RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-13
गतान्क से आगे.......
डोर बेल हुई. नैना गेट ओपन करने गयी. आगे जिम्मी खड़ा था.
जिम्मी: हेलो नैना जी.
नैना: आ जाओ अंदर जिम्मी और यह हाथ मे क्या उठा रखा है?
जिम्मी: यह समोसे, यह पकोडे, यह बिस्किट्स, यह क्रीम केक.
नैना: गेट बंद करते हुए अंदर कमरे की तरफ़ आते हुए चलते चलते बोली. ओके
वहाँ सामने रख दो और जाते हुए घर ले जाना.
जिम्मी: अरे नही नैना जी यह मैं अपने घर की लिये नही यहाँ के लिये लाया
हूँ चाय के साथ खाएँगे ना.
नैना: अरे यह क्या क्या तुम ने? बंदा पूछ तो लेता है. तुम गेस्ट हो ओके?
जिम्मी: ओके बट पूछता तो आप ने रेफ्यूज़ कर देना था कि मत लाना तो मैं ने
पूछा ही नही और नैना को आँख मार दी.
नैना जिम्मी की इस आँख मारने वाली हरकत पे ऐक दम परेशान सी हो गयी और ऐक
पल के लिये सोचने लगी कि वो इतना फ्री क्यू हो रही है जिम्मी से? फिर
ख़याल आया कि वो भी तो कितना कर रहा है दैखो क्या क्या ले कर आया है. चलो
क्या हुआ जो आँख मार दी. मज़ाक मे ही तो मारी है. मज़ाक मे सब चलता है.
अंदर ही अंदर अपने आप से बाते करने लगी और साथ ही जिम्मी की आवाज़ ने डरा
दिया.
जिम्मी: क्या हो गया नैना जी. इतनी देर से तमाम चीज़े आप को पकड़ा रहा
हूँ और आप हैं कि हाथ आगे क्या हुआ है लैकेन ग्रिप नही कर रही?
यह सुन के नैना ने अपने राइट आर्म को देखा जो कि इस पोज़िशन मे था कि
जैसे जिम्मी से माँग रहा हो कुछ. ऐक दम से हाथ पीछे किया और बोली ओह आइ
आम सॉरी लाओ दे दो मुझे और मुस्कुरा दी. समान ले कर किचन मे चली गयी.
किचन मे गयी तो देखा कि आंटी पहले से सब कुछ रेडी कर चुकी थी, प्लेट्स,
टोमॅटो केच्युप, चटनी.
आंटी: क्या कहता है जिम्मी?
नैना: अरे आप ने उस से कहा था यह सब लाने को फोन पे?
आंटी: नही तो. ज़रा दिखाओ तो क्या लाया है? आआहा हां यह सब तो वो बचपन से
बहोत लाइक करता है चाय के साथ. इसी लिये ले आया होगा.
नैना: अरे मुझे कह दिया होता यह सब पसंद है तो मैं यहाँ घर पे ही बना
देती जिम्मी को.
नैना की बात ख़तम ही नही हुई थी कि पीछे से जिम्मी की आवाज़ आइ. हाए नैना
जी हमारे नसीब इतने अच्छे कहाँ और मुस्करा के बोला कि केसा फिट डायलॉग
बोला है? हाहहहहाहा. डोंट वरी जी आप को भी तकलीफ़ दूँ गा ज़रूर अब तो
वैसे ही दीवार के साथ दीवार मिल रही है तो आइ होप कि बहोत जल्द आप के हाथ
के बने हुए समोसे खाने को मिलेंगे और अपनी मोम को आँख मारते हुए बोला.
क्यो मोम?
आंटी: हां हां क्यों नही बेटा. क्यों नैना ठीक कहा ना?
नैना: अगर ऐसे ही शररटाईन करता रहा ना तो फिर तो कभी भी नही. और स्माइल कर दी.
आंटी: ओह मुझे फाइनान्षियल आड्वाइज़र को कॉल करनी थी कंपनी के, कि वो
रिपोर्ट सब्मिट कर दे. मैं कॉल कर के आइ तुम दोनो गुप करो और मुस्कुरा के
किचन से बाहर चली गयी.
जिम्मी: जी तो आप क्या फ़ार्मा रही थी बेगम साहिबा ओह आइ मीन नैना जी?
नैना: यही कि आप अगर यह शररटाईन बंद कर दे तो आप को समोसे खाने को मिल जाएँगे.
जिम्मी: हाए आपका हूकम सिर आँखों पर जी. आप ऐक मर्तबा कह कर तो देखिए जान
ना वार दे आप पे?
नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त?
जिम्मी: हहेहेहहे. केसा लगा मेरा यह फिल्मी डायलॉग? मैं अक्सर ऐसे डायलॉग
बोलता रहता रहता हूँ. कभी कभी मोम कहती हैं मैं पागल हो गया हूँ.
