RE: Desi Chudai Kahani Naina-नैना
गतान्क से आगे.......
शान और नैना का प्यार का खैल अपने उफान की तरफ बढ़ गया था. शान ने नैना
के ब्रेस्ट्स पे प्यार का तूफान बरसा रखा था. कभी राइट निपल और कभी लेफ्ट
निपल शान के लिप्स मे आ जाती और नैना तो बस आह आह करती रह जाती और बहोत
प्यार के साथ शान के बालो मे फिंगर्स मूव करती. अगले ही पल शान ने अपनी
शर्ट को जिस्म से आज़ाद कर दिया और नैना के ऊपेर आ के लेट गया और जैसे
नैना से कहने लगा हो कि वो भी अपनी कमीज़ उतारे. नैना ने पहले इनकार किया
लैकेन फिर हार मान गयी और शान ने किस्सिंग करते करते नैना की कमीज़ उस के
बदन से अलहदा कर दी. उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या खूबसूरत जिस्म था.
दूध की तरह सफैद बाज़ू और साफ सुथरा सीना. जिस्म ऐसा, कि कोई दाग ना था.
और ऊपेर से रेशम की तरह नर्म. शान ने दोबारा नैना को अपनी बाँहों मे लिया
और लीप किस्सिंग का ऐक नया दौर शुरू हो गया. कभी शान के लिप्स नैना के
लिप्स मे आ जाते और कभी नैना के लिप्स शान के लिप्स मे. और अब शान
मुकम्मल आज़ादी के साथ नैना के पूरे जिस्म को चूम रहे थे. अगले ही पल शान
ने नैना को उल्टा लेट्ने को कहा और नैना ने इनकार किये बगैर करवट ले ली.
शान ने अपने आग जैसे होन्ट नैना की कमर पे रख दिये और नैना अहह लव यू के
अलावा कुछ ना कह सकी और तकिये मे अपना मुँह दबा लिया. शान ने किस्सिंग का
आगाज़ नैना की गर्दन से किया और किस्सिंग का यह सफ़र नैना के हिप्स के
करीब जा के रुक गया और वापिस इसी तरह नेक तक और वापिस हिप्स तक.
किस्सिंग के साथ साथ शान अब नैना की कमर की लिकिंग भी कर रहे थे और नैना
पागल सी हो गयी थी. शान साथ साथ शलवार के ऊपेर से ही नैना के हिप्स भी
प्रेस कर रहे थे लैकेन अभी शलवार उतारने की कोई कोशिश नही की थी शान ने.
थोड़ी देर मे शान ने नैना को दोबारा सीधा किया और ऊपेर आ के लेट गये और
साथ ही अपना हाथ शलवार पे ले गये और सीधा नैना की वेट फूली हुई चूत पे रख
दिया. वेटनेस की वजह से शलवार भी काफ़ी गीली हो चुकी थी. शलवार के ऊपेर
से नैना की चूत को शान ने मसलना शुरू किया और नैना के होंटो को अपने
होंटो मे ले लिया.
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नैना अभी सोच ही रही थी कि ठक की आवाज़ से नैना की सोच डाइवर्ट हो गयी.
उफ़फ्फ़ ख़ुदाया. ज़मीन पे पड़े टूटे हुए पानी के ग्लास को दैख के नैना
बोली. नैना को ध्यान ही नही गया कि वो क्या कर रही थी. ग्लास टूटने की
आवाज़ सुन के होश मे थोड़ा आइ तो पता चला कि वो अपनी ही चूत को मसल रही
थी और इतनी ज़यादा जोश मे थी मस्ती मे उसका हाथ साइड टेबल पे पड़े ग्लास
पे लग गया और वो गिर के टूट गया. नैना भी काफ़ी गर्म हुई पड़ी थी ख़यालों
मे भी और हक़ीक़त मे भी. ग्लास ऐसे ही पड़े रहने दिया और दोबारा लेट गयी.
