RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
डॉली के चेहरे पर ख़ौफ़ छा गया...क्या???..
करण-.हां राज ज़िंदा है उस दिन फॅक्टरी में रांग में गिरके उसकी मौत नही हुई थी अब वो बचा कैसे ये तो सिर्फ़ आप ही जानती है..
डॉली-.क्या आपको अब भी लगता है कि मैं झूठ बोल रहीं हू उसने मेरे साथ इतना कुछ किया .
करण-..जानता हू पर मुझे आप पर भरोसा है मैं चाहता हू कि आप पोलीस प्रोटेक्षन में रहे तब तलक मैं उस थ्रीडिंग कॉल का पता करवाता हू.
डॉली-.नही प्लीज़ मत जाइए मैं घर में अकेली हू..
करण-.क्या??...करण दिल ही दिल खुश हो रहा था सुहानी रात और मनपसंद लड़की के साथ होना इससे बड़ी खुशी की बात उसके लिए क्या थी
करण - जी..जी वो..वो मैं ठीक है
करण को राज़ी होता देख डॉली के चेहरे पर फिकर ख़तम हो चुकी थी...करण उसे अपने बारें में बताने लगा और डॉली भी उसके बातों से खुश होने लगी...
करण-.आपको मुस्कुराता देख बहुत खुशी हुई...
डॉली-मेरी मुस्कुराहट तो राज ने ख़तम कर दी अब मुझसे शादी भी कौन करेगा मुझे प्यार नही उसने तक़लीफ़ ही दी है..
करण-.काश मैं उस वक़्त तुम्हे बचा पाता....
डॉली-हां काश पर अब तो बहुत देर हो चुकी है,,,,
करण-देर कहाँ हुई कोई देरी नही हुई हम अब भी साथ है और आपको चिंता करने की कोई बात नही उस राज को मैं तुमसे दूर रखूँगा ये मेरा तुमसे वादा है..
डॉली-.थॅन्क्स मोम घर पर नही है वो आउट ऑफ स्टेशन है...
करण-तो फिर मैं यहाँ रुक जाता हू आपकी प्रोटेक्षन भी हो जाएगी और मैं बोर भी नही हुँगा
कारण - वैसे आपका कोई बॉय फ्रेंड था कभी
डॉली - नही सारी ज़िंदगी तक़लीफ़ और मेहनत में ही गुज़ार दी प्यार करने का मौका ही नही मिला
कारण - मेरा भी कोई यहीं हाल था डॅड मोम थे और आख़िर में मोम को कॅन्सर हो गया और वो चल बसी उसके बाद डॅड ने दूसरी शादी कर ली मैं अपने पापा को छोड़के पोलीस जाय्न कर लिया और अकेले रहने लगा और आज भी मैं अकेले ही रहता हू मेरी तक़लीफ़ समझ ने वाला तो कोई नही है
डॉली बस चुप थी और उसके चेहरे को देख रहीं थी
कारण - वैसे मुझे राज के बारें में सबकुछ बताओ आख़िर वो तुम्हारे पीछे पड़ा कैसे
डॉली उसे सबकुछ बताने लगी और उसकी मौत तक की कहानी उसे सुना डाली
करण को अफ़सोस हुआ और उसने अपना हाथ डॉली के कंधे पर रख दिया दोनो एक दूसरे को देखने लगे .
..डॉली ने अपने कंधे से उसका हाथ दिया..
करण-.क्या हुआ मैने कुछ ग़लत किया..
डॉली-नही आपकी कोई ग़लती नही लेकिन अब प्यार नाम की चीज़ से मुझे नफ़रत हो चुकी है..
करण-.आप ऐसा क्यू सोचते है मैं हू ना आपकी ज़िंदगी में ...करण के मुँह से ये वर्ड निकल गया और वो शर्मिंदा हो चला...डॉली उसे हैरानी से देख रहीं थी
रात के 10 बज चुके थे और डॉली और करण एक दूसरे से कुछ दूर बैठे हुए थे बस डॉली उसे देख रहीं और करण उसे.
कारण-..वैसे एक बात कहु..कारण ने सोचते हुए कहा...
डॉली-.हां कहिए...
करण-.आइ आम सॉरी..
डॉली-.इट' स ओके..
