “बहुत अच्छा लग रहा है... मुझे नहीं पता था कि इसमें भी इतना मज़ा आता है... तो मैं तुझसे रोज़ अपनी गाँड मरवाऊँगी!”
तब तक सानिया भी बाथरूम से आ चुकी थी और वो ये सब देख रही थी कि मैं उसकी मम्मी की गाँड मार रहा हूँ। वो हमारे पास आ गयी। आयशा आँटी ने उसको अपने पास बुलाया और उसे अपने आगे लेटने के लिए बोली। सानिया लेट गयी और आयशा आँटी सानिया की चूत चाटने लगी। मैं उनकी गाँड मार रहा था और मेरा लंड तेजी से उनकी गाँड में अंदर-बाहर हो रहा था।
सानिया की चूत चूसते-चूसते आयशा आँटी बीच में चिल्ला उठी, “ननाआआआआआहहहहह ऊईईईईईईईईईई धीरे कर... दर्द हो रहा है।”
लेकिन मैं तो अपने पूरे जोश में उनकी गाँड में अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था। उसके बाद मैंने आयशा आँटी से कहा कि सानिया से कहो कि मेरे लंड को वो चूसे। ये सुनते ही सानिया वहाँ से उठकर मेरी तरफ़ आ गयी और मैंने अपना लंड आयशा आँटी की गाँड से निकाल लिया और मैं लेट गया।
सानिया मेरी बगल में आकर मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर बोलने लगी, “इतना बड़ा लंड कैसे मेरी चूत में घुस गया?” और फिर वो मेरे लंड को चूसने लगी। पहले सानिया लंड को ठीक से नहीं चूस पा रही थी। तब आयशा आँटी ने कहा, “अरे ऐसे नहीं चूसते हैं... मैं तुझे बताती हूँ कि कैसे लंड चूसते हैं!” फिर वो सानिया को वहाँ से हटाकर खुद आकर मेरे लंड को चूसने लगी।
सानिया उन्हें बहुत ध्यान से देख रही थी। फिर वो मेरी बगल में आयी तो मैं उसके होठों को चूसने लगा और वो वहाँ से उठकर मेरे लंड के पास आयी और मेरे लंड को चूसने लगी। इस बार वो मेरे लंड को बहुत अच्छे से चूस रही थी। दस मिनट के बाद मैं सानिया के मुँह में ही झड़ गया। वो जल्दी से उठकर बाथरूम में गयी और अपना मुँह धोने लगी। तब आयशा आँटी ने अपनी जीभ से मेरे लंड को पूरा साफ़ किया और मैं हल्का होकर वहीं बेड पर लेटा रहा। उसके बाद सानिया भी मेरी एक तरफ़ आकर लेट गयी और दूसरी तरफ़ आयशा आँटी लेट गयी। आयशा आँटी कहने लगी कि ईद की ये मुबारक रात उन्हें हमेशा याद रहेगी। सानिया ये सुनकर हँसने लगी तो मैंने अपने एक हाथ से जोर से उसकी चूंची को दबा दिया और वो मुझसे लिपट गयी। मैंने रात में सानिया को तीन बार चोदा और सुबह होते ही पीछे के ही दरवाज़े से मैं अपने घर चला गया।
!!! समाप्त !!!
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