RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
अगले दिन तरुण और काजल ने हनिमून पर जाना था. तरुण ने सुझाव दिया,” सुषमा दीदी आप लोग भी हमारे साथ चलो ना. खूब मस्ती करेंगे. आंड मोर दा मेरियर. दो से भले चार. जीजा जी क्या कहते हो, चलें?” मेरी नज़र उस वक्त काजल को देख रही थी जो कि नहा कर अपने बॉल सूखा रही थी और टवल में से उसकी चुचि बहुत मस्त कर रही थी. मैने कहा,” ठीक है तरुण, सब मिल के कुच्छ खेल ही खेलें गे,” सभी तैयार हो कर हम शिमला चल पड़े. रास्ते में ही हम ने बियर शुरू कर दी. मैने ज़िद कर ली की औरतें भी बियर पिए नहीं तो मस्ती नहीं आए गी. मैने सुषमा के और तरुण ने काजल के होंठों पर ग्लास लगा दिया और दोनो मस्तानी औरतें बियर पीने लगी. थोड़ी देर में हम कॉटेज पहुँच गये और बेड पर लेट गये.
“तरुण तुम ही बतायो कौन सा खेल खेलें हम सब मिल कर? खेल का खेल हो मस्ती की मस्ती.” मेरी पत्नी अपने भाई से लिपट कर बोली.” मेरे ख्याल में हम को अडल्ट खेल खेलना चाहिए. हम कोई बच्चे तो नहीं है. व्हाट अबौट स्ट्रीप पोकर?” सुषमा बोली. इसका मतलब था कि हम कार्ड्स खेलेंगे और जो हारा, अपना एक कपड़ा उतारे गा.” तब तो मेरा नुकसान हो गा, मैने तो अंदर गारमेंट्स नहीं पहने,” शरमाते हुए मेरी बेहन बोल उठी. मैं कुच्छ ना बोलते हुए कार्ड्स ले आया.
सब से पहले मैं हारा. मेरी कमीज़ गयी और काजल और सुषमा ने मेरी छाती को अपनी उंगलिओ से सहलाया. मेरा लंड खड़ा हो गया और मैने सुषमा को किस कर लिया. अगली बारी सुषमा हारी और उसका टॉप उत्तर गया. उसने भी ब्रा नहीं पहना था. तरुण ने अपनी बेहन की चुचि देख कर अपनी ज़ुबान होंठो पे फेरी. सुषमा ने उसको अपनी चुचि पर हाथ रखने दिया और मुस्कुरा कर उसका मूह चूम लिया. मैने काजल को बाहों में भर कर किस किया. कोई कुच्छ ना बोला. फिर बारी आई तरुण की.” भैया अपनी पॅंट उतार दो” सुषमा ने कहा और तरुण ने पॅंट्स उतार डाली. अंदर उसका मस्त लंड उच्छल पड़ा. सुषमा ने अपने भाई का लंड अपने हाथ में लेकर मसल दिया और काजल ने उसका लंड चूम लिया.” मुझे नहीं पता था कि हार के भी फ़ायदे हैं” तरुण हंस पड़ा. काजल की हार पर उसने अपना टॉप उतारा और मैने अपनी बेहन के निपल्स को मूह में ले कर चूमा और तरुण ने उसकी चुची को मसल दिया.
एक दौर ख़तम होने पर बियर का दौर चला.” दीदी आप लोगों ने कभी स्वापिंग की है? थे आइडिया ऑफ चेंजिंग पार्ट्नर्स हॅज़ ऑल्वेज़ एग्ज़ाइटेड मी. क्या आप ने कभी पति की अदला बदली की है?” तरुण ने मेरी पत्नी से पुछा.” अब तक तो नहीं लेकिन पता नहीं आज हो ही जाए. क्यो पति देव जी? पहले तो बाहर के लोग थे इस लिए कभी हिम्मत ही नहीं की. आज देखें क्या होता है.” मेरी पत्नी ने जवाब दिया, मेरे ख्याल में हमारी आखरी गेम के बाद मैं और तरुण बाहर जाएँगे और तुम दोनो लड़कियाँ एक एक कमरे में लेट जाएँ. जब हम किसी भी कमरे में जा कर जो भी जिसके हिस्से में आए उसके साथ रात बिता लेंगे. अगर किस्मत ने चाहा तो स्वापिंग भी हो जाए गी वरना अपनी पत्नी तो कहीं गयी नहीं, बोलो मंज़ूर है?” सभी मेरे सुझाव से सहमत हो गये. कार्ड्स का दूसरा राउंड चला और हम सभी पूरा नंगे हो गये. हम मर्दों की नज़र एक दूसरे की पत्नी पर थी चाहे वो हमारी बहने ही थी. अपनी बेहन को नंगा देख कर मेरा लंड फाड़ फादाने लगा. सुषमा भी अपने चूतड़ अपने भाई के लंड से रगड़ने लगी,” दीदी तुम कितनी सेक्सी हो. तभी तो जीज़्जा जी रात को तुझे बुरी तरह से रोन्द रहे थे और तेरी चीख हम को सुनाई पड़ रही थी. मैं भगवान से बीनती करूँगा के मेरी हमबिस्तर मेरी बहना ही हो. सच मेरी बहना”