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नैना शान से लिपटी चली जा रही थी और शान ने उसे इतना ज़यादा गर्म कर दिया
था कि वो उस दौरान शायद 2 दफ़ा रिलीस भी हो गयी थी. चूँकि यह उस की
ज़िंदगी का फर्स्ट टाइम था कि वो किसी मर्द के साथ हम. बिस्तर थी इस लिये
उसे आइडिया ना हो सका कि वो किस लेवेल तक पहुच चुकी है. आइडिया उसे तब
हुआ जब शान का सीधा उसे अपनी चूत पे महसूस हुआ. शान पिछले 2 मिनट से हाथ
शलवार के ऊपेर से नही बल्कि शलवार के अंदर से नैना की चूत पे मसल रहे थे.
ऐक दम से जैसे नैना के होश उड़ गये और ख़याल सा आ गया कि वो यह क्या कर
रही है? अभी तो शादी भी नही हुई? सिर्फ़ एंगेज्मेंट और इतना सब कुछ? अगर
अम्मी जाग गयीं और रूम मे आ गयीं तो क्या होगा? रूम का दरवाज़ा भी नही
बंद किया था. टाइम देखा तो सुबह के 3 बज रहे थे. लग भग 2 घंटे से यह सब
चल रहा था. यह सब सोचते ही नैना के तमाम जज़्बात पे जैसे बर्फ बारी हो
गयी हो. शान अभी कुछ देर पहले जो बहोत ही प्यारे लग रहे थे, ऐक ऐक किस आग
की तरह बरस रहा था और शान के हाथ की मूव्मेंट नदी मे किसी लहर की तरह चल
रही थी सब ऐक दम से बुरा लगने लगा और अगले ही लम्हे नैना ने शान का हाथ
पकड़ लिया और झटके से अपनी चूत से अलग कर दिया और शान की गिरफ़्त से जैसे
निकलने लगी.
शान अपनी मस्ती मे गुम थे. पहले तो उन्हे लगा कि नैना मस्ती मे ऐसा कर
रही है लैकेन फिर एहसास हुआ कि नही नैना उन्हे अपने ऊपेर से हटाने की
कोशिश कर रही है. शान फ़ौरन समझ गये और नैना के ऊपेर से हट गये. नैना ने
फ़ौरन अपनी कमीज़ उठाई और दौड़ती हुई वॉशरूम मे चली गयी. शान तो जैसे
हैरानगी से नैना की इस हरकत के बारे मेसोचने लगे दिल ही दिल मे कयी सवाल
करने लगे. अगले 3 मिनट तक जब नैना वॉशरूम से ना निकली तो शान के जज़्बात
भी ठंडे पर गये और शान ने भी अपनी शर्ट वापिस पहन के रूम की लाइट ऑन कर
दी.
अगले ऐक मिनट बाद नैना वॉशरूम से बाहर निकली और खामोशी से बेड पे बैठ के
अपना मूँह अपनी लेग्स मे छुपा लिया. शायद अपनी इस हरकत पे खुद से बहोत
शर्मिंदा थी. शान को समझ नही आ रहा था कि वो क्या करे. और आहिस्ता से
नैना के पास आया और पूछा क्या हुआ जान?
नैना: कुछ नही आप प्ल्ज़ अपने रूम मे चले जाओ.
शान: ओके चला जाता हूँ बट प्ल्ज़ बताओ तो सही.
नैना: प्ल्ज़ आप चले जाए हमे यह सब नही करना चाहिये था.
शान: ओह आइ सी. मुझ से कुछ ग़लत हुआ है तो आइ आम रेआली सॉरी?
नैना: नही ग़लत आप से नही मुझ से हो गया. मुझे आप को इतना आगे तक नही ले
के जाना चाहिये था. और अपने तमाम अहसास ऐक ही साँस मे बता दिये, अम्मी आ
जाती, शादी नही हुई अभी तक, यह सब ग़लत है एट्सेटरा.
शान: (शान बहोत समझदार इंसान थे, फ़ौरन नैना की सोच को पढ़ लिया और नैना
का साथ देते हुए बोले). ओके माइ डियर आइ आम अग्री विथ यू. बट हम ने वो सब
नही किया जो शादी शुदा कपल्स करते हैं.
