RE: Hindi Porn Stories नीता की खुजली
नितिन ने हल्का दबाव डाल कर उसे बिठा दिया और अपना लंड उसके मुँह मे डाल
दिया. नीता को यही चाहिए था. उसने उसके लंड को मज़े ले कर चूसना शुरू कर
दिया. अपनी मा की हर हरकत याद कर रखी थी उसने. नितिन के आनंद का कोई एंड
नही था. वो ये सोच कर हैरान था की इतनी सेक्सी औरत को रमेश क्यों नही समझ
पाया.
जब उसका लंड लॉडा हो गया नितिन ने उसे उठाया और बिस्तर पर लिटा दिया.
उसको नंगा करते हुए पुछा ?कैसे करना है??. नीता शर्मा गई ?कुच्छ नया करो?
कहते हुए अपनी आँखें बूँद कर ली. नितिन ने उसे उल्टा किया और उसकी गांद
पकड़ कर उसे उठाया ताकि उसका लंड उसकी चूत मे पेल सके.
फिर जो चुदाई उसने की और जो मीठा दर्द नीता को मिला वो बहुत कम लोगों को
नसीब होता है. नितिन कभी धीमा तो कभी तेज शॉट मारता और नीता कभी उसका लंड
लेने के लिए पीछे जाती तो कभी इंतजार करती?.
दो बार उसकी चूत से पानी निकल गया था पर नितिन ख़तम नही हुआ था. इतनी
बढ़िया गांद देख कर उसका लंड हार मानने से मना कर रहा था. आख़िर नीता थक
गई और नितिन भी. फिर नितिन बैठ गया और नीता उसके उपर चढ़ गई. नीता ने
अपनी मर्ज़ी मुताबिक कूद कूद कर हिला हिला कर नितिन के लंड के मज़े लिए.
नितिन ने उसके मम्मे चूस चूस कर सूखा दिए. उसकी निपल तो मानो उसके होंठ
छ्चोड़ना ही नही चाहते थे.
?आज मेरे काफ़ी सपने पूरे हो गये, लो इसको भी चूसो? कहते हुए नीता ने
अपना दूसरा निपल उसके मुँह मे थेल दिया.
उसी वक़्त ससुर अपने कमरे से बाहर आ गये क्योंकि उन्हे नींद नही आ रही
थी. नीता की गांद की याद कर कर के उनका हाल खराब था. उन्हे नितिन के कमरे
से कुच्छ आवाज़ आई. जब कीहोल से देखा तो उनका दिमाग़ खराब हो गया. उनकी
बहू नितिन के लंड पे सवारी कर रही थी. अंदर बाहर होते नितिन का लंड देख
कर उनको रोना आ गया?. मुर्गी पकाई किसने और खा रहा था कोई और??..
करीब एक घंटे तक वो चुदाई करते रहे और ससुर परेशान अपने कमरे मे सोचता रहा?
नितिन इसको सॉफ नही करोगे क्या?? नीता ने अपनी चूत दिखाते हुए नितिन से
कहा. नितिन स्माइल करते हुए उसकी लाल चूत पे अपनी जीभ चलाने लगा. जब तक
नीता थॅकी नही नितिन उसको ऑर्गॅज़म देता रहा.
अगले दिन भी दोनो साथ चले गये शॉपिंग के बहाने. बाहर होटेल मे जा कर तीन घंटे तक नितिन ने उसे ठोका. नीता ने भी अपनी हर तमन्ना पूरी की. सिर्फ़ अपनी गांद नही मरवाई?..आखरी दिन नितिन अपने काम से बाहर चला गया और घर मे कोई नही था तब ससुर नीता के कमरे मे पहुँच गया. नीता नितिन की याद मे अपने मम्मे सहला रही थी.आजकल हमारी बेटी हमसे बात ही नही करती? कहते हुए ससुर अंदर आए. नीता समझ
गई वो क्या कहना चाहते थे. वो जा कर उनके गले से लिपट गयी ?पापा ! ऐसा कुच्छ नही है. नितिन के साथ बाहर जाना पड़ा. आपको तो पता ही है.?.?बहुत मज़े किए नितिन के साथ लगता है.? कहते हुए ससुर ने उसके कूल्हे दबा दिए और अपने शरीर से चिपका दिया. ?बस शॉपिंग की उनके लिए? कहते हुए नीता ने अपनी एडी उपर उठाई और उनके लंड का एहसास अपनी चूत को दिया.
?रात को मेरी नींद खुली थी तब मैने कुच्छ देखा था...? कहते हुए ससुर ने
उसका एक गरम चुम्मा ले लिया.
यह सुनते ही नीता शर्मा और घबरा गई. वो भाग कर बिस्तर पर मुँह छुपा कर
लेट गई. ससुर भी उसके पिछे गये और उसकी गांद दबाते हुए बोले ?शरमाती
क्यूँ है? मुझे तो मालूम है सब.? और ससुर ने उसकी सलवार के उपर से उसकी
गांद की दरार मे उंगली घिसनी शुरू कर दी.
यह सुनते ही नीता शर्मा और घबरा गई. वो भाग कर बिस्तर पर मुँह च्छूपा कर
लेट गई. ससुर भी उसके पिछे गये और उसकी गांद दबाते हुए बोले ?शरमाती
क्यूँ है? मुझे तो मालूम है सब.? और ससुर ने उसकी सलवार के उपर से उसकी
गांद की दरार मे उंगली घिसनी शुरू कर दी.
?उन्न्ह..? के अलावा नीता के मुँह से कुच्छ नही निकला. ससुर ने धीरे से
उंगली उसकी चूत तक पहुँचाई और बोले ? नितिन के साथ कई बार किया लगता है.
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