RE: Chudai Kahani मधु अंड नेहा
मधु अंड नेहा पार्ट--4
गतान्क से आगे
मैने उनके उपर कोई रहम ना करते हुए एक दम आँधी की तरह उनकी चुदाई शुरू कर दी. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्लती रही और मैं उन्हें चोद्ता रहा. 2 मीं की चुदाई के बाद वो शांत हो गयी और 5 मिनट में ही उनकी चूत से पानी निकलने लगा. मेरा लंड अब एक दम गीला हो चुका था. मैने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल कर भाभी की गांद के छेद पर रख दिया. वो बोली बहुत अच्छे, जिओ मेरे शेर. मैने एक जोरदार धक्का मारा तो भाभी फिर से ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी. मेरा लंड एक ही धक्के में उनकी गांद के अंदर 4" घुस चुका था. मैने भाभी के चिल्लाने पर कोई ध्यान नहीं दिया और बहुत ही जोरदार 4-5 धक्के और लगा दिए. भाभी के गांद से फिर थोड़ा खून आ गया और मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी गांद में घुस गया. मैने बहुत ही तेज़ी के साथ भाभी की गांद मारनी शुरू कर दी. 5 मिनट में ही भाभी पसीने से एक दम लथपथ हो गयी. वो अभी भी ज़ोर ज़ोर से चीख रही थी. उनकी आँखों से आँसू बह रहे थे. उन्होने रोते हुए कहा आज मैं तुमसे चुदवा कर बहुत खुश हूँ. आज तुमने मेरी ज़ुबान की लाज़ रख ली. राजू अब तुम रुकना मत. फाड़ डालो आज अपनी भाभी की छुट और गांद को. तुम्हारे भैया का लंड बहुत छ्होटा है और उनका पानी भी बहुत जल्दी निकल जाता है. सुहाग रात के दिन उन्होने मुझे केवल 2 बार ही चोदा था. तुम ही बताओ कोई अपनी बीवी को सुहाग-रात के दिन 2 बार ही चोद्ता है. मैने कहा नहीं कम से कम 4-5 बार तो ज़रूर चोद्ता है. वो बोली तुम्हारे भैया ने मुझे पहली ही रात को बता दिया था कि तुम एक दम नंगे ही नहाते हो और बाथरूम का दरवाज़ा बंद नहीं करते हो. सुहाग-रात के दिन जब मैने उनका लंड देखा और वो मुझे ठीक से चोद भी नहीं पाए तो इसी लिए दूसरे दिन सुबह मैं जान बूझ कर तुम्हारा लंड देखने के लिए बाथरूम गयी थी. मैने जब तुम्हारा लंबा और खोब मोटा लंड देखा तो मैं एक दम मस्त हो गयी. मैने उसी समय सोच लिया था
की मुझे तुमसे चुदवाना है. मैं भाभी की गांद बहुत ही बुरी तरह मार रहा था. मुझे अब तक भाभी की गांद मारते हुए लगभग 10 मिनट हो चुके थे. मैने एक झटके से उनकी गांद से अपना लंड बाहर निकाल कर उनकी चूत में डाल दिया. वो फिर से चीखी और मैने बहुत ही तेज़ी के साथ उनकी चुदाई शुरू कर दी. 5 मिनट चुद्वने के बाद वो झाड़ गयी लेकिन मैं रुका नहीं उनको चोद्ता रहा. भाभी कहने लगी जब तुम्हारे भैया ने दूसरे दिन मुझसे पूचछा कि तुमने राजू का लंड देखा तो मैने उनसे बिना शरमाये हुए ही उनसे कह दिया की हां मैने राजू का लंड देखा. उन्होने पूचछा कैसा लगा राजू का लंड तो मैने कह दिया कि मुझे राजू का लंड बहुत अच्च्छा लगा. मैने उनसे कह दिया कि वो मुझे ठीक से नहीं चोद पाते हैं और उनका लंड भी बहुत छ्होटा है. वो बोले की तुम राजू से चुदवा लेना. आख़िर वो तुम्हारा देवर है. घर की बात घर में ही रह जाएगी. मैने उनसे कह दिया कि ठीक है जब मेरा मन करेगा तो मैं राजू से चुदवा लूँगी. उसके बाद वो हमेशा मुझसे पूछते रहते थे कि तुम राजू से कब चुदवा रही हो. मैने कह दिया की सही वक़्त आने पर चुदवा लूँगी. इस बार जब वो बाहर जा रहे थे तो उन्होने मुझसे कहा कि इस बार राजू से ज़रूर चुदवा लेना और आज मैने तुमसे चुदवा लिया. अब तक 10 मिनट और बीत चुके थे और भाभी फिर से झाड़ गयी थी. मैं उन्हें चोद्ता रहा. लगभग 15 मिनट तक और चोदने के बाद मैं भी झाड़ गया और वो भी मेरे साथ ही साथ फिर से झाड़ गयी. मैं उनके उपर बहुत देर तक लेटा रहा और उनके होठों को चूमता रहा. थोड़ी देर बाद मैं उनके उपर से हट गया. भाभी मुझसे चुदवा कर एक दम मस्त हो चुकी थी और उनकी आँखे एक दम गुलाबी हो गयी थी. वो मेरा लंड चाटने लगी. थोड़ी देर मेरा लंड चाटने के बाद वो मेरे लंड को चूसने लगी. 20-25 मिनट बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो मैने इस बार भाभी को डॉगी स्टाइल में कर दिया. भाभी ने कहा देवर जी, इस बार भी बुरी तरह से चोदना.
