RE: xxx Kahani नौकरी हो तो ऐसी
मैं पूरा गरम हो गया..... क्या दिख रही थी ...रीना.साली ...इसके लिए तो बड़े बड़े व्यापारी अपनी पूरी जायदाद बेच दे
मैं बोला "हां बोल मदर्चोद..... मैं चाहू तो क्या ..."
प्रिन्सिपल: "अगर तुम चाहो तो इसकी कुँवारी चूत को अपने लंड राजा से विवाहित बना सकते हो... पर हां उसकी कीमत आप चुका नही पाओगे..."
मैं बोला "बोल साले बोल "
प्रिन्सिपल : "ताइजी तो पता ही होगी तुम्हे..सेठ जी की अकेली बेटी... हवेली की और इस गाव की सबसे मादक, कमसिन और गरम चीज़..... "
मैं बोला : "हां पता है उससे क्या..."
प्रिन्सिपल: "उसे हम एक बार चोद्ना चाहते है..... बाकी के दोनो मूह हिलने और खुशी से मूडी हिलाने लगे....."
मैं बोला: "सालो पकड़े गये तो लंड काट दिए जाएँगे तुम लोगो के...."
प्रिन्सिपल : मैं तुम्हे मेरे अनमोल रतन दे रहा हू…जितना चाहे चोदो.....और उसमे रीना की अनच्छुई चूत..... जिस के लिए कोई भी कुछ देने के लिए तैय्यार हो...
उसके बदले ताइजी तो बनती ही है....और दूसरी चीज़ हमे सेठ जी 6 महीने तक पैसे नही माँगेगे.
मैं सोचने लगा 6 महीने का तो मैं संभाल लूँगा पर सालो को ताइजी को चोदने का इतना क्या चढ़ा है... पर बात भी सही थी.... ताइजी थी ही ऐसी ...एक बार कोई देख ले तो वो चुतताड और वो चुचिया कोई पूरा जनम नही भूल सकता.... बुड्ढे का भी तन के खड़ा हो जाता ताइजी के सामने
मैं बोला "ठीक है........मुझे मंजूर है....पर मेरी एक शर्त है ...इन दोनो को मैं जब मन चाहे कभी भी, कही भी चोद सकता हू... मैं चोदु कोई और चोदे..... तुम्हे कोई मुसीबत नही होनी चाहिए...."
प्रिन्सिपल: हां अगर तुम ताइजी को हमसे चुदवाने का वादा करते हो तो तुम जैसा चाहो वैसा ही होगा जनाब
मैं "ठीक है ..... पर अगर पकड़े गये ना सालो तो कभी ग़लती से भी मेरा नाम मत लेना .... नही तो तुम लोगो के साथ मैं भी ज़िंदा नही बचूँगा..."
प्रिन्सिपल “आप उसकी चिंता छोड़ दो बाबूजी वो हम देख लेंगे .... हम भी आजकल के नये खिलाड़ी थोड़िना है...बहुत पुराने है..... “
इतने मे प्रिन्सिपल रचना और रीना मेरे तरफ आए और मेरे बाजू बैठ गये.
मैं बीच मे एक तरफ बड़ी और एक तरफ रीना और रचना के बाजू मे प्रिन्सिपल, मैने रचना की मस्त गांद पे हाथ फेरना शुरू किया... वाह क्या चुतताड थे.. एकदम मादक और पूरे रसीले... बस दबाते रहो.... उतने मे रीना ने मेरा शर्ट निकाल दिया...
बाजू मे बैठे प्रिन्सिपल ने भी हमारी मदद करनी सोची उसने अपनी बेटी की कामीज़ और चड्डी निकालना शुरू किया और अगले ही पल वहाँ मैं , बड़ी बेटी और छोटी बेटी...तीनो नंगे हो गये....
प्रिन्सिपल के साथ वाले 2 शिक्षक भी गरम होने लगे और उन्होने रचना के मस्त दूध को दबाना शुरू किया
मैने अपना मोर्चा रीना की तरफ किया.... वाह आग ही आग थी ..... उसके मस्त आम के जैसे मांसल दूध मैने अपने हाथो मे पकड़े के मस्त दबाना शुरू किया उसके मूह से आह निकलने लगी....
मैने उसके मूह मे अपने मूह डाल और उसकी जीब और होटो को मस्त चूसने लगा ....
वो गुलाबी होठ मुझे यकीन दिला रहे थे ... कि इसकी बुर इससे भी ज़्यादा गुलाबी होगी और जब मैं पहली बार इसकी बुर मे जब पहली बार अपना बड़ा लंड घुसाउँगा तो क्या मज़ा आएगा ....वाह वाह ...सोचके ही दिमाग़ का हाल बहाल होने लगा
मैने अभी उसके चूत को हल्के हल्के सहलाना शुरू किया और उसकी गोरी जाँघो को मस्त दबाने लगा..... बहुत ही ज़्यादा मज़ा आने लगा था...
कुँवारी बुर को चोदने का मज़ा लेने का ये मेरा पहला टाइम था.....
उधर प्रिन्सिपल और 2 शिक्षको ने रचना को मस्त चोद्ना शुरू कर दिया.... प्रिन्सिपल ने मस्त उसकी बुर मे लंड घुसेड दिया और रचना की चुदाई शुरू कर दी. एक ने शराब की बॉटल उठाई और उसके मूह मे लगा दी... रचना ने भी मस्त गटक गटक कर आधी बॉटल पी ली..
वो शराब की बॉटल लिए वो मेरे पास आया और उसने रीना जो मेरी गोद मे बैठ के मस्त मज़े ले रही थी उसके मूह मे घुसेड दिया... उसने भी मस्त गटक गटक करके बची आधी बॉटल पी ली ...और क्या बात शराब की बूंदे जब उसकी चुचियो पे गिरी...वाह वाह क्या नज़ारा था..... वो दूध और ज़यादा मादक और उत्तेजक दिखने लगे... मैने दोनो निपल को पकड़ा और मस्त चूसना शुरू किया.... वो पागल होये जा रही थी.....
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