” अगर अपनी दीदी इतनी ही सेक्सी लगती है तो गेम क्यो? तरुण, सीधे ही घुस्स जाओ अपनी दीदी के बिस्तर में. अगर तुझे बेह्न्चोद बनने की इतनी ही इच्छा है तो फिर गेम क्यो? हम सीधे ही स्वापिंग करते है. क्यो भैया, मैं आपके साथ और भाबी तरुण के साथ. मेरे भैया किसी से कम सेक्सी नहीं हैं. मेरे भैया का लंड किसी से कम नहीं है” काजल ने गुस्से में कहा. मैने अपनी बेहन को बाहों में ले कर किस करते हुए कहा,” ना मेरी प्यारी बहना. हम यहाँ प्यार करने आए हैं गुस्सा नहीं. तू और सुषमा बस एक एक कमरा पसंद कर लो. हम आ कर एक एक कमरे में जाएँगे और अपनी किस्मत को टेस्ट कर लेंगे कि कमरा नंबर 202 या 203 में कौन है जो हमारा साथी बने गा.” मैने अपनी बेहन को समझाया. काजल ने जान बुझ कर कमरा नंबर 203 की तरफ देख कर आँख मार डाली जैसे कि मुझे इशारा कर रही हो कि वो 203 नंबर में मेरा इंतज़ार करे गी. मैं मुस्कुरा कर बाहर आ गया जहा तरुण मेरा इंतज़ार कर रहा था. हम ने एक एक पेग विस्की का पिया और बातें करने लगे,” सुधीर जी आपकी बेहन बहुत सेक्सी माल है. ऐसा निचोड़ा मेरा लंड कि सुबह तक खड़ा नहीं हुआ. मैं बहुत लकी हूँ जो आपकी बेहन मुझे चोदने को मिली.” तरुण ने कहा,” सच में तरुण, तेरी बेहन भी किसी से कम ना है, साली क्या चुदवाती है. मैने उसको घोड़ी बना कर चोदा तो मैं मज़े से पागल हो गया था. कितनी मस्त गांद है उसकी. चलो आज देखते है कौन किस की किस्मत में है”
मैं जब कमरा नंबर 203 में घुस्सा तो रोशनी धीमी थी. किसी का जिस्म लेटा हुआ दिखाई पड़ रहा था लेकिन शकल ना दिख रही थी. नशे में मैं पलंग पर चल दिया. गोरा औरत का जिस्म मेरे सामने था जिसके उतार चढ़ाव देख कर मेरा दिल ज़ोर से धड़कने लगा, लंड अकड़ कर पेट से टकराने लगा. मैने हाथ बढ़ा कर अपने पार्ट्नर के सिर पर रख दिया. मेरा दिल ज़ोर से धड़का क्यो के मेरा हाथ शॉर्ट से बालों को स्पर्श कर रहा था जो कि काजल, मेरी काजल, मेरी बेहन, मेरी लवर के बाल थे. मेरी पत्नी के बाल लंबे थे. मैने धड़कते दिल से अपना हाथ अपनी प्यारी बेहन के होंठों पर रखा. काजल ने तेज़ साँस खींची. मेरी उंगली उसके होंठों के बीच से उसके मूह में चली गयी जिसको मेरी सेक्सी बेहन चूसने लगी. मेरी बेहन मेरी उंगली को ऐसे चूस रही थी जैसे कि वो उंगली ना हो कर मेरा लंड हो. एक हाथ से मैं अपने कपड़े उतारने लगा और दूसरे से अपनी सेक्सी बेहन के चेहरे को सहलाने लगा. काजल का हाथ मेरी गोद में पहुँच गया और वो अपने भाई के लंड से खेलने लगी. काश भगवान सब को ऐसी सेक्सी बेहन दे.
नंगा होने के बाद मैं बिस्तर में चला गया. काजल मुझ से बेल की तरह लिपटने लगी, मुझे किस करने लगी. उसके मूह में मेरी ज़ुबान थी जिसको वो चूस रही थी. मेरे कामुक हाथ अपनी बेहन के नंगे शरीर से खेलने लगे. अपनी बेहन के उतार चढ़ाव मुझे उतेज़ित कर रहे थे. मैने उसकी चुचिको कस के पकड़ लिया और उसके तपते निपल्स को चूम लिया,” अहह भैया, आज ना छ्चोड़ना अपनी बेहन को. पिच्छली रात की सारी कसर निकाल लो.फिर चोद डालो आज मुझे अपने लंड से. बहुत देखा है तुझे छुप छुप कर भैया. बहुत जलन हुई थी जब तुमने सुषमा भाबी से शादी की थी. सारी रात कमरे से उसकी सिसकारी सुन कर मैने रो रो कर रात बिताई थी मेरे भैया.मेरे भाई का लंड मेरा है, इस पर मेरा हक है. सुषमा का मेरे भाई पर कोई हक नहीं है.
