RE: Bhabhi ki Chudai भाभी की प्यास
थोड़ी देर मे मेरा दर्द कुच्छ कम हुआ तो मैने थोड़ा और ज़ोर लगाया. इस बार उसका लंड मेरी चूत मे 6″ तक घुस गया और मैं दर्द के मारे तड़पने लगी. मेरे चेहरे पर पसीना आ गया. मैने फिर से धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए. कुच्छ देर बाद मेरा दर्द जब कम हुआ तो मैने इस बार एक गहरी सास लेकर अपने पूरे बदन का वजन डालते हुए उसके लंड पर बैठ गयी. इस बार मैं दर्द से तड़प उठी. मेरी आँखो मे आँसू आ गये. मेरा चेहरा पसीने से भीग गया. उसका पूरा लंड मेरी चूत मे समा चुका था. मैं थोड़ी देर तक उसका पूरा लंड अपनी चूत मे डाले हुए उसके लंड पर बैठी रही. 2-3 मिनट बाद मैने धीरे धीरे धक्का मारना शुरू किया. दर्द अभी भी हो रहा था लेकिन मज़ा भी आने लगा था. मैने अपनी स्पीड थोड़ा तेज की तो मेरा दर्द बढ़ गया लेकिन जो मज़ा मुझे मिल रहा था उसके आगे ये दर्द कुच्छ भी नही था. 25-30 धक्को के बाद मेरा दर्द जाता रहा और मुझे खूब मज़ा आने लगा. मैने अपनी स्पीड तेज कर दी. मैं उसके लंड पर हवा मे उच्छल रही थी. मैं जब नीचे आती तो पूरे बदन के वजन के साथ उसके लंड पर बैठ जाती थी. राजू को भी खूब मज़ा आ रहा था. जब मैं नीचे आती तब वो भी अपने चूतड़ को उठा देता था. 5 मीं बाद ही मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया. पूरा पानी निकल जाने के बाद मैं उसके उपर से हट गयी.
मैं बुरी तरह से हाफ़ रही थी. मेरा चेहरा पसीने से लथ पथ था. मैने राजू से कहा “अब मैं डॉगी स्टाइल मे हो जाती हू. तुम मेरे पिछे से आकर मेरी चुदाई करो.” मैं ज़मीन पर डॉगी स्टाइल मे हो गयी. राजू मेरे पिछे आ गया. उसने मेरी चूत के लिप्स को फैला कर अपने लंड का टोपा बीच मे रख दिया तो मैं बोली “एक झटके से पूरा लंड डाल दो मेरी चूत के अंदर.” उसने मेरी कमर को ज़ोर से पकड़ा और पूरी ताक़त के साथ एक झटका मारा और उसका 9″ का लंड सनसनाता हुआ मेरी चूत की गहराइयों मे समा गया. डॉगी स्टाइल मे होने की वजह से मेरी चूत एक दम दबी हुई थी इस लिए मुझे उसका मोटा और लंबा लंड अपनी चूत के अंदर लेने मे फिर से तकलीफ़ हुई. मेरे मूह से एक जोरदार चीख निकल पड़ी. मैने राजू से कहा “रूको मत, ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाओ. खूब ज़ोर ज़ोर से चोदो मुझे.” राजू ने मेरी कमर को पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए. वो मुझे आँधी की तरह चोदने लगा. उसका हर.
धक्का मुझ पर भारी पड़ रहा था. उसका लंड मेरे बच्चेदानि को ज़ोर ज़ोर से ठोकर मार रहा था जैसे कोई उसकी पिटाई कर रहा हो. 3-4 मिनट मे ही मेरी चूत रोने लगी और उसके आँसू निकल पड़े. राजू का लंड एक दम भीग गया और मेरी चूत मे आराम से अंदर बाहर होने लगा. राजू ने अपनी स्पीड और तेज कर दी. मैं हिचकोले खा रही थी. मेरी चूत से फ़च फ़च की आवाज़ निकाल रही थी. 10 मिनट भी नही बीते थे कि मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया. राजू ने मेरी कमर को छोड़ कर मेरे बूब्स को पकड़ लिया. फिर उसने मेरे बूब्स को मसल्ते हुए ज़ोर ज़ोर से धक्के लगा कर मुझे चोदने लगा. उसका हर धक्का इतना तेज था कि मैं हर धक्के के साथ आगे सरक जाती थी. वो मुझे इसी तरह चोदता रहा और मैं आगे सरक्ति रही. थोड़ी देर बाद मेरा सिर ड्रॉयिंग रूम की दीवार से सॅट गया तो राजू बोला.
डिंपल भाभी, अब कहाँ भाग कर जाओगी.” और उसने मुझे एक दम आँधी की तरह चोदना शुरू कर दिया. अब मैं आगे नही सरक पा रही थी इस लिए उसका हर धक्का बहुत ज़ोर ज़ोर का लग रहा था.15-20 मिनट बाद मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ दिया और इस बार मेरे साथ ही साथ राजू के लंड ने भी पानी छोड़ दिया और मेरी चूत भर गयी. पूरा पानी मेरी चूत मे निकाल देने के बाद राजू ने अपना लंड बाहर निकाला और जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा. उसने मेरी चूत को चाट चाट कर सॉफ कर दिया और उसके बाद उसने अपना लंड मेरे मूह के पास कर दिया. मैने भी उसका लंड चाट चाट कर एक दम सॉफ कर दिया. उसके बाद हम दोनो एक दूसरे से लिपट कर वही ज़मीन पर लेट गये.इसी तरह 3 दिनो तक राजू मुझे तरह तरह के स्टाइल मे चोदता रहा. मुझे उस से चुदवाने मे बहुत मज़ा आया. अब मेरी चूत एक दम चौड़ी हो चुकी. राजू अब चाहे जिस स्टाइल मे मेरी चूत मे अपना लंड घुसाता मुझे थोड़ा भी दर्द नही होता था और उसका लंड मेरी चूत मे एक दम गहराई तक आराम से घुस जाता था.
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