RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-24
गतान्क से आगे.......
नैना ने आंटी का यह रूप आज पहली दफ़ा दैखा था. नैना सोच भी नही सकती थी
के इतने प्यार से बाते करने वाली ख़ातून इतनी स्ट्रिक्ट भी हो सकती हे.
नैना कुछ नही बोली और खामोशी से मॅग्ज़िन पढ़ने लगी.
आंटी: यह बूढ़ा भी ना. सारा दिन ऑफीस की लड़कियो को घूर्ने के एलवा और
कोई काम नही है.
नैना: यप आइडिया हुआ है मुझे.
आंटी: केसे?
नैना: अभी थोड़ी देर पहले जनाब साहब मेरे बदन को घूर रहे थे. हाहहाहा
आंटी: किययेययाया? ठहरो अभी सीधा करती हूँ उसे.
नैना: नही आंटी रहने दी जिये पहले ही बहोत हो गयी है राजा साहब की. हहहे.
आंटी: यह सब बहोत ज़रूरी है. अगर ना हो तो यह सब कंपनी को पता नही कहाँ
से कहाँ पहुचा दे. खैर मैं थोड़ा काम कर लूँ तुम वो सामने सिस्टम पड़ा है
अगर इंटरनेट उसे करना है तो कर लो फिर दोनो चलते हैं फॉर लंच.
नैना: ओके और जा के सिस्टम पे बैठ गयी. उसने गूगल पर राज शर्मा स्टोरी
सर्च किया और हिन्दी सेक्सी कहानियाँ नाम के ब्लॉग से सेक्सी कहानियाँ
पढ़ने लगी
उधर शान सोना के बिहेवियर के बारे मे सोच ही रहा था कि वहाँ से सोना बहोत
ही सेक्सी ड्रेस मे तैयार हो के आ गयी. सेक्सी ड्रेस मैं सोना क
ब्रेस्ट्स ऐक क़यामत ढा रहे थे और हिप्स भी ऐक अपना ही रंग जमा रहे थे.
शान को सोना को इस हालत मे दैखा ही था कि सोना के बारे मे सारे ख़यालात
खुद ब खुद ख़तम हो गये और सोना ऐक मर्तबा फिर शान को हुस्न की देवी लगने
लगी. सोना ने आते ही शान को ऐक ज़बरदस्त किसम का किस किया बिना देखे हुए
कि नोकर भी दैख रहे हों गे. शान ने भी किस का जम के जवाब दिया.
सोना शान से ऐसे बिहेव कर रही थी जेसे कुछ हुआ ही ना हो. और शान को कहा
कि आज किसी ऐसी जगह ले चलो जहाँ सिर्फ़ मैं और तुम पूरा दिन गुज़ार दे और
बस. शान ने ओके कहा और दोनो ऐक ही गाड़ी मे घर से निकल गये.
--------------
(आंटी & नैना)
दिन यौं ही गुज़र गया. और शाम के करीबन 5 बजे आंटी ने नैना को उस के घर
ड्रॉप किया और खुद अपने घर चली गयीं. नैना आज बहोत ही ज़यादा खुश थी. और
खुशी खुशी घर का गेट ओपन कर के घर मे दाखिल हो गयी. घर मे जाते ही सामने
लगी शान की पिक्चर को दैख के उसे आज पूरे दिन मे 1स्ट्रीट टाइम शान का
ख़याल आया. आज शान ने भी पूरा दिन नैना को कॉल नही की थी और ना ही नैना
ने कॉल कर के शान को पूछा था कि कहाँ है. नैना तमाम डोर्स लॉक कर के समान
साइड पे रख के फ्रेश होने के लिये वॉशरूम चली गयी.
नैना और शान की लाइफ मे चेंज शुरू होगया था. और आज का दिन इस बात की
गवाही दे रहा था कि शान और नैना ऐक दूसरे से दूर होना शुरू हो गये हैं और
नैना की ज़िंदगी मे ऐक नये चॅप्टर का स्टार्ट होने वाला था.
नैना बाथ ले कर घर का नॉर्मल ड्रेस पहन के बाहर आ गयी और आ के टीवी देखने
लगी. नैना को आज कोई फिकर ना थी कि शान ने खाना भी खाना होगा, शान से कॉल
कर के पूछ लूँ कि खाना घर पे खाएँगे कि नही. नैना को खुद हल्की सी भूक
फील होना शुरू हो गयी थी. सो किचन मे गयी और फ्रिड्ज से कुक्ड फुड को गरम
कर के खा लिया.