नैना: शान की बात काटते. हुए, हम ने कुछ कम भी नही किया.
शान: ओके माइ डियर नेक्स्ट टाइम वी'ल्ल बी केर्फुल. ओके?
नैना: शान का थॅंक्स बोलते हुए -ओके. जैसे शान ने नैना का दिल जीत लिया
हो. नैना ने सोचा था कि शान ज़बरदस्ती करेगा बट यहाँ सब उलट था. और शान
के इस कॉप्रेशन ने जैसे शान के लिये इज़्ज़त और बढ़ा दी. और अपनी खुशी से
शान के गले लग गयी और थॅंक्स जान आइ लव यू अलॉट कह दिया.
शान: (शान को नैना का यह अंदाज़ भी बहोत पसंद आया और उस ने भी भरपूर नैना
का साथ दिया) और आइ लव यू टू जान कह दिया.
थोड़ी देर यौंही लिपटने के बाद दोनो अलहदा हो गये. और शान साइड पे सीटर
पे जा के बैठ गये और दोनो ऐक दूसरे को दैख के मुस्कुराने लगे. नींद जैसे
दोनो से हाज़ारों मील दूर थी. और दोनो के दर्मयान नॉर्मल बाते होना शुरू
हो गयीं.
अभी दोनो बाते ही कर रहे थे कि नैना को कमरे के बाहर से कदमो की आहट फील
हुई. और अगले ही लम्हे नैना की अम्मी नैना के रूम मे दाखिल हो गयी. सब से
पहले तो नैना की अम्मी ने पूरे रूम का ऐक नज़र से जायज़ा लिया. शान को
अलहदा सीटर पे बैठा और नैना को बेड पे बैठा बुक हाथ मे लिये देखा कि जैसे
नैना की अम्मी को तस्सली हो गयी हो कि कुछ ग़लत नही हो रहा था. और साथ ही
शान की तरफ मूड के बोली, क्यू बेटा आज सोना नही है क्या? टाइम देखो सुबह
के 4 बजने वाले हैं. अभी मेरी आँख खुली तो देखा कि लाइट ऑन है सो रूम मे
आ गयी.
शान- नही आंटी बस हम आपस मे अपनी बाते शेर कर रहे थे नैना अपने बचपन के
क़िस्से सुना रही थी और मैं उसे अपने बचपन के क़िस्से की मैं किस तरह
अपने पेरेंट्स को तंग किया करता था और साथ मे नैना और शान मुस्कुरा दिये.
नैना की अम्मी भी यह सुन के मुस्कुराने लगी और साथ ही साथ कह दिया कि अब
सो जाओ टाइम बहोत हो गया है और यह कह कर वो अपने रूम मे चली गयीं.
शान ने अम्मी के रूम से जाने के बाद सब से पहले नैना का शुक्रिया अदा
किया कि अगर आज वो इस तरह उठ के वॉशरूम मे ना जाती तो पता नही क्या हो
जाता. और नैना भी यही सोचते हुए ऊपेर वाले का शुक्रिया अदा करने लगी जिस
ने राइट टाइम पे नैना के ज़हन मे यह सब बाते डाल के नैना को प्यार ख़तम
करने पे मजबूर कर दिया था. और शान को कहने लगी दैख लिया ज़रा सा और प्यार
करते ना तो आज प्यार की ऐसी की तैसी फिर जाती. और दोनो ठहाका लगा कर हँसे
और शान दोबारा नैना के करीब आए और ऐक स्वीट सी गुड नाइट किस की ओर अपने
रूम मे चले गये.
वो रात ऐसी थी कि नींद ही नही आ रही थी. करवट ले कर कभी इधर तो कभी उधर.
कभी सीधा लेटो तो कभी उल्टा. पूरी रात शान के ख़यालात आते रहे. शान का
प्यार, शान का कॉपरेशन, और एंड पे अम्मी का आना पूरी रात यही चलता रहा और
नज़ाने कब नैना की आँख लग गयी.