नैना: जी मोम बिल्कुल ठीक कहती हैं.
जिम्मी: आपको मैं केसा लगता हूँ?
नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त? यह केसा सवाल है?
जिम्मी: केसा केसा? सीधा सा सवाल है मैं आप को केसा लगता हूँ?
नैना: आइ गेस मोम आप को बाहर बुला रही हैं.
जिम्मी: अरे ऐक तो आप ऐक दम सीरीयस हो जाती हैं. डर ही लगा रहता है. ओके
आइ आम सॉरी मुझे लगता है मैं ने ग़लत क्वेस्चन पूछ लिया. और कह के बाहर
चला गया.
नैना को जिम्मी के इस क्वेस्चन पे हैरत हुई कि उस ने ऐक दम ऐसा सवाल क्यो
किया? ळैकेन फिर अपने ही बिहेवियर पे अफ़सोस भी होने लगा कि उसे जिम्मी
को ऐसे नही बोलना चाहिये था. देखो नाराज़ हो के बाहर चला गया किचन से.
चलो उसे जा के सॉरी बोलती हूँ.
जेसे ही नैना का ऐक क़दम जिम्मी की तरफ़ बढ़ा फिर जेहन मे सोच आइ कि नही
वो क्यो सॉरी बोले? जिम्मी ने ग़लत ही तो क्वेस्चन किया कि वो मुझे केसा
लगता है? आइ आम मॅरीड और वो मुझ से ऐसे क्वेस्चन क्यो कर रहा है? कहीं
उसे यह आइडिया तो नही हो गया कि मैं शान के साथ खुश नही हूँ? या फिर कहीं
आंटी ने उसे कुछ बता ना दिया हो अबाउट मी आंड शान? नही जिम्मी तो घर पे
ही नही था जब मैं ने आंटी को सब बताया था शान का. तो फिर जिम्मी ने क्यो
पूछा कि मैं केसा लगता हूँ? नैना के दिमाग़ मे ऐक दम कयी ख़यालात ने जनम
ले लिया था अबाउट जिम्मी. नैना जिम्मी को ऐक बहोत अच्छा लड़का समझती थी
और उसे यह भी पता था कि जिम्मी उसकी बहोत रेस्पेक्ट करता है और वो कभी भी
नैना के बारे मे ग़लत नही सोचे गा.
अचानक उस के दिमाग़ मे नज़ाने कहाँ से ख़याल आ गया कि उसे चेक करना
चाहिये कि जिम्मी उसे ग़लत निगाह से देखता है या नही? जिम्मी की नज़र मे
मेरी कितनी रेस्पेक्ट है. यह देखने के लिये नैना ने अपने दोपटे को और
अपनी ब्रा को ऐसे अड्जस्ट किया जिस से उस के बूब्स विज़िबल दिखने लगे. और
बूब्स को थोड़ा ऊपेर कर लिया कि टॉप से क्लीवेज भी दिखने लगे और बाहर
पड़े रेफ्र्जरेटर से कुछ निकालने के बहाने एग्ज़ॅक्ट्ली जिम्मी के सामने
जा के खड़ी हो गयी. और इस तरहा से जिम्मी को देखने लगी कि जिम्मी को पता
ना चले कि वो उसे दैख रही है. जिम्मी (जो टीवी दैख रहा था) की नज़र ऐक दम
नैना पे पड़ी. उफ्फ क्या सेक्सी लुक्स दे रही थी नैना. ळैकेन अगले ही
लम्हे जिम्मी ने अपना रुख़ बदल लिया और दूसरी तरफ़ मूँह कर क बैठ गया
जैसे उस ने कुछ दैखा ही ना हो और दोबारा नैना की तरफ नही दैखा.
नैना कुछ देर ऐसे ही कुछ ढूँढती रही और फिर किचन मे चली गयी. किचन मे
जाते साथ ही उसे बहुत ही खुशी हुई कि यस वो जैसा सोच रही है जिम्मी वैसा
ही है. उस ने ऐक मर्तबा दैखा और दोबारा नही दैखा. अब उस से रहा नही गया
और सीधा किचन से बाहर निकली और जिम्मी के सामने जा कर बैठ गयी.
जिम्मी: टी रेडी हो गयी मोम को बुलाउ?
नैना: टी रेडी हो गयी है.
जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ.
नैना: ऐक मिनट जिम्मी.
जिम्मी: जी?
नैना: वो आइ आम सॉरी कि मैं ने आप से ऊँची आवाज़ मे बात की और आप को बुरा लग गया.
जिम्मी: कोन सी बात? (जेसे उसे कुछ याद ही ना हो)
नैना: वोही किचन मे जो आप ने क्वेस्चन पूछा था उस के रेप मे जो मैं हर्ष हो गयी थी.