रात के तक़रीन 8 बजे डोर बेल हुई और नैना ने जा के डोर ओपन किया तो शान
खड़ा था बाहर. नैना कुछ ना बोली और खामोशी से मेन गेट ओपन कर के अंदर आ
गयी और टीवी देखने लगी.
शान गाड़ी लॉक कर के अंदर आ गया और नैना का वेट करने लगा कि वो कुछ बोले
और वो उसका भरपूर जवाब दे. बट नैना कुछ ना बोली और खामोशी से टीवी देखती
रही. शान को यह बात बहोत ज़यादा फील हुई और उस से रहा ना गया और आख़िर
बोल पड़ा.
शान: नैना तुम्हे ज़रा भी एहसास नही है कि तुम्हारा हज़्बेंड घर आया है
तुम उसे पानी ही पूछ लो या उसका समान पकड़ के उस के रूम मे रख दो?
नैना ने कोई जवाब ना दिया. और खामोशी से टीवी देखती रही.
शान: नैना मैं तुम से बात कर रहा हूँ दीवारों से नही. जब नैना ने जवाब ना
दिया तो शान ने गुस्से मे आ के नैना के हाथ से टीवी का रिमोट खींच लिया
और टीवी बंद कर के नैना को ज़ोर का चांटा रसीद कर दिया. और गुस्से से
बोला कि हाउ डेर यू कि मैं कुछ कह रहा हूँ और तुम मुझे इग्नोर करो?
नैना: आंड हाउ डेर यू टू इग्नोर मी लास्ट 2 डेज़? आज आप को एहसास हुआ कि
मैं आप की वाइफ हूँ? यह एहसास कहाँ था 2 दिन? ऐक दफ़ा ही पूछ लिया होता
कि जी रही हो या मर गयी हो? आप को तो बस उस चुरैल ने जो अपने अंडर कर
लिया है अब मेरी कहाँ आप को फिकर होनी है.
इस से पहले शान कुछ बोलता. नैना ने कहा कि ऐक बात और कि खबरदार आज के बाद
यह हाथ मुझ पे उठाया तो. यह लास्ट टाइम था और खबरदार मुझ पे अपना
हज़्बेंड होने का हक़ जताया तो. अगर ठीक से हज़्बेंड नही बन सकते तो यह
हक़ भी ना जताना.
शान नैना के इस रूप को दैख कर चकरा गया. उसे बाल बराबर भी उमीद ना थी कि
उसे नैना की तरफ़ से ऐसा रेस्पॉन्स मिले गा. चुप चाप मूँह लटका के वॉशरूम
चला गया.
वॉशरूम जाते ही नैना ने फ़ौरन शान का सेल फोन उठाया और उस मे रीसेंट
कॉल्स और एसएमएस देखने लगी.
एसएमएस मे नैना को एसएमएस मिला कि यार आज ऑफीस क्यो नही आए? जिस से नैना
को यह पता चला कि शान आज ऑफीस मे नही था. नेक्स्ट एसएमएस मे लिखा था
आइ'ल्ल मिस यू जानू. मुहााआआआआआआआअ.
नैना इस से पहले कि सोचती कि यह किसका मसेज होसकता है शान के सेल पे उसी
नंबर से कॉल आना शुरू होगयी जिस नंबर से यह मिस यू वाला मसेज आया हुआ था.
नैना ने कॉल अटेंड कर ली और बोली नही.
दूसरी तरफ़ सोना थी जो कि बहोत प्यार से बात कर रही थी. शायद नशे मे थी.
शान ज़नुउउउउउउउउउउउउ कहाँ हो? पता है हाउ मच आइ मिस्सिंग यू? जानुउऊउउ
एयेए जाओ ना प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. मिस्सिंग युवर फॅटी पेनिस.
हाहहहहाहा. कल रात रात की तरहा आज भी प्यार दो ना आ के मुझे. बेलेवे मे
आज नही रोकून गी तुम्हे हिप्स मे लंड डालने से. हाहहहहाहा.
ज़नुउउउउउउउउउउउउउउ बोलो ना. बोलो ना मैरे जानू आ रहे हो ना तुम.
नैना ने हल्की सी खाँसी की आवाज़ निकाली. जेसे बता रही हो कि वो अभी बात
नही कर सकती. सोना भी शायद समझ गयी.
ओके जनुउउउउउउउउउउउउउउउउउउउ, अपनी मनहूस बीवी के पास बैठे हुए होगे तभी
नही बोल रहे. ओके फ्री हो के जल्दी से आ जाओ. मुहााआआआआआ और फोन बंद हो
गया.
