RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
नैना--पार्ट-8
गतान्क से आगे.......
नैना प्यार के इस खेल मे इतनी मस्त हो गयी थी उस ने अपनी कमीज़ को
ब्रेस्ट्स से ऊपेर कर दिया और शलवार को नीस तक नीचे और ऐक हाथ से अपना
राइट ब्रेस्ट प्रेस करने लगी और दूसरे हाथ से अपनी ही चूत को रब करने
लगी. दिमाग़ मे बस यही चल रहा था कि यह दोनो हाथ नैना के नही बल्कि
जिम्मी के हैं. और अब तो नैना काफ़ी ज़यादा गर्म भी होगयी थी और चूत के
इर्द गिर्द सब जगह पे गर्मी उभर आई थी.
टीवी पे कपल्स दोनो नंगे होगये थे शायद सॉफ्टकोर मूवी थी कि फुल सेक्स भी
नही दिखाया जा रहा था लैकेन सेक्स सीन शो हो रहा था. नैना की बेचैनी बहोत
ज़यादा बढ़ गयी थी और अपने ही हाथों के इस्तीमल से मज़ा ले रही थी. टीवी
पे सेक्स सीन तो ख़तम हो गया लैकेन नैना का सीन जारी था क्योंकि नैना उस
स्टेज पे जा चुकी थी जहाँ से वापिस होना बहोत ही मुस्किल था.
नैना आँखे बंद किये हुए अपनी ही बॉडी को सहला रही थी और ऐक फिंगर अपनी
चूत मे डाल कर अंदर बाहर कर रही थी और साथ साथ हल्की आवाज़ मे आह आह कर
रही थी. नैना के हाथों और नैना के सुंदर जिस्म का यह गर्म खैल कोई 10मिनट
जारी रहा और तब जा के इस खैल का दा एंड हुआ जब नैना की चूत से पानी की
नदी बह कर नैना के चुतड़ों तक पहॉंच चुकी थी.
नैना अब मुकामल तौर पे फारिग हो चुकी थी और उसे हल्की हल्की ठंड भी लग
रही थी. लेकिन उठने की हिम्मत ही नही पर रही थी. 10 मिनट यौं ही लेटी रही
और फिर उठी टीवी ऑफ किया और वॉशरूम मे चली गयी और अपने आप को साफ किया और
शान के साथ बेड पर आ कर लेट गयी.
वो शान को देखे जा रही थी जो कि बे.खबर सो रहे थे. नैना ऐक मर्तबा फिर
सोचों मे गुम होगयी और अपनी ही सेक्स लाइफ का सोचने लगी कि ऐक वक़्त था
कि शान नैना को रोज़ ढेर सारा प्यार करते थे और हर रोज़ ऐक नया ही स्टाइल
हुआ करता था. कई दफ़ा तो पूरी पूरी रात नैना को सोने नही देते थे. लेकिन
कुछ अरसे से सब बदल गया था शायद शान की सेक्स की प्यास कहीं और से पूरी
हो रही थी कि उन्हे अब नैना मे कोई इंटरेस्ट नही था. नैना ने कभी पहले
शान के बारे मे ऐसा नही सोचा था लेकिन आज जब उस लड़की को दैखा तो नैना की
सोच मे चेंज आ गया.
नैना अपने ही आप को कोसने लगी कि उसे अपने हज़्बेंड पे इस तरहा शक नही
करना चाहिये हो सकता है हक़ीक़त कुछ और हो लैकेन अगले ही लम्हे शॉप पे उस
लड़की के नैना को ब्रास दैखना और शान का उन ब्रास को सेलेक्ट करना और फिर
उन के पैसे भी देखना याद आ गया और नैना को अपना शक यकीन लगने लगा कि अगर
शान उस लड़की के ब्रा सेलेक्ट कर सकते हैं तो यक़ीनन उसे उन ब्रास मे
देखते भी हों गे और जब शान उस लड़की की ब्रा देखते हों गे तो ब्रा शर्ट
के ऊपेर से तो दिखती नही उस के लिये शर्ट उतारनी तो पड़ती है. और अगर
शर्ट उतार के देखते हों गे तो यक़ीनन बात यहाँ तक नही रुकती हो गी क्योकि
कि ऐक लड़की अगर किसी मर्द के सामने इतना ज़यादा खुल जाए कि उस के सामने
अपनी शर्ट उतार के खड़ी हो जाए और ब्रा पहन के दिखाए तो फिर उस के परदा
उस मर्द से ख़तम हो जाता है और यह एक्सट्रीम लेवेल होता है ट्रस्ट का
किसी लड़की का ऐक मर्द पे. क्योंकि नैना खुद औरत थी तो वो ज़यादा बेहतर
जज कर सकती थी यह सब.