मैने कहा जैसा आप कहेंगी मैं वैसा हो चोदुन्गा. मैने भाभी की चूत के बीच अपने लंड का सूपड़ा टीका दिया और उनकी कमर को पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा. इस बार वो ज़्यादा नहीं चीखी और मेरा लंड एक ही धक्के में उनकी चूत के अंदर 6" तक घुस गया. मैने फिर एक जोरदार धक्का लगाया तो इस बार भाभी के मूह से चीख निकली और मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में घुस गया. उसके बाद मैने बहुत ही जोरदार तरीके से उनकी चुदाई शुरू कर दी. 5 मिनट की चुदाई के बाद ही भाभी झाड़ गयी. मैने उनकी चुदाई जारी रखी. उनकी चूत सूज कर एक दम डबल रोटी की तरह हो चुकी थी और उनकी गांद का मूह अभी तक खुला हुआ था. भाभी को लगातार 40 मिनट तक चोदने के बाद मैं झाड़ गया. भाभी इस बार की चुदाई के दौरान 4 बार झाड़ चुकी थी. इस बार भाभी ने मुझे बहुत बहुत शाबासी दी और कहा इस बार खूब मज़ा आया. इस बार मैने भाभी की गांद नहीं मारी थी. 1 घंटे बाद जब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो मैने भाभी को फिर से डॉगी स्टाइल में कर दिया. मैने देखा की भाभी की चूत और गांद का मूह अभी तक खुला हुआ था. मैने इस बार भाभी की गांद के छेद पर अपने लंड का सूपड़ा रखा और उनकी कमर को पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा. वो ज़ोर से चिल्लाई और एक ही धक्के में मेरा लंड भाभी की गांद में 5" तक घुस गया. मैने बिना रुके 4-5 धक्के और लगाए तो मेरा पूरा का पूरा लंड भाभी की गांद में घुस गया. भाभी ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी लेकिन मैने बिना रुके बहुत ही तेज़ी के साथ भाभी की गांद मारनी शुरू कर दी. इस बार मैने लगातार 35-40 मिनट तक भाभी की गांद मारी और फिर झाड़ गया. भाभी बहुत खुश थी. थोड़ी देर बाद मैने अपना लंड उनकी गांद से बाहर निकाला तो भाभी ने मेरा लंड पकड़ लिया और एक कपड़ा ले कर मेरा लंड सॉफ करने लगी. भैया के वापस आने तक मैने भाभी की जम कर चुदाई की और उनकी गांद भी खूब मारी. पहले तो वो ठीक से चल नहीं पा रही थी लेकिन 1-2 दिन बाद वो ठीक से चलने फिरने लगी. एक दिन भाभी ने
भैया से नेहा और मधु के बारे में बता दिया तो भैया ने भाभी से कहा कि वो भी मधु और नेहा को चोदना चाहते हैं. भाभी ने कहा ठीक है. भाभी ने ये बात मुझसे बता दी. मैने भाभी से कहा जब मैं कल नेहा की चुदाई करूँगा तो भैया को मेरे पास भेज देना. दूसरे दिन जब मैं नेहा की चुदाई कर रहा था तो भैया वहाँ पर आ गये. नेहा ने उन्हें देख लिया. नेहा घबडा गयी. भैया ने नेहा से कहा कि तुम भी मुझसे चुदवा लो नहीं तो मैं सब को बता दूँगा. नेहा ने बदनामी के डर से भैया से चुदवा लिया. उसके बाद से रोज ही भैया नेहा की चुदाई करने लगे. दूसरे दिन मधु के साथ भी ऐसा ही हुआ और वो भी डर के मारे भैया से चुदवाने लगी. अब भैया और मैं जब भी चाहते भाभी, नेहा या मधु को छोड़ने लगते. हम सब की शरम अब ख़तम हो चुकी थी
एंड
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