RE: Sex Kahani अमीना की कहानी
मोनू ने संजीदा की दोनों जाँघों को एक दूसरे से अलग किया। संजीदा की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत एक दम गोरी और चिकनी थी। मोनू ने अपनी जीभ संजीदा की चूत के दोनों फाँकों पर फिरानी शुरू कर दी तो संजीदा जैसे पागल सी होने लगी। उसने मोनू के सिर को जोर से पकड़ लिया लेकिन मोनू रुका नहीं। वो अपनी जीभ को संजीदा की चूत की फाँकों पर तेजी से फिराने लगा। दो मिनट में ही संजीदा झड़ गयी और उसकी चूत एक दम गीली हो गयी। मोनू ने संजीदा की चूत का सारा रस चाट लिया और फिर अपनी जीभ संजीदा की क्लिट पर गोल-गोल घुमाने लगा। संजीदा ने जोश के मारे जोर की सिसकी ली। लेखिका: अमीना-काज़ी।
मैंने संजीदा से पूछा, “क्या हुआ?”
वो बोली, “आपा, मेरे तमाम जिस्म में आग सी लग गयी है। तुम मोनू से कह दो अब देर ना करे नहीं तो मैं पागल हो जाऊँगी। मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है!”
मैंने मोनू से कहा तो वो बोला, “मेरा लंड बहुत मोटा और लंबा है। अगर मैंने इन्हें अभी चोद दिया तो इन्हें बहुत दर्द होगा। अभी इन्हें एक बार और झड़ जाने दो। तब ये जोश से एक दम पागल हो चुकी होंगी और मेरा पूरा का पूरा लंड आरम से अपनी चूत के अंदर ले लेंगी।”
मैंने कहा, “ठीक है, जैसा तुम ठीक समझो, करो!”
मोनू संजीदा के ऊपर सिक्स्टी-नाईन की पोज़िशन में लेट गया और उसकी चूत को तेजी से चाटने लगा। संजीदा अब तक बहुत ज्यादा जोश में आ चुकी थी। उसने बिना कुछ कहे ही मोनू का लंड अपने मुँह में ले लिया और तेजी के साथ चूसने लगी। संजीदा का दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था और उसकी साँसें बहुत तेज चल रही थी। वो जोर-जोर की सिसकारियाँ भरते हुए मोनू का लंड चूस रही थी। थोड़ी देर बाद संजीदा ने मुझसे कहा, “आपा, मोनू से कह दो अब देर न करे। मैं एक दम पागल सी हुई जा रही हूँ!”
मैंने कहा, “मैं क्यों कहूँ, तुम ही मोनू से कहो कि वो तुम्हारी चुदाई करे!”
संजीदा इतनी ज्यादा जोश में आ चुकी थी कि वो रोने लगी। लेकिन उसने मोनू से कुछ भी नहीं कहा। पाँच मिनट में ही संजीदा फिर से झड़ गयी तो उसने मोनू का सिर जोर से पकड़ लिया और बोली, “अब तो मैं फिर से झड़ गयी हूँ। अब तो देर ना करो। जल्दी से चोद दो मुझे!”
मोनू ने कहा, “मेरा लंड बहुत लंबा और मोटा है। आप इसे अपनी चूत के अंदर ले पाओगी? बहुत दर्द होगा!”
संजीदा बोली, “मैं कुछ नहीं जानती। बस तुम अब देर मत करो। डाल दो अपना पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में और खूब जोर-जोर से चोदो मुझे!”
मोनू बोला, “ठीक है। मैं लेट जाता हूँ। आप खुद ही मेरा लंड अपनी चूत के अंदर ज्यादा से ज्यादा घुसाने की कोशिश करो!”
मोनू संजीदा के ऊपर से हट कर लेट गया तो संजीदा तुरंत ही मोनू के ऊपर चढ़ गयी। संजीदा जोश में एक दम पागल हो रही थी। उसने मोनू के लंड का सुपाड़ा अपनी चूत के बीच रखा और जोर से दबा दिया। मोनू के लंड का सुपाड़ा संजीदा की चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया। उसे इस कदर तेज दर्द हुआ कि वो तड़पते हुए तुरंत ही मोनू के ऊपर से हट गयी और लेट गयी। संजीदा को बिल्कुल भी नहीं मालूम था कि इतना दर्द होगा।
आखिर मोनू का लंड भी था तो बेहद मोटा। संजीदा दर्द के मारे तड़प रही थी। मोनू संजीदा के होंठों को चूमने लगा। थोड़ी देर बाद संजीदा आसुदा हुई तो मोनू ने कहा, “मेरे ऊपर आ जाओ और मेरा लंड अपनी चूत में और ज्यादा घुसाने की कोशिश करो!”
संजीदा बोली, “मैं तुम्हारा लंड अपनी चूत में नहीं घुसा पाऊँगी। मुझे बेइंतेहा दर्द हो रहा है। अब तुम ही अपना लंड मेरी चूत में घुसाओ।”
मोनू बोला, “बहुत दर्द होगा!”
संजीदा बोली, “तुम तो मर्द हो। तुम ही अपना लंड मेरी चूत में जबरदस्ती घुसा सकते हो।”
मोनू बोला, “ठीक है!”
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