RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......
नैना ने आहिस्ता आहिस्ता चाट खाना शुरू किया और मौसम एंजाय करने लगी.
अगले ही लम्हे नैना की नज़र आइस्क्रीम पॉइंट पे पड़ी तो नैना की जान सी
निकल गयी और अपनी ही आँखों पे उसे यकीन नही आ रहा था. आइस्क्रीम पॉइंट पे
शान ऐक यंग लड़की के साथ आइस्क्रीम खा रहे थे और दोनो बहोत खिलखिला के
हंस रहे थे जैसे बहोत एंजाय कर रहे हों. नैना ने दूसरी तरफ़ कार पार्किंग
पे नज़र डाली तो शान की गाड़ी भी खड़ी नज़र आइ.
नैना तो बस जैसे रोने सी लगी थी लैकेन अपने आप पे कंट्रोल कर लिया. और
उसे फिर याद आया के शान ने फोन पे उसे कहा था कि अगर बाज़ार जाना हुआ तो
मुझे फोन कर देना जो कि नैना ने नही किया था. शायद यही वजह थी कि शान भी
इस वक़्त उसी मार्केट मे थे जिस मार्केट मे नैना मौजूद थी.
यह सब देख कर नैना को फ्रूट चाट ऐक दम फीका लगने लगा और बद मज़ा सा हो
गया और फ्रेश ऑरेंज जूस तो जैसे ज़हर लग रहा हो. नैना उन दोनो को देखती
रही और दोनो आइस्क्रीम पॉइंट से होते हुए सीधा लॅडीस गारमेंट्स वाली साइड
पे चले गये. नैना ने फ़ौरन वेटर को आवाज़ दी और कहा कि फ्रूट चाट पॅक कर
दे और जूस को डिसपॉज़बल ग्लास मे डाल कर दे जल्दी और अपनी नज़र शान पे
जमा दी. थोड़ी देर मे वेटर नैना के ऑर्डर के मुताबिक़ ले आया और नैना ने
जल्दी से उसे बिल दिया और शान का पीछा करने लगी.
शान और वो लड़की सीधा उसी शॉप मे घुसे जहाँ से नैना ने अभी थोड़ी देर
पहले ब्रा और पेंटीस ली थी. और शॉप के बाहर से देखने लगी. उस लड़की ने भी
कुछ ब्रास और पेंटीस खरीदी. लेकिन नैना यह दैख कर हैरान हो गयी कि ब्रा
और पेंटीस शान रेकमेंड कर रहे थे. शान जिस को ओके करते वो लड़की उसे साइड
पे रखी देती फॉर पर्चेस. अगले आक्षन ने तो जैसे नैना को ऐक ज़ोरदार करेंट
का झटका लगा दिया. क्योंकि उन ब्रास और पेंटीस के पैसे वो लड़की नही
बल्कि शान ने दिये. नैना को बिल्कुल भी यक़ीन नही आ रहा था कि शान उस के
साथ ऐसा कर सकते हैं.
नैना को सब बहोत बुरा लगा और नैना वहाँ खड़ी उन दोनो को देखने लगी. थोड़ी
देर मे दोनो शॉप से बाहर आए और सीधा शान कार की तरफ़ बढ़ गये. नैना पीछा
करते हुए कार के पास पहॉंच गयी. कार के करीब जा के उस लड़की ने शान को ऐक
किस किया चीक्स पे और शान की कार मे जा क बैठ गयी और शान भी ड्राइविंग
सीट पे बैठ कर कार को पार्किंग से निकाल कर ले गया.
नैना को सब कुछ बहोत अजीब और बुरा लग रहा था. नज़ाने कब से यह सब चल रहा
था. और आज अगर नैना मार्केट मे ना आती तो उसे यह सब भी नही पता चलना था.
यह सोचते सोचते नैना ने वहाँ से ही मैन रोड की तरफ़ वॉक शुरू कर दी और
मैन रोड से रिख़्शा लिया और सीधा घर की तरफ़ आ गयी. सारे रास्ते नैना के
ज़हन मे शान और उस लड़की के बारे मे ख़यालात आते रहे. नये ड्रेसस की तो
जैसे खुशी ही मर गयी थी. और नैना शान और उस लड़की कि किस के बारे मे ही
सोच रही थी के रिक्शा वाले की आवाज़ सुनाई दी. मेडम यहाँ से किस तरफ़
जाना है? नैना ने बतायायहाँ से राइट गली मे हो जाओ और गली के एंड मे रोक
दी जिये गा. रिक्शे वाले ने ऐसा ही किया और गली के एंड पे रोक दिया.
नैना ने रिक्सा वाले को पैसे दिये और रिख़्शा वाला चल दिया. नैना वहाँ से
वॉक करते हुए अपने घर की तरफ़ बढ़ गयी. घर के सामने पहॉंची तो देखा कि ऐक
बहोत ही खूबसूरत जवान लड़का, ब्लू जीन्स और स्काइ ब्लू टी शर्ट मे ऐक बॅग
के साथ दरवाज़े के साथ बैठा था. नैना ने बस उसे ऐक नज़र देखा और सीधा घर
का दरवाज़ा खोलने लगी.
