RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......
बाथरूम मे जा के नैना के टवल को हॅंग किया और बाल्टी मे नीम गर्म पानी
खोल दिया. और खुद नीचे पैरों के ज़ोर पे बैठ गयी और वीट क्रीम को अपने
बालो पर लगाने लगी. अगले 5 से 10 मिनट इसी मे गुज़र गये और नैना के तमाम
अंडर हेर्स और अंडर आर्म्स हेर्स पे क्रीम लग गयी. नैना साथ साथ फिर कुछ
सोचने लगी कि आज शाम अगर शान जल्दी आ जाते हैं तो उसे बहोत खुशी हो गी.
सुबह शान को कहा था जल्दी आने का पता नही आते भी हैं कि नही. गुस्से से
उठ के चले गये थे शान टेबल से. नैना को बहोत बुरा लगा था, बुरा यह नही
लगा था कि शान गुस्सा हुआ थे नैना को, बुरा यह लगा था के शान नाश्ता किये
बाघैर ऑफीस चले गये थे. और यह अफ़सोस आज दिन मे कयी बार नैना को हुआ.
अचानक नैना की नज़र भरी हुई बाल्टी से पानी बाहर गिरते हुए पानी पर पड़ी
और उठ के नैना ने नल बंद किया और फिर ऐक कपड़ा ले के अपनी बॉडी से क्रीम
रिमूव करने लगी. पहले उस ने अपने अंडर आर्म्स से क्रीम रिमूव की और देन
चूत के एरिया से. क्रीम के साथ साथ हेर्स भी रिमूव हो गयी और नैना को
सकून सा फील होने लगा.
फिर नैना अपनी ने अपनी पूरी बॉडी पे पानी बहाया और हेर्स को शॅमपू कर के
नहा के ऐसे ही नेकेड रूम से बाहर आ गयी. और हाथ मे मौजूद टवल से पूरे
जिस्म को खुश्क करने लगी. नैना फिर शीशे के सामने आ के खड़ी हो गयी और
अपने जिस्म को देखने लगी. अपना ही जिस्म बहोत प्यारा लग रहा था ऐक दम
फ्रेश और चूत को दैख के नैना और सकून मे आ गयी.
ड्रेसिंग टेबल पे पड़े बॉडी लोशन को नैना ने अपनी पूरी बॉडी पे बहोत
प्यार से लगाया, जिस से पूरी बॉडी खुश्बू से महक उठी और ब्रेस्ट्स पे तो
नैना को कुछ ज़्यादा ही प्यार आ रहा था अपने और काफ़ी देर तक बॉडी लोशन
से अपने ब्रेस्ट्स का मसाज करती रही.
बॉडी लोशन के बाद नैना रूम मे मौजूद कपबोर्ड के पास पहॉंची और ड्रेस
सेलेक्ट करने लगी. नज़र सीधा ऑरेंज कलर के ड्रेस पे पड़ी और वो निकाल
लिया और साथ ड्रॉयर से स्किन कलर की ब्रा निकाल ली. शीशे के सामने खड़े
हो के पहले नैना ने ब्रा और फिर शलवार कमीज़ पहन के ऊपेर से हल्का सा
पर्फ्यूम लगा लिया और टीवी वाले रूम मे आ के टीवी देखने लगी.
शाम के 5 बज रहे थे और नैना शान का इंतेज़ार कर रही थी लैकेन शान का कोई
नाम ओ निशान नही था. उठी और किचन मे जा क अपने लिये टी बनाने लगी और
सोचने लगी कि ऐक वक़्त था कि शान शाम की टी कभी भी मिस नही करते थे और
नैना के साथ ही शाम की टी पीते थे. शाम की टी मे शान हमेशा की तरहा बहोत
फ्रेश मूड मे होते थे और कभी समोसों तो कभी गर्म गर्म पकोडे और कभी
फ्रेंच फ्राइस तो कभी केक की फरमाइश करते थे जिन्हे नैना बहोत ही मोहब्बत
के साथ बनाती और शान और नैना मिल के ईव्निंग टी एंजाय करते. मगर अब तो
शान का शाम 7 बजे तक कुछ पता नही होता था. नैना इस डर से फोन भी नही करती
थी कि कहीं शान को बुरा ना लग जाए कि नैना ने उसे काम के वक़्त डिस्टर्ब
किया.
यह सोचते सोचते नैना ने टी कप लिया और टीवी रूम मे आ गयी और चॅनेल्स चेंज
करने लगी. इतने मे टेलिफोन की बेल बजी दूसरी तरफ़ फोन पे शान थे.