नैना के तो पैरों के नीचे से जैसे ज़मीन निकल गयी कि शान इस हद तक गिर
सकता है कि वो कल रात ऐक लड़की के साथ गुज़ार के आया और उस के साथ सेक्स
भी कर के आया. नैना की नज़र मे शान की रही सही इज़्ज़त भी पानी मे मिल
गयी.
नैना ने फोन वहीं रखा और शान को अब्ज़र्व करने लगी. शान ने आते ही अपना
सेल फोन उठाया और उस पे कुछ चेक किया. नैना की तरफ़ दैखा और कुछ ना बोला.
फोन उठाया और सोना को रिंग किया. हां क्या हुआ? ओहो अछा? क्या एमर्जेन्सी
है? लाज़मी आना पड़े गा? ओके ओके मैं आता हूँ. डोंट वरी. फोन बंद कर के
गाड़ी की चाबी उठाईं और जाते जाते नैना को बोला कि फ़्रेंड के यहाँ जा
रहा हूँ ऐक एमर्जेन्सी हो गयी है और निकल गया.
नैना को पता चल गया था कि क्या एमर्जेन्सी हो सकती हे. उसी चुरैल के पास
गया होगा उसकी सेक्स की गर्मी दूर करने.
दिन यौं ही गुज़रते गये और शान और नैना के बीच नफ़रत बढ़ती जा रही थी. अब
सिचुयेशन यौं थी कि शान का जब दिल करता घर आ जाता और जब दिल करता ना आता.
नैना को भी कोई फिकर ना थी अब शान की.
नैना ने आंटी के ऑफीस मे जॉब कर ली थी और आडमिन ऑफीसर की पोस्ट पे काम कर
रही थी. ऐक दिन नैना को पता चला के उस के पेरेंट्स का कार आक्सिडेंट हुआ
है जिस मे दोनो की डेत होगयी है. नैना अकेली बेटी थी इस लिये सारी
प्रॉपर्टी उस के नाम आ आगई. शान के पेरेंट्स तो वेसे ही उसे लाइक नही
करते थे और शान के साथ वेसे ही उस की लाइफ ऐक अजनबी की तरहा चल रही थी.
शान ने कयी दफ़ा सोचा कि नैना को तलाक़ दे दे लैकेन फिर यह सोच के रुक
जाता कि अगर तलाक़ दे दिया तो उसे अपनी सारी प्रॉपर्टी का 50% नैना को
देना पड़े गा यह सोच के वो रुक जाता. उधर नैना भी शान को नही छोड़ना
चाहती थी इस लिये नही कि वो उसका हज़्बेंड है, इसलिये कि वो उसे दिखाना
चाहती थी कि वो उस के बगैर भी जी सकती है और बहोत अच्छी तरहा.
नैना ने ऑफीस मे ऐक फेमस पर्सनॅलिटी का रूप धर लिया था. हर कोई नैना की
खूबसूरती की तारीफ करता था. ऑफीस मे तमाम लड़को और मर्दों मे कोई ऐसा नही
होगा जिस ने नैना के नाम की मूठ ना मारी हो या नैना को दिमाग़ मे रख के
अपनी अपनी बीबीयों को ना चोदा हो. हर किसी की यही ख्वाइश होती कि वो किसी
तरहा नैना के ब्रेस्ट्स की ऐक झलक दैख ले.
उधर जिम्मी की स्टडी भी कंप्लीट हो गयी और उस ने भी ऑफीस जाय्न कर लिया.
नैना और जिम्मी आपस मे अब बहोत फ्री हो चुके थे. हर तरहा के टॉपिक्स
डिसकस कर लेते. बट ऑफीस के अंदर वो नॉर्मल रहते ताकि ऑफीस मे किसी को बात
बनाने का कोई मौक़ा ना मिले.