इतने मे नैना को उस लड़के की आवाज़ आइ. हेलो आइ आम जिम्मी. नैना ने कोई
जवाब नही दिया.
जिम्मी: एक्सक्यूस मी, आइ सेड हेलो?
नैना: जी?
जिम्मी: आइ आम जिम्मी.
नैना: जी मैं ने सुन लिया कि यू आर जिम्मी और आप यहाँ क्या कर रहे हैं इस
गेट के सामने?
जिम्मी: मैं पिछले 2 घंटे से वेट कर रहा हूँ यहाँ पे.
नैना: जी वेट? वो क्यूँ?
जिम्मी: वो साथ वाला पोर्षन हम ने लिया है रेंट पे. मुझे बताया गया था कि
चाबी आप कि घर से मिल जाएगी बट जब आया तो यहाँ मैन गेट पे लॉक पड़ा था तो
बैठ गया.
नैना: नैना पहले तो चाबी का सुन के हैरान हुई और फिर मैन गेट खोलते हुए
अंदर दाखिल हो गयी और बोला कि आप ऐक मिनट प्ल्ज़ वेट करे यहाँ. और अंदर
जाते ही रूम का दरवाज़ा खोला और सीधा कॉल शान को की.
शान: हां नैना बोलो?
नैना: वो बाहर ऐक लड़का खड़ा है कह रहा है साथ वाला पोर्षन उन्हों ने
किराए पे लिया है और चाबी का पूछ रहा है. आप को कुछ पता है?
शान: ओह सुबह मुझे बताना याद ही नही रहा. ड्रेसिंग टेबल के साइड ड्रॉयर
मे चाबी हैं वो उसे दे दो. कल ही दे कर गये थे ख़ान साब बट सुबह जल्दी मे
निकल आया और तुम्हे बताना याद नही रहा.
नैना: ओके. और अभी इस वक़्त कहाँ पे हैं? कब तक आएँगे ?
शान: जी से ऐक बहोत इंपॉर्टेंट मीटिंग मे था और सिर्फ़ तुम्हारी कॉल
सुन.ने के लिये उठ के बाहर आया हूँ. और कुछ पूछना है तो जल्दी पूछो मैं
ने वापिस मीटिंग मे जाना है.
नैना: नही ओके बाइ.
शान: बाइ
नैना शान के इस झूट पे ऐक तरह से रो सी दी कि शान भी उस से इतना बड़ा झूट
बोल सकते हैं. अभी कुछ देर पहले ही नैना ने उन्है मार्केट मे ऐक लड़की के
साथ दैखा था.
फिर नैना ने ड्रेसिंग टेबल से उठाए और मैन गेट पे जा के जिम्मी को दे दो.
चाबी जिम्मी को देते हुए नैना का हाथ ऐक तरह से उस जिम्मी के हाथ मे आ सा
गया और नैना ने फ़ौरन पीछे खैंच लिया.
जिम्मी: आइ आम सॉरी जी मैं ने आप को डिस्टर्ब किया. आक्च्युयली अम्मी ने
मुझे पहले भैज दिया कि जा के घर की सफाई वाघहैरा करवा दूँ. सुबह वो भी आ
जाएँगी. शान साहब आ जाए तो आप ज़रूर आइयेगा हमारे घर. अम्मी को बहोत खुशी
हो गी.
नैना: जी हम चक्कर लगा लेंगे . और अगर आप को कोई चीज़ ज़रूरत हो तो माँग
ली जियाएगा.
जिम्मी: मुस्कुराते हुए. थॅंक्स और चाबी ले कर साथ वाले घर पे चला गया.
नैना को जिम्मी का बात करने का स्टाइल काफ़ी अछा लगा. क्योंकि वो बिल्कुल
नज़रे झुका कर बहोत रेस्पेक्ट के साथ बात कर रहा था. नैना गेट बंद कर के
अंदर रूम मे आ गयी और बेड पे लेट कर सब कुछ दोबारा सोचने लगी कि आज सुबह
से ही सब कुछ अजीब हो रहा था. शान नाश्ता नही कर के गये. देन उस के हाथ
से ग्लास टूटा, देन वो अकेली मार्केट गयी, देन शान को लड़की के साथ दैखा,
देन शान का बहोत कॉन्फिडेन्स से झूट बोलना और एंड फिर जिम्मी से बाते. यह
सोचते सोचते उसे कोई 50 मिनट गुज़र गये.
नैना इन्ही सोचों मे गुम थी इतने मे डोर बेल बजी. नैना ने सोचा कि शायद
शान आ गये हैं और दौड़ती हुई गेट के पास पहुँची. गेट ओपन किया तो बाहर
जिम्मी था.
नैना ने जल्दी मे दुपट्टा भी नही लिया था और ऐसे ही डोर ओपन कर दिया.
जिम्मी की नज़र सीधी नैना के ब्रेस्ट्स पे पड़ी लैकेन फ़ौरन ही उस ने
अपनी नज़र हटा ली. नैना थोड़ा दरवाज़े के पीछे होते हुए. जी?