जिम्मी: ओह इट्स ओके नो प्रोब. यह आप का राइट है, ग़लती तो मेरी है जी जो
ऐक दम से इतना फ्री हो गया. मुझे ही ख़याल रखना चाहिये था. नेक्स्ट टाइम
आइ'ल्ल बी केर्फुल.
नैना: (अपने आप पे बहुत शर्मिंदा होते हुए कि दैखो कितना नाइस है जिम्मी
इसे तो ज़रा भी बुरा नही लगा मेरा यह बिहेवियर) और फिर मुस्करा दी ओके
थॅंक्स जिम्मी.
जिम्मी: ओके मैं मोम को बुलाता हूँ और वो चला गया.
नैना सब कुछ बहोत अछा लग रहा था. उसे ऐक दम से अपना परिवार पूरा लगने
लगा. जैसे तमाम खोई हुई खुशियाँ वापिस आ गयी हों. उसे अब यकीन होने लगा
कि वो अब इस घर मे अकेली नही रही जो सारा दिन अपनी सोचों मे खोई रहती है.
अपने अंदर उसे एनर्जी फील होने लगी. उसे ऐक दम से सब एनर्जेटिक लगने लगा.
दिल ही दिल मे बहोत खुश थी आज नैना.
थोड़ी ही देर मे आंटी जी अंदर दाखिल हुईं.
आंटी: सॉरी नैना कॉल थोड़ी लंबी हो गयी. यह हिसाब किताब के काम भी ना
बंदे को पागल कर देते हैं. अगर आर्यन ज़िंदा होते तो झट से निपटा लेते सब
काम.
नैना: चले अब आर्यन जूनियर जो रेडी है झट से काम निपटाने के लिये. बस कुछ
मंत्स हैं.
आंटी: हहेहेहेहहे अछा नाम दिया है वेसे जिम्मी को. क्यो ना हम यही नाम रख
दे और साथ ही जिम्मी को आँख मार दी.
जिम्मी: जी मोम बस अब यही होना बाक़ी रह गया था. हाहहहाहा सब हंस पड़े.
फिर इकट्ठे बैठ कर टी पीने लगे और इधर उधर की बाते होती रही. टी पी कर
जिम्मी ने कहा ओके मोम मैं घर जा रहा हूँ मुझे स्टडी करनी है. आप जब फ्री
हो जाए तो आ जाइयेगा. और कह कर चला गया.
आंटी और नैना दोनो किचन मे आ गयीं और मिल कर काम करने लगी. आंटी को लगा
कि अब नैना का मूड ठीक होगया है और नॉर्मल ही बाते कर रही है. बाहर सूरज
भी गायब हो रहा था और अंधैरा छाता जा रहा था.
नैना: बर्तन वॉश करते हुए. आंटी फिर क्या हुआ?
आंटी: क्या फिर क्या हुआ?
नैना: वोही जो आप बात बता रही थी फर्स्ट इंटरॅक्षन विथ आर्यन?
आंटी: ओह अछा तुम्हारे दिमाग़ मे अभी तक वो बात चल रही है? मैं तो समझी
कि तुम भूल ही गयी हो गी वो बात.
नैना: नही मैं बाते नही भूलती जो ऐक दफ़ा सुन लूँ या मैरे साथ बीत जाए
हमैशा याद रहती है. वेसे भी जब से शादी हुई है यादे ही तो मेरा सहारा
हैं.
आंटी: ओके डोंट बी सॅड. अछा कहाँ पहुची थी मैं?
नैना: कुछ सोचते हुए. हां वो आप ने उस लड़के को दैखा जो मरीया को अछा लगा
था मगर आप को नही.
आंटी: अरे तुम्हारी मेमोरी तो बहोत तेज है.
हां तो फिर अभी हम यही डिसकस कर रहे थे कि ऐक खूबसूरत सा यंग लड़का मरीया
के पास आया और उस से डॅन्स की रिक्वेस्ट करने लगा. मरीया ने भी फ़ौरन हां
कर दी और उस लड़के का हाथ पकड़ के फ्लोर पे चली गयी जहाँ सब कपल्स डॅन्स
कर रहे थे. मैं थोड़ी देर वहाँ बैठी और बोर होने लगी. फिर कुछ घुटन सी
फील होने लगी तो मैं ने सोचा कि ऊपेर टेरेस मे चली जाती हूँ फॉर फ्रेश
एर. और मैं जूस का ग्लास ले कर ऊपेर टेरेस मे चली गयी.
नैना: फिर?
आंटी: बर्तन अपनी जगह पर रखते हुए. फिर क्या मुझे ठंडी ठंडी हवा बहोत ही
अछी लग रही थी कि अचानक आवाज़ आइ.
वो आए हमारे घर मे खुदा की क़ुदरत है
कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं
क्रमशः..........
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