शान: हां नैना केसी हो?
नैना: जी ठीक हो.
शान: क्या हो रहा था?
नैना: टी पी रही थी.
शान: ओके कॅरी ऑन. अछा सुनो मैं आज लेट आउन्गा घर मैरे लिये रात का खाना मत बनाना.
नैना: ओके कितने बजे तक आ जाएँगे ?
शान: कुछ पता नही मे बी रात 11 तक या इस से भी लेट.
नैना: ओह ओके.
शान: और हां तुम ने शॉपिंग के लिये जाना था ना तो ऐक काम करो तुम चली जाओ
और जो खरीदना है खरीद लो. घर मे अकेले वैसे भी बोर हो रही होगी.
नैना: जी अकेली?
शान: हाँ तो क्या हुआ छोटी बच्ची नही हो अपनी हिफ़ाज़त खुद कर सकती हो अछी तरह.
नैना: ओके देखती हूँ.
शान: ओके अगर जाओ तो मुझे बता देना.
नैना: ठीक.
शान: ओके बाइ. और फोन रख दिया.
नैना को बहोत हैरानगी हुई शान की इस बात पर कि अकेली चली जाओ. शान कभी भी
नैना को अकेले बाज़ार नही जाने दिया करते थे क्योंकि नैना थी ही इतनी
खूबसूरत कि कोई भी उस पे आशिक़ हो सकता हे. अचानक शान को क्या हो गया था?
और ऊपेर से ऐसे कह देना कि अपनी फिकर खुद कर सकती हो छोटी बच्ची नही हो
जैसे कि कोई फिकर ही ना हो अपनी बीबी की? काफ़ी सारे क्वेस्चन ने ऐक साथ
नैना के दिमाग़ मे जनम ले लिया.
और चाय का तो जैसे मज़ा ही खराब हो गया. टाइम देखा तो शाम के 5:30 हो रहे
थे. और अब नैना का भी टाइम नही गुज़र रहा था क्यू कि कोई काम नही था करने
वाला. फिर शान की बात जेहन मे आइ कि घर बैठे बैठे बोर हो रही हो गी तो
चली जाओ.
यह बात नैना के जेहन मे क्लिक कर गयी. तय्यार तो वो पहले से ही थी. नहाई
हुई ऐक दम फ्रेश तो सोचा कि ठीक है उसे बाज़ार अकेले ही चलना चाहिये. और
यह सोच के उस ने टीवी ऑफ किया और अपने रूम मे चली गयी अपना पर्स लेने और
अपनी बड़ी चादर लेने ताकि अपने खूबसूरत जिस्म को भरे बाज़ार की बुरी
नज़रों से छुपा सके. और चादर को अपने जिस्म पे लपेट कर और घर की तमाम
लाइटेस ऑफ कर के पर्स ले लिया. पर्स मे जाने से पहले एहतियातन पैसे दैख
लिये, तक़रीबन 10,000 रुपय मौजूद थे जो शॉपिंग के लिये काफ़ी थे. अपना
सेल फोन उठाया जो कि सिर्फ़ उस वक़्त इस्तेमाल होता था जब नैना अपने घर
मे ना हो और शान उस से बात करना चाह रहे हों, वरना तो लॅंडलाइन ही यूज़
होता था.
तमाम तरह की तस्सली के बाद नैना ने तमाम डोर्स को अछी तरह से लॉक किया और
घर से बाहर आ गयी.
बाहर मेन रोड से नैना ने रिक्शा लिया और सीधा सूपर मार्केट पहॉंच गयी.
नैना को पूरे रास्ते डर सा महसूस हो रहा था कि नज़ाने यह रिक्शे वाला
कहीं ओर ना ले जाए उसे. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ और रिक्शा वाला सीधा सूपर
मार्केट पहॉंच गया और बोला यह लो बीबी जी आ गयी सूपर मार्केट. नैना ने
पर्स से पहले ही पैसे निकाल लिये थे वो पैसे रिक्शे वाले को दिये और
मार्केट की तरफ हो ली.
सब से पहले नैना कपड़े लेने गयी और मार्केट मे भीर से थोड़ा घबरा गयी थी.
क्योंकि सूपर मार्केट मे आज तक वो अकेले नही आइ थी. हमेशा से शान ही उस
के साथ हुआ करते थे. नैना को मार्केट की तमाम शॉप्स का आइडिया था कि कोन
सी चीज़ कहाँ से मिलती हे. सो नैना सीधा कपड़े वाली शॉप पे गई ओर वहाँ
अपने लिये ड्रेस पसंद करने लगी. हर तरहा के रंग रंग के ड्रेसस मौजूद थे
शॉप मे. बस दिल कर रहा था कि सब ही खरीद ले लैकेन ऐसा मुमकिन नही था.