जिम्मी नैना को बहोत प्यार करता था और काई दफ़ा इस का इज़हार करने की
कोशिश भी की लैकेन कहते कहते रुक जाता. नैना भी यह बात खूब जानती थी कि
जिम्मी उस के बारे मे क्या सोचता है लैकेन वो ऐसा नही चाहती थी कि जिम्मी
से शादी कर ले. इतना ज़यादा फ्री होने के बाद भी जिम्मी और नैना के बीच
अभी तक कुछ भी नही था. ना कोई किस्सिंग ना कोई और काम. जो कुछ भी चल रहा
था वो आंटी और नैना के बीच मे चल रहा था. अब तो यह रुटीन बन गयी थी कि
कभी आंटी नैना के घर रात गुज़ारती तो कभी नैना आंटी के घर और रात भर दोनो
ऐक दूसरे की चूत का खूब मज़ा लैति. आंटी ने अपनी ज़िंदगी भर के
एक्सपीरियेन्सस को नैना के साथ शेर किया और नैना को भी लेसबो सेक्स मे
एक्सपर्ट कर दिया. नैना अब आंटी की गाइडेन्स से सब काम करती और नैना ने
अपने आप को बहोत फिट रखना शुरू कर दिया था. सेक्सी ड्रेसस पहनना
एट्सेटरा. जब से नैना ने ऑफीस जाय्न किया था ऑफीस मे एंप्लायीस की
छुट्टिया कम होती जा रही थी थी क्यो कि हर कोई ऑफीस आता तो सिर्फ़ नैना
को देखने के लिये. ऐक दफ़ा तो नैना के सामने ऑफीस मे ऐक लड़के का लंड
खड़ा हो गया जो कि नैना को प्रेज़ेंटेशन दे रहा था बहोत मुश्किल से
बेचारे ने कंट्रोल किया. आंटी भी नैना के ऑफीस मे रहने की वजा से बहोत
खुश थी.
उधर शान सोना के जाल मे बुरी तरहा फँस चुका था, मानो कि जेसे सोना ने
उसका माइंड अपने काबू मे कर लिया हो. सोना कहती दिन है तो शान कहता यस
दिन है, सोना कहती नही रात है तो शान कहता हां रात है. बस ऐसी ही कुछ
हालत हो गयी थी. शान की सारी सॅलरी सोना के नाज़ नखरे उठाने मे लग जाती
और नैना के ऊपेर ऐक पैसा भी खर्च ना करता. नैना को भी अब इसकी ज़रूरत नही
थी क्योकि वो भी ऐक अच्छा अमाउंट कमा रही थी.
दिन यौं ही बीत रहे थे. ओर नैना अपनी लाइफ मे बिजी थी. नैना ने अब घर मे
ऐक नौकरानी भी रख ली थी जो घर के तमाम काम कर दिया करती थी जो सूरज ढलते
ही अपने घर चली जाती थी. यही वजा थी कि नैना ने अब अपनी फिटनेस पे फूल
कॉन्सेंट्रेट किया हुआ था. बस खाना पीना, एक्सररसाइज़ करना ओर सेक्सी
ड्रेसेस पहनना. नैना जो पहले सिर्फ़ शलवार कमीज़ मे रहती थी अब हर तरहा
के ड्रेसेस पहनती थी कि देखने वाले बस स्टिल हो के रह जाते. नैना ने अपने
आप को इतना फिट कर लिया कि वो अपनी एज से 3 साल कम लगने लगी. पतली कमर,
उभरे हुए गोल हिप्स ओर सब से सेक्सी उस के टाइट 36 साइज़ के ब्रेस्ट्स.
पूरी दुनिया नैना के पीछे थी बस शान ही था जिसकी आँखों पे सोना ने काली
पट्टी बाँध दी थी. नैना को भी इसकी कोई फिकर ना थी क्योंकि अब नैना ने
अपना बेडरूम भी सेपरेट कर लिया था. अब सिचुयेशन टोटली चेंज हो चुकी थी.
नैना मे भी काफ़ी चेंज आ गया था. भोली भाली नैना अब हर चढ़ते दिन रंग बदल
रही थी. ओर ये सब हुआ था शान की वजा से. लेकिन आंटी ने नैना को नया जनम
दिया ओर नैना को बदल के रख दिया.
आज का दिन बहुत स्पेशल था, क्योकि आज नैना का बर्त डे था जो कि रात 12 के
बाद शुरू होना था. रुटीन के मुताबिक़ शान आज भी घर पे नही था ओर नैना घर
पे अकेली थी. नैना को याद नही था अपने बर्तडे का लेकिन जिम्मी ने याद रखी
हुई थी डेट ओर वो पिछले कयी रोज़ से बेताबी से वेट कर रहा था नैना के
बर्त डे का. आख़िर आज वो दिन आ ही गया. और जिम्मी ने शाम 6 बजे ही नैना
को डिन्नर के लिये ऑफर कर दिया. नैना ने भी ओके कर दिया. आंटी ने आज ऐक
शादी पे जाना था सो उन्होने इनकार कर दिया साथ जाने से.
रात 8.30 पे जिम्मी ने नैना को पिक कर लिया घर से ओर दोनो डिन्नर के लिये
निकल पड़े.
नैना आज परोट ग्रीन और ब्लू कलर की मिक्स्चर ड्रेस मे थी. जिस मे वो किसी
हूर से कम नही लग रही थी.
क्रमशः..........
|