नैना के दिमाग़ मे इसी तरहा के ख़यालात आ रहे थे. घड़ी पे नज़र पड़ी तो
रात क 2:30 बज रहे थे. नैना ने आँखे क्लोज़ कर ली कि सो सके. आँखे क्लोज़
की ही थी कि नैना के सामने जिम्मी का चेहरा आ गया और वो पूरा सीन चलने
लगा जिस तरहा गेट पे नैना और जिम्मी ने आज बाते करी थी. फिर ऐक दम से आँख
खोल के सोचने लगी कि उसे जिम्मी के ख़यालात क्यो आ रहे हैं बार बार?
जिम्मी ज़यादा सेक्सी है कि उसे दैख कर मैरा मन कर रहा हे उस के करीब आने
का या यह मेरी वो प्यास है जो ऐसा करने पे मजबूर कर रही है?
नही नही मुझे बहोत ही ज़्यादा एहतियात करनी होगी ऐसा नही करना चाहिये
मुझे, मुझे जिम्मी से दूर रहना चाहिये. शान जैसे भी हैं लैकेन वो उनकी
वाइफ है, उन की इज़्ज़त है, उसे ऐसा कुछ नही करना चाहिये जिस से शान की
इज़्ज़त खराब हो. जो हो गया आज आइन्दा ऐसा नही होना चाहिये. ऐक तरहा से
अपने ही आप को ऑर्डर करने लगी नैना और इस से उसे तस्सली सी हो गयी कि जो
कुछ हुआ अंजाने मे हुआ. उस ने जिम्मी को जहन मे रख के अपने ही आप को
प्यार किया अंजाने मे क्या आइन्दा कुछ नही करे गी ऐसा.
यह सोचते सोचते नज़ाने कब नैना की आँख लग गयी कि पता ही नही चला.
आँख उस वक़्त खुली जब वॉशरूम से शवर की आवाज़ आ रही थी. टाइम देखा तो
सुबह क 7 बज रहे थे और शान ऑफीस की तैयारी कर रहे थे.
नैना बेड से उठी और जिस्म टूटा टूटा सा फील हुआ क्योंकि रात काफ़ी देर से
सोई थी और नींद भी पूरी नही हुई थी लैकेन उठना मजबूरी थी. उठ के कामन
वॉशरूम मे चली गयी और फ्रेश हो कर सीधा किचन मे जा कर अपने और शान के
लिये नाश्ता तैय्यार करने लगी.
नश्तर तैय्यार करने के बाद नाश्ता टेबल पे लगाना शुरू कर दिया और इतनी ही
देर मे शान भी रेडी हो कर टेबल पे आ पहुँचे. शान आज बहोत ज़यादा फ्रेश और
अट्रॅक्टिव लग रहे थे. नैना ने शान को गुड मॉर्निंग बोला और दूध का ग्लास
शान के सामने रख दिया.
नैना ने फील किया क आज शान से ऐक स्पेशल सी खुश्बू आ रही हे. पहले यह
खुश्बू नही आइ आज तक. शायद शान ने नया पर्फ्यूम खरीदा था.
नैना: म्म्म्मममम आज बहोत पायरी खुश्बू आ रही हे. नया पर्फ्यूम खरीदा है?
शान: नही वो ऐक दोस्त ने कल ही गिफ्ट किया है. बहुत प्यार से ले कर आया
है फॉर मी आंड इट्स वेरी कॉस्ट्ली.
नैना: (फ़ौरन दिमाग़ मे उस लड़की का सोचते हुए कि यक़ीनन उसी ने गिफ्ट
किया होगा) अछा जी. कोन सा फ्रेंड?
शान: तुम नही जानती उसे.
नैना: म्म्म्मममममममम ओके. बट खुसभू बहोत प्यारी है.
शान: यआः इट ईज़.
नैना: (इस न्यू फ़्रेंड के बारे मे पूछना चाहती थी मगर यह सोच के बात आगे
नही बढ़ के कहीं कल की तरहा शान का मूड खराब ना हो जाए और शान नाश्ते की
टेबल से उठ जाय). टॉपिक चेंज करते हुए बोली. वो साथ वाले मकान मे नये लोग
आ गये हैं उन्हे चाबी दे दी थी मैं ने.
शान: हां मुझे फोन किया था जिम्मी ने. बहुत तारीफ कर रहा था तुम्हारी.
नैना: ऐक दम चोंक गयी और घबराते हुए बोली जी?
शान: हाँ कह रहा था कि आप दोनो का कपल बहोत स्वीट है जैसे आप हैं वैसी ही
वाइफ आप को दी है ऊपेर वाले ने.
