RE: Sex Chudai Kahani ममेरी बहन के साथ कबड्डी
प्रिया की चूत तो इतना पानी छोड़ रही थी मानो वो मूत रही हो और मुझे भी अब लगने वाला था कि मैं कहीं इसके मुंह में ही न झड़ जाऊँ।
इसलिए मैंने उसकी मालिश रोक दी।
मेरे रुकते ही प्रिया ने मेरा लण्ड अपने मुंह से निकाला और मुझसे पूछने लगी- क्या हुआ भाई? आप रुक क्यों गए? बहुत मज़ा आ रहा था।
इतनी देर बाद उसके मुख से ये शब्द निकले जो अभी तक चुप थी।
मैंने प्रिया को कहा- अब टाइम बहुत हो गया है, कहीं ऐसा न हो कोई आ जाये और फिर…?
इतना कह कर मैं चुप हो गया प्रिया ने घड़ी की तरफ देखा और कहने लगी- भाई, अभी तो मम्मी और पारुल को आने में टाइम है।
उसकी आवाज में वासना साफ़ साफ़ झलक रही थी।
मैंने कहा- वो तो ठीक है पर मुझे इतनी ही मालिश आती है, और वो मैंने कर दी। पर तुमसे एक बात पूछूँ?
तो वो बोली- आप बाद में पूछना, पहले आप मेरी मालिश पूरी करो।
तो मैं बोला- हो तो गई, अब क्या बचा है?
तो उसने मेरा लण्ड अपने हाथ में जो अभी तक पकड़ा हुआ था, उसको दबाते हुए बोली- अभी इससे तो आपने कुछ किया ही नहीं।
मैं– मैं कुछ समझा नहीं?
जबकि मैं सब समझ चुका था।
प्रिया– भाई, आपने मेरी इसकी (अपनी चूत पर हाथ रखते हुए बोली) तो मालिश की ही नहीं, अपने इससे (मेरे लण्ड को दबा कर) करो न भाई!
मैं– यह तुमको कैसे पता कि चूत की मालिश लण्ड से होती है।
प्रिया शर्माते हुए- भाई इतना सब कुछ होने के बाद और वो वीडियो देखने के बाद मुझे सब पता चल गया है। भाई, क्यों तड़पा रहे हो अपनी इस छोटी बहन को, पहले इसमें अपना लिंग डाल कर मेरी योनि की भी मालिश कर दो।
कंट्रोल तो मुझसे भी नहीं हो रहा था तो अब मैं भी देर न करते हुए बेड के ऊपर आ गया।
तब तक प्रिया भी सीधी लेट चुकी थी, मैंने प्रिया की चूत पर हाथ फेरा तो प्रिया बोली- भाई, अब जल्दी करो न, पता नहीं मेरी इसमें क्या हो रहा है।
मैंने प्रिया को समझाते हुए बोला- तुमको पता है कि इसको योनि के आलावा और क्या कहते हैं?
तो उसने कहा- हाँ भाई।
मैंने कहा- तो बताओ फिर क्या है ये?
मैंने उसकी चूत में एक उंगली डालते हुए कहा तो वो उछल गई ‘आआह्ह्ह्ह्ह भाई… इसको चूत भी आआह्ह्ह और बुर भी कहते हैं और आपके लिंग को ऊऊम्म्म्म्म लण्ड, लौड़ा कहते हैं।’
प्रिया इतनी उत्तेजित हो गई थी कि अब उसको यह लग रहा था कि कहीं इन बातों में समय न बीत जाए और उसकी चुदाई ही न हो पाए।
मैं भी मौके की नजाकत को समझते हुए प्रिया की दोनों टांगों के बीच आ गया और अपना लण्ड उस नाजुक चूत पर रगड़ने लगा और कहने लगा- जब मैं अपना लण्ड तेरी चूत में डालूँगा तो तुझे थोड़ा दर्द होगा और यह दर्द पहली बार सब को होता है।
प्रिया– भाई, आप डालो न… कुछ भी नहीं होगा ! जो होगा वो मैं सहन कर लूँगी, बस आप डाल दो।
प्रिया को मेरा लण्ड अपनी चूत में लेने की इतनी जल्दी थी कि इतना कहने बाद वो खुद ही अपनी गांड उठा कर अपनी चूत मेरे लण्ड पर दबाने लगी।
फिर क्या था ! मैंने भी अपना लण्ड प्रिया की चूत के छेद पर लगाते हुए उसकी कमर को पकड़ कर एक झटका उसकी चूत पर मारा।
‘आआईई म्म्माआआआआअ मरर गैईईईईईईईई…’ उसकी मुंह से चीख निकल गई मेरे लण्ड उसकी चूत को चीरते हुए उसकी चूत में जाने लगा।
पर अभी प्रिया की चूत में मेरे लण्ड का टोपा प्रिया ही अन्दर घुसा था।
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