इतने मे ऐक आवाज़ ने नैना की तवज्जो ड्रेसस से हटा दी.
शॉपकीपर: जी मेडम, हाउ आइ कॅन हेल्प यू?
नैना: ओह यू आर डीलिंग इन दा शॉप?
स्क: यस मॅम.
नैना: ओके मुझे अपने लिये 2 ड्रेस चाहिए.
स्क: ओके यह देखे यह नया फॅशन है कॅप्री, लोंग कमीज़ और ऊँची शलवार.
नैना: म्म्म्ममममममम इट्स नाइस.
स्क: ओर ऐक यह है आज कल इस का भी ट्रेंड चल रहा है. फिटिंग मे ऊँची कमीज़
विथ ट्राउज़र.
नैना: म्म्म्ममममममममम
स्क: और इन दो डिज़ाइन्स मे यह तमाम कलर्स हैं अब जो आप को पसंद हो
नैना: ओके ऐक यह ब्लॅक विथ ग्रीनिश मिक्स और ऐक येल्लोयिश विथ लेमन ग्रीन
दे दो. ऐक कॅप्री मे और ऐक विथ ट्राउज़र.
स्क: ओके मॅम.
नैना: कुछ डिसकाउंट मिले गा?
स्क: सॉरी मॅम, और प्राइसस आर कंपनी प्राइसस आंड फिक्स्ड नो डिसकाउंट.
नैना: ओके. और शॉपकीपर को पैसे दे के शॉप से बाहर आ गयी.
नैना जैसा घर से निकलते वक़्त सोच रही थी वैसा तो कुछ भी नही हो रहा था.
सब कुछ नॉर्मल था जैसे वो शान के साथ आया करती थी बिल्कुल वैसा ही. इस से
नैना का कॉन्फिडेन्स बहाल हुआ और नैना सीधा अंडरगार्मेंट्स की शॉप पे जा
पहुचि. लक ली वहाँ पे डीलिंग ऐक लेडी ही कर रही थी. सो नैना सीधा वहाँ
गयी और अपने लिये ब्रा आंड पॅंटीस देखने लगी.
गर्ल: जी मॅम क्या चाहिये आप को?
नैना: आइ नीड पैर ऑफ ब्रा आंड पैंटिएस.
गर्ल: ओके विच साइज़?
नैना: 38
गर्ल: विथ स्माइल हियर आर 38 साइज़ ब्रास. जो आप को पसंद हे बता दे.
नैना: कलर्स कोन कोन से हैं?
गर्ल: ब्लॅक, रेड, वाइट, स्किन, पिंक
नैना: ओके गिव मी 1 पिंक आंड 1 ब्लॅक.
गर्ल: ओके मॅम.
नैना ने कोई फॅन्सी किसम के ब्रा नही सेलेक्ट किये जस्ट नॉर्मल सी ब्रा
और पेंटीस और लड़की को पैसे दे कर शॉप से आ गयी बाहर. अब नैना को थोड़ी
भूक सी फील होने लगी. क्योंकि पूरे दिन मे सिर्फ़ ऐक प्लेट बिरायानी ही
खाई थी और टी भी बस नाम की ही पी थी. यह सोच कर सीधा नैना सूपर मार्केट
मे मौजूद फुड मार्केट मे चली गयी और ओपन एरिया मे जा के बैठ गयी. काफ़ी
सारे कपल्स वहाँ मौजूद थे और फॅमिलीस भी ओपन एरिया मे कुछ ना कुछ खा रहे
थे. रात के 8 बज चुके थे. थोड़ी ही देर मे ऐक वेटर नैना की टेबल पे आ गया
और मेनू सामने रख दिया. नैना ने ऐक फ्रूट चाट और साथ मे फ्रेश ऑरेंज जूस
का ऑर्डर कर दिया और इधर उधर देखने लगी.
तमाम कपल्स बहोत खुशी से एंजाय कर रहे थे. और फॅमिलीस भी एंजाय कर रही
थी. बच्चे भी खैल रहे थे और नैना को सब कुछ काफ़ी अछा लग रहा था. लेकिन
साथ साथ दुख भी कि वो अकेली है और शान उस के साथ नही हैं. इन्ही सोचों मे
गुम थी कि वेटर आ गया और चाट और जूस टेबल पे रख के चला गया.
क्रमशः..........
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