नैना: कुछ नही बोली और चुप चाप टी पीना शुरू कर दी.
शान: (नैना की तरफ़ दैख के समझ गये कि नैना को शायद अछा नही लगा) और बात
चेंज कर के बोले कि आज जिम्मी की अम्मी भी आ रही हैं तो वाइ डोंट यू कॉल
देम ऑन लंच? आज पहला दिन है तो कहाँ आ के कुकिंग करेंगी बेचारी.
नैना: ओके ठीक तो आप आ जाएँगे लंच टाइम पे?
शान: नही मैं तो नही आ सकूँ गा और जो चीज़े चाहिए मुझे लिख दो मैं ऑफीस
बॉय को कह कर भिजवा देता हूँ.
नैना: ओके और उठ के ऐक पेपर लिया और उस पे कुछ लिखने लगी.तमाम चीज़ों की
लिस्ट बना के शान को दे दी और कह दिया और अगर कोई और चीज़ याद आ गई तो
कॉल कर दे गी.
शान: येआः यू हॅव 1 अवर मोर टू थिंक कॉज़ उस के बाद ऑफीस बॉय को मैं भेज
दूँगा तो जो कुछ लिखा हो गा वो आ जाए गा.
नैना: ओके. और शान का बॅग ला कर दे दिया और जा के मैन डोर ओपन कर दिया.
शान ने ऑफीस बॅग उठाया गाड़ी मे रखा और नैना को बाइ बोल कर ऑफीस चला गया.
नैना ने डोर बंद किया और आ के टेबल से चीज़े उठाने लगी और शान के
प्लीज़ेंट बिहेवियर का सोचने लगी कि शान आज इतना प्लीज़ेंट क्यों है? और
फिर वो बात याद आ गयी कि जिम्मी बहोत तारीफ कर रहा था. और मुस्कुरा दी.
थोड़ी देर मे उसे बाहर से कुछ आवाज़े आना शुरू हो गयीं. नैना ने जा के
देखा तो साथ वाले घर मे ऐक ट्रक आ के रुका और उस मे से कुछ लोग समान उतार
रहे थे. और ऐक दुबली पतली ख़ातून इन्स्ट्रक्षन्स दे रही थी के सामान ऐसे
रखो और वैसे रखो और ऐक तरफ डोर ब्लू टी शर्ट मे जिम्मी भी खड़ा दिखाई
दिया. नैना फ़ौरन समझ गयी कि यह जिम्मी की अम्मी हैं और वापिस आ कर
बेडरूम की सेट्टिंग करने लगी. तमाम रूम की सफाई और सेट्टिंग करने के बाद
फ्रेश होने के लिये वॉशरूम मे जाने ही लगी थी कि डोर बेल हुई.
नैना ने जा के डोर ओपन किया तो बाहर जिम्मी खड़ा था.
जिम्मी: गुड मॉर्निंग जी.
नैना: गुड मॉर्निंग.
जिम्मी: वो अम्मी पूछ रही हैं कि इफ़ यू आर फ्री तो मैं आना चाह रही हूँ आप के पास.
नैना: जी ज़रूर आप भेज दे उन्हे बल्कि उन्हे कहो कि मैं खुद आ जाती हूँ
आप तकलीफ़ ना करें.
जिम्मी: ओके मैं उन्हे कहता हूँ कि आप आ रही हैं खुद और मुस्कुरा दिया.
नैना: उस के खुद के फ़ैसले पे हैरान हुई कि उस ने तो ऐसे ही कहा था और
जिम्मी फ़ौरन मान गया.
खैर वापिस वॉशरूम मे गयी और फ्रेश हो के ड्रेस चेंज कर के साथ वाले घर
जाने ही लगी थी कि फोन की बेल बाजी.
नैना: हेलो?
शान: नैना मैं भेज रहा हूँ लिस्ट फाइनल है ना?
नैना: जी फाइनल है आप भेज दो इसे और मैं ज़रा साथ जिम्मी की अम्मी से मिल
के आती हूँ आप सेल पे कॉल कर ली जिये गा.
शान: ओके वेल और आंटी को मेरी तरफ़ से भी हेलो बोल देना.
नैना: ओके और बाइ कर दिया.
नैना गेट लॉक करते हुए साथ वाले घर पहॉंची मैन गेट ओपन ही था सो नैना ऐसे
ही अंदर दाखिल हो गयी. और देन फ्रंट रूम के डोर पे जा के नॉक किया. अंदर
से जिम्मी की अम्मी की आवाज़ आइ आ जाओ बेटा आ जाओ आप का अपना घर है नॉक
करने की क्या ज़रूरत.
क्रमशः..........
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