अगर भाबी को लंड चाहिए तो अपने भाई से चुदवाये .भैया आपके लंड का सूपड़ा आपके जीजा से ज़्यादा मोटा है.24 घंटे दिन रात यही मेरे दिल मे घूमता रहता है,जी करता है हर पल इसे मूह मे लेकर चुस्ती रहूं चाट ती रहूं. आपके गधे जैसे सूपदे से मेरा गरभ पूरा भर जाता है और रगड़ भी ज़्यादा होती है जिस से मुझे पहली रात मे ही मल्टी ऑर्गॅज़म यानी बार बार झड़ने का चरम सुख मिला था. काजल सिर्फ़ मेरे भैया सुधीर की है. मुझे अपना बना लो सदा के लिए भैया और मुझे वो प्यार दो जो आज तक क़िस्सी पति ने अपनी पत्नी को ना दिया हो. सुधीर, मेरे जिस्म का एक एक इंच तेरा हुआ, मुझे छ्छू लो, चोद लो, नोच लो मेरे भाई. तेरी बेहन की चूत, चुचि, गांद, मूह सब तेरा है भैया. आज से मैं तुम्हारी हूँ,”
मैं भी भावुक हो गया और अपनी प्यारी बेहन को गले लगा कर चूमने लगा, चाटने लगा. मेरे हाथ उसकी फुल्ली हुई चूत को सहलाने लगे, चुचि मसल्ने लगे. काजल ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुहाने पर रगड़ना शुरू कर दिया.” काजल मेरी बहना आज से तुझे तेरा भाई कोई कमी ना महसूस होने दे गा. मेरी प्यारी बहना, अपने भाई के लंड को किस करो, इसको चूसो मेरी जान. उस बेह्न्चोद तरुण को भूल जयो आज की रात. आज की रात हम भाई बेहन की फिर सुहागरात है. तेरा भाई तेरी चूत को अच्छी तरह खोले गा आज, चूमे गा चाते गा. सुधीर आज अपनी बेहन की चूत का रस पी जाए गा. चाट मेरे लंड को मेरी प्यारी बहना. बहुत सुंदर हो तुम. मैने हमेशा अपनी बेहन का पत्नी बनाने का सपना देखा है जो पूरा हो गया है. अपने होंठों से अपने मूह से चोद अपने भैया का लंड,” मैने कहा और फिर अपनी सेक्सी काजल की जांघों फैला कर अपनी ज़ुबान से उसकी मखमली चूत चाटने लगा. काजल की टाँगें अपने आप खुल रही थी.
मैने अपनी बेहन को साइड पर लिटा कर चोदने का प्लान बनाया. इस पोज़ में मैं उसका प्यारा चेहरा देख सकता था, चोद सकता था, चूम सकता था. काजल ने अपनी जंघें खोल कर मेरी कमर पर कस दी और मैने अपना लोड्ा अपनी बेहन की टाइट चूत में ठोक दिया. चूत से इतना रस बह रहा था कि चिकनाई से लंड एक ही झटके में चूत में दाखिल हो गया,”अहह भैया, पेल दो मुझे, क्या लंड है मेरे भाई का. मोटा सूपड़ा गरभ मे बच्चा होने का अहसास करा रहा है चोदो जी भर के अपनी प्यारी बहना को. मेरी चूत भर गयी मेरे भाई के लंड से, चोद चोद कर मुझे अपने बच्चे की मा बना दो मेरे भाई. मेरी चूत को अपना बना लो. तेज़ी से चोदो भैया. ज़ोर से चोदो भैया,” मेरी बेहन गिड़गिडाई और मैं चोद्ता रहा, उसकी चुचि को चूस्ता रहा. मेरी गांद आगे पीच्छे हो रही थी और मेरा लंड मेरी बेहन को चोदने में मस्ती से झूम उठा,” चोदो मेरे राजा भाई, चोदो अपनी बहना रानी को, मैं रुक नहीं सकती, मेरी चूत झड़ीईईईई, पेलो राजा. मैं मर गइईई, चोदो मुझको.”
मेरा लंड मेरी बेहन की चूत में धक्के मार रहा था और वो अपने चूतड़ उठा कर मेरे धक्कों का जवाब दे रही थी. मेरे लंड से भी रस की एक मोटी धारा निकलने लगी. मैने काजल के चूतड़ कस के पकड़ लिए जब मेरा फॉवरा छूट पड़ा. एक के बाद एक धारा मेरी बेहन की चूत में गिरती गयी और उसकी प्यासी चूत सारा रस अपने अंदर पी गयी .बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया.
समाप्त
|