करण-.आप ऐसा क्यू सोचती है कि किसी ने आपकी ज़िंदगी को खराब कर डाला तो आपकी ज़िंदगी कभी सुधर नही सकती..
.डॉली बस खामोशी से नज़र झुकाए बैठी हुई थी करण ने उसकी तरफ देखा और कहा अगर भरोसा है तो सबकुछ है अगर आपको मुझपे यकीन है कि मैं आपक ज़िंदगी भर हाथ पकड़े चलूँगा तो आप बिल्कुल सहीं है आइ लव यू
डॉली करण को देखने लगी...
करण ने पास आकर उसके कान में बोला भरोसा है...
डॉली-पता नही...
करण वहाँ से उठके जाने लगा तभी डॉली ने उसे देखा और दोनो एक दूसरे को देखते हुए होंठो को जोड़े बिस्तर पर गिर गये दोनो एक दूसरे को किस करने लगे डॉली उसे बाहों में भरे किस करने लगी सब बातों से बेख़बर कुछ देर बाद करण ने खुद के शर्ट के बटन्स खोल दिए और डॉली की चुचियो को टॉप से ही दबाने लगा और उसके होंठो को चूसने लगा डॉली ने अपनी जीन्स को नीचे खिशका दिया और अपनी चढ्ढि को भी उतार फैंका
करण ने उसकी मखमली चूत में अपना लॉडा सहलाया और उसके मस्त होते ही उसके लौडे को पूरा उसकी चूत में डालने की कोशिश की उसने झट से उठकर सामने रखे मेज़ पर से वॅसलीन आयिल को पूरा अपने लौडे पर चुपड लिया और कुछ उसकी चूत में लगाके उसकी चूत में अपना लंड रगड़ने लगा कुछ देर में घप्प्प्प से लंड अंदर जा घुस्सा करण ने धक्के देने तेज़ कर दिए और उसकी गले को पकड़कर अपनी ज़ुबान डॉली के मुँह में डाल दी और डॉली उसकी ज़ुबान को आगे पीछे होकर चूसने लगी करण ने नीचे से धक्के देने शुरू किए और उसकी चुचियो को कपड़े से बाहर निकालकर मसल्ने लगा...आआआआहह उउउउुउउइ म्म्म्ममममममम आआआहह...डॉली सिसकारिया लिए जा रहीं थी
कारण ने उसकी चूत से लंड निकाला और उसकी गीली चूत में अपनी ज़ुबान फिराने लगा उसकी चूत को चाटकार उसने उसकी गीली चूत को और गीला कर दिया उसका नमकीन पानी पीके कारण ने उसको पेट के बल लिटाया और उसकी गांद पर हाथ फैरने लगा और उसकी गांद को दबोचते हुए अपना लौरा डालने लगा कारण ने पोज़ीशन बनाई और उसकी गान्ड में अपना लंड घुसेड दिया....आआआआअहह ओह...डॉली चिल्ला पड़ी कारण ने गान्ड में लंड को धीरे धीरे डालना शुरू किया और लंड कुछ ही देर में उसकी गांद में पूरा अंदर तक चला गया डॉली को तक़लीफ़ नही हुई क्यूंकी उसकी चूत और गांद को बुरी तरह राज ने पहले ही फाढ़ डाला था कारण ने धक्के देने शुरू किए और डॉली के जिस्म को दबाते हुए उसकी गांद में लॉडा घुसेड़ने लगा और धक्के देने स्टार्ट किए आगे पीछे होते ही डॉली भी सिसकारियाँ लेने लगती कुछ ही देर में केरेन ने अपने लंड में ज़ुर्ज़हुरी से महसूस की और उसने अपने लौडे को बाहर निकालकर उसके मुँह में डाल दिया डॉली उसके लौडे को चूसने लगी और कुछ ही देर में उसके लौडे से पानी निकल गया जो कि डॉली के पूरे जिस्म और मुँह पर लग चुका था करण को अब भी यकीन नही हो रहा था कि डॉली को वो मिल चुका है दोनो के सपने पूरे हो चुके थे और करण डॉली से लिपट गया और दोनो बिस्तर में ढेर हो गये..
डॉली-.क्या तुम मुझसे वादा करते हो कि तुम मुझे छोड़के नही जाओगे..
करण-.पक्का वादा मेरी जान
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