इधर नैना भी पिक्चर और शान की याद मे खोई थी और नज़ाने कब सो गयी. अचानक
नैना की आँख ऐक आवाज़ से खुल गयी. आँख खुली तो पता चला कि नैना ने
बिरायानी की प्लेट ऐसे ही हाथ मे पकड़ी थी और ऐसे ही यादों मैं खोई सो
गयी थी और करवट लेने से प्लेट हाथ से छ्छूट गये थी और फर्श पे गिरी थी.
नैना उठी और पहले ग्लास के शीशे और बाद प्लेट उठा के कमरे की सफाई की देन
वापिस अपने रूम मे आ गयी. टाइम देखा तो दिन के 3 बजने वाले थे.
नैना पुरानी यादों मे खोई हुई थी और आज उसे अपने ऊपेर ही प्यार सा आ रहा
था. यह सोच के वो रूम मे पड़े ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी हो गयी और
अपने जिस्म को देखने लगी. लाल कमीज़ बहोत ही फिटिंग मे थी कि ब्रेस्ट्स
बिल्कुल उभरे नज़र आ रहे हों. पेट के साथ चिपकी हुई कमीज़. ऊँचे कट वाली
कमीज़ कि जहाँ से शलवार शुरू हुई वहाँ से कमीज़ की साइड के कट शुरू. और
उस के नीचे खुली पटायला शलवार ग्रीन कलर की. नैना ने धीरे से अपनी कमीज़
को उतारा और अपने जिस्म को देखने लगी. आज नैना ने पिंक कलर की ब्रा पहनी
हुई थी और ब्रा भी लो कट ब्रा के हाफ ब्रेस्ट्स तो ऐसे ही दिख रहे थे.
नैना ने नज़र फिर अपने जिस्म पे डाली. शादी के 19 महीनो मे थोड़ा चेंज आ
गया था ब्रेस्ट का साइज़ थोड़ा बढ़ गया था और जिस्म पे थोड़ा सा गोश्त भी
चढ़ गया था. लेकिन जिस्म अभी भी जवान लड़की की तरहा ही था बिल्कुल बे.
बेदाग गोरा बदन. अगले ही पल नैना ने अपनी ब्रा भी जिस्म से अलहदा कर दी
और शीशे के थोड़ा करीब हो कर अपने ही ब्रेस्ट्स को अब्ज़र्व करने लगी.
ब्रेस्ट्स अभी भी पहले की तरहा टाइट थे. निपल्स का कलर थोड़ा डार्क हो
गया था शायद शान की सकिंग की वजह से और निपल्स का राउंड सर्कल भी थोड़ा
बढ़ गया था. ब्रेस्ट्स अपने ही वज़न से थोड़ा सा नीचे को ढालाक से गये
थे. नैना ने साइड पोज़ पे अपने ब्रेस्ट्स को देखा और जैसे अपने ही
ब्रेस्ट्स पे प्यार आ गया हो. और थोड़ा मुस्करा कर सीधा खड़ी हो गयी. और
फिर अपनी शलवार उतार दी.
शलवार उतरने के बाद अपने जिस्म को ऐक नज़र से देखा और महसूस हुआ के जांघे
अब थोड़ी फॅटी हो गयी थी लैकेन बहोत प्यारी लग रही थी. और जाँघो से नैना
की नज़र सफ़र करते हुए सीधा लेग्स के बीच जा के रुक गयी. और सीधा नज़र
चूत के ऊपेर हल्के हल्के बालो पे पड़ी. आज बाल रिमूव किये हुए ऐक वीक हो
गया था और नैना को अपनी चूत पे हेर्स दैख के बिल्कुल भी अछा ना लगा और
सीधा अपनी रूम की अलमारी की तरफ़ बढ़ी और वहाँ से वीट क्रीम निकाली और
टवल ले के सीधा वॉशरूम मे बाथ के लिये चली गयी.
क्रमशः..........
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