जिम्मी: आइ आम सॉरी आप को दुबारा डिस्टर्ब किया. आक्च्युयली मुझे अपना
रूम सॉफ करना था तो उस के लिये मुझे झारू और वाइपर चाहिये था. आक्च्युयली
अभी समान शिफ्ट नही किया सुबह सब समान आ जाए गा. सॉरी फॉर डिसट्र्यूबिंग
यू.
नैना: ओके रुकिये मैं ले के आती हूँ. और अंदर से झारू और वाइपर जिम्मी को
डाई दिया. जैसे ही नैना डोर बंद करने लगी ऐक दम से फिर जिम्मी की आवाज़
आइ.
जिम्मी: ओह आइ आम सॉरी अगर ऐक पानी का जग और ऐक ग्लास भी मिल जाता?
नैना: ओके आप यह रख आओ मैं इतनी देर मे जग मे पीने वाला पानी भर देती हूँ.
और कह कर अंदर आ गयी और जग मे पानी भरने लगी और ऐक शीशे का ग्लास ले कर
गेट कर तरफ़ चल दी. गेट के बाहर जिम्मी पहले से मौजूद था. नैना ने उसे जग
और ग्लास दिया और ग्लास पकड़ते वक़्त ऐक दफ़ा फिर जिम्मी का पूरा हाथ
नैना के साथ टच होगया. जिम्मी ने तो फील नही किया बट नैना को बहोत फील
हुआ. नैना गेट बंद करते हुए रूम मे आ गयी और टाइम देखा रात के 9:30 बज
रहे थे और शान अभी तक नही आए थे.
नैना को दोबारा से भूक लगने लगी और पॅक्ड फ्रूट चाट और फ्रेश जूस पीने
लगी और साथ साथ आज पूरे दिन का सोचने लगी. जिम्मी का हाथ का टच उसे अभी
भी अपने हाथ पे फील हो रहा था. गेट पे खड़े हो के नैना ने फील किया था कि
बात के दौरान जिम्मी ने दो या 3 दफ़ा उस के ब्रेस्ट्स को देखा था.
जिम्मी देखने मे बहोत शरीफ और समझदार लड़का लग रहा था और सोफिस्टीकेटेड
भी. नैना फिर उस की खूबसूरती को भी सोचने लगी. अचानक नैना को लगा कि वो
ऐसा क्यू सोच रही है किसी गैर मर्द के बारे मे? उसे ऐसी फीलिंग्स क्यू
हैं? वो शादी शुदा है उसे ऐसा सोचना भी नही चाहिये. यह सोच कर उस ने अपनी
सोच का रुख़ चेंज कर लिया और सीधा शान पे आ गयी.
पिछले 1 महीने से शान और नैना के दर्मयान कुछ नही हुआ था. नैना का जब भी
सेक्स का दिल करता शान टाल देते और नैना अपने जिस्म की आग को दबाए ही रह
जाती. नैना को पीरियड्स के बाद बहोत सेक्स का मन करता था बट शान के सिवा
कोई नही था जो उस की सेक्स की प्यास भुजा सके क्योंकि शान ही उस के लिये
सब कुछ थे. लेकिन आज ऐक गैर मर्द के हाथ के टच से ऐसी फीलिंग्स से ऐसी
याद क्यू? और ऐक मर्तबा फिर सोच जिम्मी की तरफ चली गयी.
पूरे घर मे अकेली नैना के ख़यालात ही ख़तम नही हो रहे थे शान से शुरू
होते और शान पे ही ख़तम हो जाते लैकेन आज ख़यालात मे ऐक जिम्मी और ऐक उस
लड़की का इज़ाफ़ा हो गया था जो आज शान के साथ मौजूद थी.
इन्ही सोचों मे गुम थी कि ऐक मर्तबा फिर डोर बेल बजी. नैना उठी दुपट्टा
लिया और गेट की तरफ़ चल दी. इस बार नैना यही सोच कर गयी कि जिम्मी ही
होगा. और डोर ओपन कर दिया. बाहर जिम्मी ही था. नैना को उस के बार बार आने
पे बुरा फील करना चाहिये था मगर नैना को कुछ भी बुरा फील नही हो रहा था
जिम्मी के बारे मे.
नैना: जी जिम्मी जी
जिम्मी: नैना के मूँह से अपना नाम सुनते ही जिम्मी ने ऐक दफ़ा नैना की
तरफ़ दैखा थोड़ा मुस्कुराया और बोला. आइ आम रियली वेरी सॉरी जी मैं आप को
तंग कर रहा हूँ बार बार. यह वाइपर और झारू वापिस करने आया था और यह लेटर
ऐक बंदा दे गया था जब मैं यहाँ वेट कर रहा था.
नैना: क्या ज़रूरत थी ऐक ही दफ़ा सुबह दे देते मैं ने कोन से रात को
सफाइयाँ करनी हैं घर की और मुस्कुरा दी और जिम्मी के हाथ से लेटर और
बाक़ी दो चीज़े ले ली.
क्रमशः..........
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