RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
मैं तेरा आशिक़--4
गतान्क से आगे………………………..
अंदर आते ही डॉली की साँसें रुक गयी कमरा काफ़ी बड़ा था दोनो तरफ दीवार के बीच में लंबा और मोटा गद्दा बेड जिसपर धूल का एक भी निशान नही था मानो किसी ने उन दोनो के लिए वो जगह पोछ दी हो डॉली बेड पर बैठ गयी और खिड़की से बाहर झाँका जहाँ काफ़ी अंधेरा था किचॅड फैला हुआया और पैरो के हिलने और कढ़कति बिजली की आवाज़ और परछाई से एक हॉरिबल सिचुयेशन क्रियेट हो जाता था इस सुनसान बीच कॉटेज में डॉली ने रज़्ज़ाई ओढ़ ली और अपने बदन से ओवरकोट को आज़ाद कर दिया डॉली एक बार और उठी और उसने झट से गेट बंद कर दिया और रज़ाई में घुस गयी उसने नंबर फिर डाइयल किया पर अब भी कनेक्षन कटा हुआ था उसने साइड में मोबाइल को रख कर आँखें बंद करके मूंद ली उसने एक बार फिर सोचा कि अकेली रात में सुनसान बंगले में किसी स्ट्रेंजर के साथ होना काफ़ी अज़ीब और डरावना लगता है लेकिन चाह के भी मैं कर क्या सकती हू आज मुझे कुछ अज़ीब सा लग रहा है एक अज़ीब सा आहेसास डॉली के साँस लेने से उसके चुचि भी ऐसा लगता था मानो वो नाइटी से फॅट कर बाहर आ जाएँगी
भले ही राज ने यकीन दिला दिया था कि वो उससे कुछ करेगा नही फिर भी दिल में डॉली को एक डर सा था जिस वजह से वो सोने को कतयि नही मान रही थी …………………………….
राज देखने में लंबा चौड़ा 6फ्ट का था और एक पहलवान जैसा था उसके शोल्डर काफ़ी निकले हुए थे जिसे देख कर लोग डर जाये वो एक पक्का पोलीस वाला लगता था वो वाइट ब्राउन स्किन का था और हाथ पाओ लंबे चौड़े थे
अभी डॉली सो ही रही थी कि वो एक भारी आवाज़ सुनकर वो बेड पर बैठ गयी ये आवाज़ नीचे से आ रही थी शायद किसी ने म्यूज़िक चलाया था डॉली की आँखें थोड़ी डर सी गयी और बाहर निकलने को होने लगी…………………..
डॉली की आँखें डरी हुई थी और बाहर निकलने को हो गयी डॉली धीरे धीरे उठकर डोर तक आई और डोर खोलके नीचे झाकने लगी ये कोई गाना बज रहा था पुराना गाना जिसे सुन कर डॉली को थोड़ा अज़ीब लगा
डॉली नीचे सीढ़ियो से उतरने लगी ठक ठक ठक ठक
आवाज़े तेज़ होने लगे डॉली एक कमरे की तरफ बढ़ी बाहर बिजली के चमकने से 1-2 सेकेंड के लिए रोशनी कमरे में झलकी तभी डॉली को पीली पीली रोशनी कमरे से आती दिखी
डॉली धीरे से अंदर झाँकी अंदर किसी ने फाइयर्प्लेस जला रखी थी जिसकी चिम्नी उपर खुलती थी
तभी डॉली ने दूसरी तरफ देखा जहाँ कि कवर्ड के उपर बड़ा सा ग्रॅमफोन था जिसमे एक ब्लॅक कलर की डिस्क चल रही थी जिसे देख कर डॉली थोड़ी हैरान हुई
तभी पीछे से राज दीवार पर सहारा लेकर डॉली को देखने लगा
डॉली ने पीछे पलटकर कहा अरे ये तो काफ़ी पुराना है ग्रॅमफोन आज के ज़माने से इसे कौन चलाता है
राज ने मुस्कुरा कर कहा ये मेरा ही है डॅड यूज़ किया करते थे उनके जाने के बाद ये बेकार स्टोर रूम में पड़ा रहता था ये मेरे बचपन का गाना कितना अच्छा गाना है
डॉली – तुम्हे क्लॅसिक सॉंग पसंद है
राज – हां काफ़ी मैने काफ़ी सुनी है पर ये उन सब से हटकर है सोचा चलो थोड़ा गाने का लुत्फ़ उठा लू
राज गुनगुनाने लगा राज एक स्वेटर पहना हुआ था जो उसके गले को भी पूरा ढक रहा था और उसने वोई वर्दी वाली पॅंट पहनी हुई थी
डॉली – मैं सोने जा रही हू
राज – मैं जानता हू तुम्हे नींद नही आ रहीं
डॉली ने राज को देखा जो आग में लकड़ी डाल रहा था
राज – हां तुमने सही सुना वैसे मैं तुम्हे थोड़ा पसंद करने लगा हू
डॉली के चेहरे पर शिकन सी थी
|